हल्दी हमारे किचन में रोज इस्तेमाल होने वाला मसाला है। इसे भी और मसालों की तरह ही उपयोग नें लिया जाता है, पर क्या आपने कभी सोचा है कि शादियों में हल्दी क्यूं लगाई जाती है। क्या ये सच में दुल्हन को गोरा और सुंदर दिखने में मदद करती है? तो आइए जानते है हल्दी के बारे में सब कुछ।
हल्दी को ‘भारत का सुनहरा मसाला’‘ (Golden Spice of India) के रूप में भी जाना जाता है। सदियों से भारत में हल्दी का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता रहा है। इसका उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में अलग-अलग रोगों के घरेलू उपचार के रूप में किया जाता है। जिसमें पित्त संबंधी समस्या, एनोरेक्सिया, खांसी, मधुमेह जैसे रोग शामिल हैं।
हल्दी का उपयोग सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी किया जाता रहा है। जो जड़ी-बूटियों के औषधीय गुणों को भोजन के साथ जोड़ती है। औषधीय लाभों के कारण हल्दी ने पश्चिम और पूरे विश्व में सुर्खियां बटोरी हैं।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च के अनुसार ‘भारत में वैदिक संस्कृति में हल्दी का उपयोग लगभग 4000 वर्ष पुराना है।’ हल्दी को शुभ माना जाता है और यह धार्मिक अनुष्ठानों में भी इस्तेमाल की जाती है। पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली में, मोच और चोट के कारण होने वाली सूजन के इलाज के लिए इसका बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता रहा है।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च के अनुसार ‘इसे ‘हरिद्रा’ या ‘हल्दी’ के नाम से भी जाना जाता है। हल्दी में प्रोटीन (6.3%), वसा (5.1%), खनिज (3.5%), कार्बोहाइड्रेट (69.4%) और नमी (23.1%) होती है। करक्यूमिन (Curcumin) हल्दी का प्रमुख करक्यूमिनोइड है।
अन्य दो डेस्मेथॉक्सीकरक्यूमिन और बिस्डेमेथॉक्सीकरक्यूमिन हैं। करक्यूमिन (Curcumin) हल्दी को पीला रंग देता है और इसे अधिकांश मेडिकल गुणों के लिए जिम्मेदार माना जाता है। अनुमान है कि 2-5% हल्दी करक्यूमिन (Curcumin)है।’
भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन की त्वचा पर हल्दी का पेस्ट लगाया जाता है। यहां माना जाता है कि यह त्वचा को चमकदार बनाती है और हानिकारक बैक्टीरिया को शरीर से दूर रखती है।
हल्दी का उपयोग वर्तमान में कई तरह के सनस्क्रीन के निर्माण में किया जाता है। हल्दी पर आधारित फेस क्रीम बनाने में कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां शामिल हैं।
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हल्दी चमक प्रदान करती है, और नींबू के रस में ब्लीचिंग (bleaching) के गुण होते हैं। जब इन्हे एक साथ उपयोग किया जाता है, तो ये सामग्रियां पिगमेंटेशन (pigmentation) और स्किन की रंगत खराब होने से बचाने में मदद करती हैं। नींबू में साइट्रिक एसिड होता है जो बैक्टीरिया और गंदगी के साथ pores को भी गहराई से साफ करता है। इस मास्क के नियमित उपयोग से आप देखेंगे कि आपकी त्वचा और भी अधिक, साफ और चमकदार हो गई है
दही में अच्छे बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो आपकी त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करते हैं। दही आपकी त्वचा को भीतर से पोषण देता है। यह ड्राई और ऑयली दोनों प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है।
हल्दी और शहद का मास्क आपकी स्किन को अंदर से मॉइस्चराइज करते हुए चमकती त्वचा पाने में मदद करेगा। शहद को प्राकृतिक मॉइस्चराइजर माना जाता है, यह त्वचा को हाइड्रेट करता है। यह मुहांसे के निशान को हटाने और झुर्रियों रोकने में भी मदद करता है। हल्दी स्किन में निखार लाती है।
नारियल का तेल त्वचा को शांत (calming) करने, एंटी माइक्रोबायल (antimicrobial) और एंटीफंगल (antifungal) गुणों के लिए जाना जाता है। यह एक अच्छा नेचुरल त्वचा हाइड्रेट भी है जो ज्यादा सेबम उत्पादन को रोकने में मदद करता है।
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