आपने अपने घर में इस बात को जरूर नोटिस किया होगा कि जब भी चाय पी जाती है, तो बिस्किट या कुकीज का सेवन जरूरी किया जाता है। वहीं जब बच्चों की बात आती है, तो वे तो टिफिन से लेकर शाम की स्नैकिंग तक में, बार-बार कुकीज खाना पसंद करते हैं। ज्यादातर मांओं को लगता है कि ये बच्चों के लिए एक हेल्दी और एनर्जेटिक फूड सोर्स है। पर वास्तव में ऐसा नहीं है। मोटिवेशन या स्नैकिंग के तौर पर दी जाने वाली कुकीज आपके बच्चों की सेहत के लिए कई जोखिम (cookies health hazards) पैदा कर सकती हैं। आइए जानते हैं ज्यादा कुकीज खाने के स्वास्थ्य जोखिम।
हालांकि दिन में 1-2 कुकीज खाना ठीक है, लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन बच्चों में कई तरह की स्वास्थ्य समस्या पैदा कर सकता है।
बच्चे कुकीज़ और कैंडी के रंग और आकार की ओर आकर्षित हो जाते हैं। माता-पिता भी तीखे या नमकीन की तुलना में बच्चों को मीठा खिलाना ज्यादा पसंद करते हैं। खासतौर से आउटिंग के दौरान बच्चे कुकीज और कैंडीज का खूब सेवन करते हैं। आज एक्सपर्ट से जानेंगे कि अधिक कुकीज का सेवन बच्चों के लिए कितना हानिकारक है और इसके स्थान पर आप क्या कर सकती हैं।
बच्चों में मधुमेह की बढ़ती चिंता और गंभीर बीमारियों से बचने के लिए उन्हें मीठा खाने से दूर रखना सबसे अच्छा और संभव उपाय है। अपने बच्चे की हेल्दी ईटिंग की आदतों को बनाए रखना किसी चुनौती से कम नहीं होता है लेकिन इस समस्या से बचने के लिए और कोई विकल्प भी नहीं है। वे
नेहा पठानिया, पारस अस्पताल, गुड़गांव में डायटीशियन हैं। वे कहती हैं कि बच्चों में कम उम्र में ही डायबिटीज का खतरा काफी बढ़ गया है। इसकी वजह जंक और प्रोसेस्ड फूड का ज्यादा सेवन है। इनमें सिर्फ पिज्जा या बर्गर ही नहीं, बल्कि कुकीज, कैंडीज और बिस्किट भी शामिल हैं। यहां जानिए ये आपके बच्चे की सेहत को कैसे प्रभावित करती हैं।
यह भी पढ़े- एक थकान भरे दिन के बाद नहाने के पानी में मिलाएं ये 4 नेचुरल हर्ब्स और फ्रेश हो जाएं
कुकीज में मुख्य सामग्री मैदा होता है। इसमें कोई भी न्यूट्रिएंट शामिल नहीं होता है। जिससे इसे पचाने में काफी समस्या होती है। इसके लगातार और अधिक सेवन से बच्चों का मन खाना खाने से हट जाता है। इसे भूख की कमी या खाने से अनिच्छा के रूप में देखा जाता है।
बच्चों की ग्रोथ के लिए पोषक तत्व काफी जरूरी होते हैं। बिस्कुट मैदे से बनते हैं, जो बच्चों की गट और इंटेस्टाइनल हेल्थ के लिए काफी ज्यादा नुकसानदेह होते हैं। इनके माध्यम से उनका पेट तो भरा हुआ महसूस होता है, लेकिन उन्हें किसी तरह का पोषण नहीं मिल पाता। जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित होता है।
कुकीज में कैलोरीज़ बहुत अधिक होती हैं जो बच्चों के लिए काफी नुकसानदायक होता है। अधिक कैलोरी के सेवन से वजन काफी तेजी से बढ़ता है। वैसे भी वर्तमान समय में मोटापे की परेशानी काफी अधिक हो गयी है। बढ़ता वजन कई बीमारियों की वजह होती हैं।
कनाडा जर्नल ऑफ डायबिटीज की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, कई देशों के बच्चों में टाइप-2 डायबिटीज का खतरा अधिक है और भारत उनमें से एक है। यह पहले से ही हमें बच्चों की हेल्थ के लिए कदम उठाने के लिए सचेत करता है। एक्सपर्ट कहती हैं कि बाजार में मिलने वाले पैक्ड कुकीज़ इसके लिए जिम्मेदार हैं।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंबच्चों की सेहत के लिए यह जरूरी है कि आप उन्हें हेल्दी ऑप्शन्स से रिप्लेस करें। आप उन्हें सूखे मेवे और अन्य पोषक तत्वों के साथ घर की बनी साबुत अनाज वाली कुकीज़ का सेवन करा सकते हैं।
नट्स और सीड्स से बने लड्डू बच्चों के लिए एक हेल्दी ऑप्शन हो सकते हैं। इनमें सूखे मेवों और नट्स के साथ आटे का इस्तेमाल किया जाता है। जो फाइबर और पोषक तत्वों की आपूर्ति करता है।
आप चाहें तो घर पर रागी, ओट्स और पोषक तत्वों से भरपूर सीड्स के मिश्रण से होममेड कुकीज ट्राई कर सकती हैं।
याद रखें कुकीज का जो पैकेट जितना आकर्षक होगा, आपके बच्चे की सेहत के लिए यह उतना ही ज्यादा खतरनाक होगा। एक्स्ट्रा कलर, प्रीजर्वेटिव और मिठास उनके लिए डायबिटीज से लेकर हॉर्मोन्स में गड़बड़ी का भी कारण बन सकते हैं।
मौसमी फल, सब्जियां और डेयरी उनके आहार में सबसे अच्छा समावेश है। यदि डायबिटीज के मामले में आपके परिवार का कोई इतिहास है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें और आहार विशेषज्ञ की मदद से सही आहार भी निर्धारित करें।
यह भी पढ़े- एसिडिटी से तुरंत छुटकारा दिला सकती है ये एक आयुर्वेदिक ड्रिंक, जानिए कैसे बनानी है