फ्रेंड्स आप जानती हैं, मेरे बोर्ड एग्जाम के दिनों में भी मुझे सबसे ज्यादा डांट किस बात पर पड़ती थी? न, न, पढ़ने के लिए तो बिल्कुल नहीं। हालांकि मैं बहुत ज्यादा पढ़ाकू नहीं थी पर अपने हर सब्जेक्ट को बहुत ध्यान से पढ़ती थी। असल में मुझे मम्मी से सबसे ज्यादा डांट पड़ती थी दूध न पीने के लिए। मम्मी इस तरह दूध की वकालत किया करती थीं कि जैसे दुनिया में सबसे जरूरी चीज है वह दूध ही है। उस पर उनकी एक ही रट, लड़कियों के लिए हर रोज दूध पीना सबसे ज्यादा जरूरी है।
सीरियसली! मैं पक गई थी उनकी यह बात सुन-सुनकर। फिर जब कॉलेज जाना शुरू हुई तो मुझे एक आइडिया आया। मैंने मम्मी से कहना शुरू कर दिया कि मुझे दूध पीकर कॉलेज जाने से सिर में दर्द होता है। यकीनन आप में से बहुतों ने यह बहाना बनाया होगा।
पर मम्मी भी कहां मानने वाली थीं, उन्होंने हर रोज रात को सोने से पहले मुझे गुनगुने दूध का गिलास पकड़ाना शुरू कर दिया। फिर भी मेरी कोशिश होती थी कि मैं मम्मी के इस मिल्क टॉर्चर से बच ही जाऊं।
मेरी इस प्रैक्टिस और ट्रिक्स ने मुझे दूध से बचाने में काफी मदद की। पर अब जब वर्कआउट के दौरान मेरे पैरों में दर्द होने लगा है, तो मेरी फिटनेस कोच ने भी वही मम्मी वाली सलाह दोहरानी शुरू कर दी है। यानी दूध से बचना मेरी ट्रिक्स की कामयाबी नहीं, मेरी सेहत का नुकसान है।
तो अब टाइम आ गया है कि मुझे भी दूध के पोषण और फायदों पर थोड़ी सी रिसर्च कर ही लेनी चाहिए।
नेशनल डेयरी काउंसिल के अनुसार, दूध में कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो आपकी सेहत के लिए लाभकारी माना जाता है। विशेषकर महिलाओं के लिए क्योंकि 30 के दशक तक उनकी बोन्स कमजोर होने लगती हैं।
साथ ही यह भी कि महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले कैल्शियम की ज्यादा जरूरत होती है और उनका शरीर जल्दी ही इसे खोने लगता है। दूध में मौजूद नौ अत्यावश्यक पोषक तत्वों सहित दूध का पूरा लाभ प्राप्त करने के लिए यूएसडीए का सुझाव है कि महिलाओं को अपनी युवावस्था के शुरूआती चरण में हर रोज दूध या पनीर या दही का सेवन करना चाहिए।
हाल ही में पोषण संबंधी शोध में यह सामने आया कि 23% महिलाएं और 42% किशोर लड़कियां पर्याप्त कैल्शियम का सेवन नहीं करती हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होता है।
कैल्शियम जो आपकी हड्डियों और दांतो को मजबूती प्रदान करता है, दूध उसका एक रिच सोर्स है। साथ ही इसमें पोटेशियम भी होता है जो आपके रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होता है। फास्फोरस से आपको ऊर्जा प्राप्त होती है। दूध में प्रोटीन की मात्रा अत्यधिक पाई जाती है, जो आपके शरीर के लिए लाभकारी मानी जाती है। दूध में इनके अलावा विटामिन डी, विटामिन बी 12, विटामिन ए, राइबोफ्लेविन बी 2, नियासिन की मात्रा भी मिलती है।
सेफ फूड की डॉ फोली नोलन बताती हैं कि, सेफफूड शोध में महिलाओं और किशोर लड़कियों की एक धारणा सामने आई है कि दूध एक उच्च वसा वाला भोजन है। परन्तु, इसमें प्रोटीन, कैल्शियम और स्वस्थ आहार के लिए आवश्यक पानी में घुलनशील बी विटामिन सहित कई आवश्यक पोषक तत्व होते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंकनाडा के ब्रॉक विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. ब्रायन रॉय कहते हैं, दूध में पाए जाने वाले सभी पोषक तत्व हमारे समग्र स्वास्थ्य और कल्याण में योगदान करते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं ये वेट लॉस में भी प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं।
डॉ फोली नोलन बताती हैं, “आजकल फ्लेवर्ड मिल्क का प्रचलन बढ़ गया है। यह उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है, जो दूध पीने से परहेज करते हैं।
दूध का इस्तेमाल आज चाय, कॉफी के अलावा रूह अफजा, हॉर्लिक्स, एनर्जी ड्रिंक्स और कोल्ड कॉफी के नाम पर किया जा रहा है। पर दूध को उसके मौलिक रूप में पीना ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक माना गया है। इसमें अपनी इच्छानुसार आप बादाम, गुड़, हल्दी या शहद मिलाकर पी सकती हैं। ये सभी हेल्दी ऑप्शन हैं।