Holi 2022: रंग में भंग नहीं डालना है, तो घर पर प्राकृतिक सामग्री की मदद से बनाएं DIY कलर्स

बिना रंगों की होली क्या है! लेकिन क्या ये रंग सुरक्षित हैं? बाजार में गुलाल, रंगों और स्प्रे के रूप में आपको हानिकारक केमिकल के अलावा और कुछ नहीं मिलता। इसलिए घर पर ट्राई करें ये DIY कलर्स।
Natural colors ke saath holi
प्राकृतिक रंगों के साथ खेलें होली। चित्र:शटरस्टॉक
अदिति तिवारी Updated: 29 Oct 2023, 19:58 pm IST
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आज छोटी होली है, यानी होली की शुरुआत हो चुकी है। हालांकि आप अब तक कई बार रंग से रंग चुकी होंगी। हम सभी त्योहार को लेकर उत्साहित होते हैं, लेकिन आर्टिफिशियल रंग इसमें भंग जरूर डाल देते हैं। जिसके कारण त्वचा संबंधी समस्याएं भी होती हैं। ऐसे रंगों में मौजूद केमिकल स्किन एलर्जी और परेशानियों का कारण बनते हैं। यह एक ज्ञात तथ्य है कि ये रंग एलर्जी, त्वचा में जलन और सूखापन पैदा कर सकते हैं।

लोग इन रंगों का उपयोग करते हैं, क्योंकि ये हर दुकान में उपलब्ध होते हैं और सस्ते होते हैं। साथ ही लोगों को किसी प्राकृतिक विकल्प की जानकारी नहीं है। इसलिए, हमने DIY प्राकृतिक रंगों की एक सूची तैयार की है, जो बनाने में आसान हैं। इस होली मेरी मम्मी के सुझाव पर आप केमिकल रंगों की जगह इन इको-फ्रेंडली रंगों का इस्तेमाल कर सकती हैं।

बहुत हानिकारक होते हैं केमिकल युक्त रंग (Harmful effects of chemical colors) 

बिक्री पर होली के अधिकांश रंग हानिकारक तत्वों जैसे कांच के टुकड़े और अन्य एल्कलाइन सामग्री से बने होते हैं, जो स्किन कैंसर जैसी घातक बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

Chemical color se skin allergy
केमिकल युक्त रंग का उपयोग करने से हो सकता है स्किन ऐलर्जी। चित्र:शटरस्टॉक

जबकि त्वचा विशेषज्ञ डॉ. रिंकू कपूर चेतावनी देती हैं कि जहरीले रसायनों वाले रंगों के हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए सावधानी बरतना आवश्यक है। इसके बावजूद लोग इसके प्रति लापरवाही दिखाते हुए इन रंगों को खरीदना जारी रखते हैं।

बाजार में उपलब्ध खुले रंग में भी क्रोमियम, सिलिका, लेड और अन्य हानिकारक सामग्री की उच्च मात्रा होती है। पिछले कुछ वर्षों में ऐसे कई मामले आए हैं जिनमें रंगों में कांच के कण मिलाए गए थे।

ये रंग डर्मेटाइटिस पैदा कर सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप 24 घंटे खुजली और बाद में सूजन हो जाती है। त्वचा के संक्रमण के अलावा, ये भारी धातुएं, सिंथेटिक रंग बनाने के लिए उपयोग किए जाते हैं। ये केमिकल युक्त रंग आंखों की समस्या जैसे कॉर्नियल अल्सर, कंजक्टिवाइटिस और ट्रिगर एलर्जी का कारण बन सकते हैं। जिसमें मवाद बनता है और एक व्यक्ति पूरी तरह से अंधा हो सकता है

ऐसी भयानक स्थितियों से बचने के लिए ट्राई करें मेरी मम्मी के बताए ये DIY रंग

1. गुलाबी रंग के लिए चुकंदर पाउडर (Beetroot for pink color)

आप चुकंदर का उपयोग करके सूखा और गीला दोनों गुलाबी या मैजेंटा रंग बना सकते हैं।

सूखे गुलाबी रंग के लिए:

चुकंदर लें और इसे पीस लें। अब चुकंदर के पेस्ट को एक ट्रे में फैलाकर धूप में सूखने के लिए रख दें। एक बार जब यह सूख जाए तो इसमें बेसन मिलाएं।

Beetroot se herbal gulabi rang
चुकंदर से बनाएं हर्बल गुलाबी रंग। चित्र:शटरस्टॉक

गीले गुलाबी रंग के लिए:

चुकंदर को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और इसे एक कप पानी में उबालकर गाढ़ा गुलाबी रंग बना लें। आप इसे पानी से पतला करके इस्तेमाल कर सकते हैं।

2. पीले रंग के लिए हल्दी (Turmeric for yellow color) 

पीला होली के दौरान उपयोग किए जाने वाले सबसे चमकीले रंगों में से एक है। आप इसे रसोई की कुछ सामग्री का उपयोग करके घर पर बना सकते हैं।

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सूखे पीले रंग के लिए:

दो चम्मच हल्दी पाउडर और चार चम्मच बेसन लें। हल्दी और बेसन का रेशियो 1:2 जरूर रखें। इसे अच्छी तरह मिला लें और सूखे पीले रंग की तरह इस्तेमाल करें। आप हल्दी को पकाने के बजाय कस्तूरी हल्दी पाउडर का भी उपयोग कर सकते हैं। कस्तूरी हल्दी अधिक सुगंधित होती है और इसके कई सौंदर्य लाभ होते हैं। बेसन की जगह आप अरारोट पाउडर, चावल का आटा या मुल्तानी मिट्टी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

गीले पीले रंग के लिए:

गीले रंग के लिए आप पानी में हल्दी पाउडर मिला सकते हैं। दूसरा तरीका यह है कि गेंदे के फूल को पानी में उबालकर रात भर के लिए छोड़ दें।

3. लाल रंग के लिए सूखे गुलाब की पंखुड़ियां (Rose petals for red color) 

लाल रंग बनाने के लिए आप लाल गुलाब या गुड़हल के फूल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

सूखे लाल रंग के लिए:

लाल गुलाब या गुड़हल की पंखुड़ियां लें और इसे धूप में तब तक सुखाएं जब तक यह कुरकुरा न हो जाए। फिर, सूखे पंखुड़ियों को मिक्सर की मदद से क्रश कर लें। मात्रा बढ़ाने के लिए आप इसमें आटा भी मिला सकते हैं। एक अन्य विकल्प लाल चंदन पाउडर है। लेकिन यह थोड़ा महंगा हो सकता है। आप सिंदूर के पाउडर का भी उपयोग कर सकते हैं लेकिन सुनिश्चित करें कि यह प्राकृतिक सिंदूर है।

Gulaab se laal rang
गुलाब की पंखुड़ियों से बनाएं लाल रंग। चित्र : शटरस्टॉक

गीले लाल रंग के लिए:

लाल गुड़हल के फूल को रात भर पानी में भिगो दें और अगले दिन इस लाल रंग के पानी का उपयोग गुब्बारों में भरने के लिए करें।

4. हरे रंग के लिए मेंहदी पाउडर (Mint for green color)

हरे रंग के लिए आप अच्छी क्वालिटी के मेहंदी पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। सूखी मेंहदी रंग नहीं छोड़ेगी और आप इसे आसानी से ब्रश कर सकते हैं। पानी में मिलाने पर ही यह रंग छोड़ेगा।

सूखे हरे रंग के लिए:

मेहंदी पाउडर लें और इसे बराबर मात्रा में बेसन या आटे के साथ मिलाएं। सुनिश्चित करें कि मेंहदी पाउडर अच्छी गुणवत्ता का हो और आंवला पाउडर के साथ मिश्रित न हो।

गीले हरे रंग के लिए:

आप पुदीने की पत्तियों को कुचल कर पानी के साथ पेस्ट को गीला हरा रंग बनाने के लिए मिला सकते हैं। रंग बनाने के लिए आप मेथी के बीज या पालक की पत्तियों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

pudina Dark green color ke liye
पुदीना डार्क ग्रीन कलर बनाने में मदद कर सकता है। चित्र: शटरस्‍टॉक

5. खाने के रंगों का प्रयोग (Use food colors this Holi 2022) 

आप फूड कलर्स का इस्तेमाल करके होली के सूखे रंग बना सकते हैं। आपको बस चावल के आटे में फ़ूड कलर मिलाना है और थोड़ा सा पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाना है। इस पेस्ट को सुखा लें और फिर इसे मिक्सर से पीसकर पाउडर बना लें। होली के रंग बनाने के लिए आप अलग-अलग फूड कलर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।

ये प्राकृतिक रंग आपकी त्वचा पर कोमल रहेंगे और होली को और भी सुखद बना देंगे।

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