एक्ने, पिंपल्स, स्किन इचिंग, ब्लैकहेड्स महिलाएं काफी ज्यादा परेशान रहने लगी है इसके साथ ही उम्र से पहले त्वचा पर एजिंग के निशान नजर आना शुरू हो जाते हैं। हालांकि, ज्यादातर केस में केमिकल युक्त स्किन केयर प्रोडक्ट, पार्लर ट्रीटमेंट ऑल विभिन्न प्रकार के एनवायरमेंटल फैक्टर्स इन समस्याओं के लिए जिम्मेदार होते हैं। वहीं इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में व्यस्तता के कारण महिलाएं ठीक तरह से अपनी त्वचा का ख्याल नहीं रख पाती और त्वचा की स्थिति और ज्यादा खराब होती जाती है।
ऐसे में मेरी मम्मी अक्सर मुझे उनके किचन में मौजूद कुछ मसालों को त्वचा पर इस्तेमाल करने की सलाह देती हैं। हालांकि, पहले मैं यह सोचती थी कि आखिर खाने का स्वाद बढ़ाने वाले ये मसाले मेरी त्वचा के लिए कैसे फायदेमंद हो सकते हैं! परंतु मैंने मां की बात मानते हुए इस पर कुछ साइंटिफिक शोध पढ़ें। वैज्ञानिक रूप से भी त्वचा के लिए इन मसालों को फायदेमंद बताया गया था। केवल 2 हफ्ते में मेरी त्वचा में बदलाव नजर आने लगे। वहीं त्वचा पर होने वाले पिंपल्स और एक्ने काफी हद तक कंट्रोल हो गए थे। साथ ही स्किन काफी सॉफ्ट और ग्लोइंग नजर आने लगी थी।
उसके बाद से मैं सभी को इन पांच तरह के मसालों (spices for skin care) को स्किन केयर रूटीन में शामिल करने की सलाह देती हूं। तो आज मैंने सोचा क्यों न इसे आपके साथ भी शेयर किया जाए। तो चलिए फटाफट से जानते हैं, कि आखिर यह किस तरह त्वचा के लिए काम करते हैं। साथ ही जानेंगे इन्हें त्वचा पर अप्लाई करने का तरीका।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा जायफल को लेकर प्रकाशित डेटा के अनुसार जायफल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी एजिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो आपकी त्वचा को जवां और तरोताजा रखती है। साथ ही इसके एंटी एजिंग गुण सेल को डैमेज करने वाले और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फ्री रेडिकल्स को नियंत्रित रखते है। वहीं ये त्वचा के लिए नेचुरल एक्सफोलिएटर के रूप में काम करता है। वहीं जायफल खुले पोर्स को छोटा कर देता है। क्योंकि त्वचा का खुला पोर्स ज्यादातर त्वचा से जुड़ी समस्याओं का कारण बनता है। इसमें मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण मुहांसों जैसी समस्याओं को रोकने में मदद करते हैं।
सबसे पहले दो से तीन जायफल को कस कर एक कंटेनर में रख लें। अब लगभग आधा चम्मच जायफल पाउडर को एक चम्मच कच्चे दूध के साथ मिलाएं और एक स्मूद पेस्ट तैयार करें। इसे अपनी त्वचा पर अप्लाई करें और कल के हाथों से 4 से 5 मिनट तक त्वचा पर रगड़ें। उसके बाद इसे 10 मिनट तक लगाए रखें, फिर हल्के गुनगुने पानी से त्वचा को साफ कर लें।
काली मिर्च स्किन डिटॉक्सिफायर की तरह काम करती है। वहीं ये मैग्नीशियम, आयरन, पोटेशियम, विटामिन सी और विटामिन के का एक बेहतरीन स्रोत है। इसका इस्तेमाल पिगमेंटेशन, रिंकल्स, फाइन लाइंस और ब्लैकहेड्स की समस्या में कारगर होता है। उसके साथ ही यह क्लॉग पोर्स को खोलता है और त्वचा के अंदर छिपी इंप्योरिटीज को बाहर निकालता है।
काली मिर्च का उचित लाभ उठाने के लिए सबसे पहले इसका पाउडर बना लें। अब आधे चम्मच काली मिर्च पाउडर को एक से डेढ़ चम्मच योगर्ट के साथ अच्छी तरह मिलाएं। इस मिश्रण को अपनी त्वचा पर अप्लाई करें और हल्के हाथों से स्किन को स्क्रब करें। फिर 5 से 10 मिनट के लिए इसे त्वचा पर लगा हुआ छोड़ दें। उसके बाद सामान्य पानी से त्वचा को साफ कर लें।
अदरक में एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टी पाई जाती है। जो त्वचा पर नजर आने वाले दाग धब्बों को हल्का कर देती है। इसके साथ ही यह फ्री रेडिकल्स से होने वाले स्किन डैमेज से बचाव का काम करती है और स्किन टोन को एक सामान्य रखती है। साथ ही स्किन इलास्टिसिटी को भी इंप्रूव करती है। इतना ही नहीं त्वचा पर इसका इस्तेमाल सनटैन रिमूव करने में भी मददगार होता है।
अदरक को क्रश करके इसका रस बाहर निकाल लें। अब आधे चम्मच अदरक के रस को रोजवॉटर और लेमन जूस के साथ मिला लें। इसे अपनी त्वचा पर अप्लाई करें और 5 से 7 मिनट तक स्किन को अच्छी तरह से मसाज दें। उसके बाद इसे 10 मिनट के लिए त्वचा पर लगा हुआ छोड़ दें। फिर सामान्य पानी से चेहरे को साफ कर लें। अदरक के रस को बेसन फेस मास्क के साथ मिलाकर अप्लाई कर सकती हैं।
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हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टी प्राकृतिक रूप से ऑयल कंट्रोल करती हैं, जिसकी वजह से त्वचा पर एक्स्ट्रा ऑयल का उत्पादन नहीं होता और त्वचा मुहांसों से दूर रहती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार हल्दी में मौजूद करक्यूमिन त्वचा में हुए सूजन को कम कर देती हैं। साथ ही रिंकल्स, फाइनलाइन इत्यादि जैसे एजिंग की समस्या में भी कारगर होती हैं। ऐसे में त्वचा तरोताजा और जवां नजर आती है। इसके साथ ही हल्दी में मौजूद एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल गुण त्वचा पर होने वाले विभिन्न प्रकार के संक्रमण को दूर रखती हैं।
एक चम्मच दही, आधा चम्मच शहद और एक चौथाई चम्मच हल्दी पाउडर को एक साथ अच्छी तरह मिला लें। अब इसे अपनी त्वचा पर अप्लाई करें और हल्के हाथों से त्वचा को मसाज दें। फिर इसे त्वचा पर लगा हुआ छोड़ दें और कुछ देर बाद त्वचा को साफ कर लें। ऐसे में प्राकृतिक रूप से आपकी त्वचा हाइड्रेटेड और ग्लोइंग नजर आएगी।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा दालचीनी को लेकर प्रकाशित एक डेटा के अनुसार इसमें कई प्रकार के फ्लेवोनॉयड्स पाए जाते हैं। साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटीफंगल, और एंटीबैक्टीरियल प्रोपर्टी त्वचा पर होने वाले विभिन्न प्रकार के संक्रमण से बचाव करती हैं। इसके साथ ही उसकी एंटीसेप्टिक प्रॉपर्टी एक्ने, पिंपल और ब्लैकहेड्स की समस्या का एक बेहतरीन इलाज है। इसका इस्तेमाल बंद पोर्स को खोल देता है, जिस वजह से त्वचा में ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ जाती है। साथ ही यह ब्लड सर्कुलेशन को भी बूस्ट कर देता है और त्वचा को प्राकृतिक रूप से ग्लोइंग नजर आती है।
एक चम्मच दालचीनी पाउडर में दो चम्मच शहद मिलाएं। अब इस पेस्ट को त्वचा एवं गर्दन पर अच्छी तरह अप्लाई करें और इसे 20 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें। उसके बाद हल्के गुनगुने पानी से त्वचा को साफ कर लें। उचित परिणाम के लिए हफ्ते में दो बार दालचीनी का इस्तेमाल जरूर करें।
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