बदलता मौसम कई बार सेहत पर इतना भारी पड़ जाता है, कि लंबे समय तक दवाओं का सेवन भी समस्या को खत्म नहीं कर पाता। इसके कारण हम दवाओं के आदि हो जाते हैं। लंबे समय तक दवाओं का सेवन हमें अंदर से कमजोर बनाने लगता है। ऐसे में अगर सबसे ज्यादा काम आते हैं तो दादी-नानी के पुराने नुस्खे। जिनमें अधिकतर प्राकृतिक चीजों का ही इस्तेमाल किया जाता है, जैसे – खांसी-जुखाम की समस्या में अदरक, शहद और काली मिर्च का काढ़ा या त्वचा से जुड़ी से किसी समस्या में नीम का लेप। आज इस लेख में हम ऐसी ही 4 पत्तियों के बारें में बताएंगे, जिन्हें आयुर्वेद के साथ विशेषज्ञों ने भी लाभदायक बताया है।
रोज सुबह खाली पेट इन 4 पत्तियों का सेवन करना हो सकता है आपकी सेहत के लिए फायदेमंद
आयुर्वेद में नीम को औषधि माना गया है। अगर आपको त्वचा से जुड़ी कोई समस्या है, या दातों के दर्द का सामना करना पड़ रहा है, तो सुबह खाली पेट पानी के साथ कुछ पत्तियां चबानें से आपको जल्द राहत मिल सकती है। पेट से जुड़ी समस्याओं में भी नीम की पत्तियों का सेवन फायदेमंद माना जाता है। आयरन और फाइबर होने के साथ मैग्नीशियम, सोडियम की भी अच्छी मात्रा होती है। यें सभी पोषक तत्व पाचन तंत्र के लिए जरूरी माने गए हैं।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक रिसर्च में सामने आया कि नीम की पत्तियों में कई औषधीय गुण पाए गए हैं। इनमें एंटीबैक्टीरियल, एंटी एंटीऑक्सिडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी फंगल, एंटी वायरल के साथ एंटीहाइपरग्लाइसेमिक, एंटीकार्सिनोजेनिक गुण भी पाए जाते हैं। ये मुंह से जुड़ी समस्या जैसी कि बदबू आना, दातं में दर्द के साथ त्वचा से जुड़ी समस्याओं में भी फायदेमंद माना जाता है।
तुलसी के पत्तों को पानी के साथ चबाने से पेट की समस्याओं में राहत मिलती है। इसका सेवन शरीर को डिटॉक्स करने और मुंह से जुड़ी समस्याओं में राहत पहुंचाने में भी मदद करता है। तुलसी को काढ़े और चाय में भी इस्तेमाल किया जाता है, इसमें मौजूद पोषक तत्व इम्युनिटी बूस्ट करने के साथ बदलते मौसम में बीमारियों से दूर रखने में भी मदद करते हैं।
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तुलसी में विटामिन-ए और विटामिन-सी की अच्छी मात्रा होने के साथ कैल्शियम, जिंक और आयरन की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है। जिसके कारण यह आपकी इम्यूनिटी को बेहतर बनाए रखने के साथ खांसी-जुखाम में भी फायदेमंद होती है।
जर्नल ऑफ आयुर्वेद एंड इंटेग्रेटिड मेडिसिन के मुताबिक तुलसी का सेवन तनाव कम करके रिलेक्स होने में मदद कर सकता है। साथ ही इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटी फंगल, एंटी वायरल, एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो मुंह के छालों के साथ-साथ एक्ने की समस्या कम करने में भी मदद करता है।
पेट दर्द की समस्या से लेकर एसिडिटी, उल्टी या पीरियड पेन में भी पुदीने का सेवन फायदेमंद हो सकता है। यह शरीर को अंदर से ठण्डा रखने में मदद करता है। गुनगुने पानी से पुदिने की कुछ पत्तियों को चबाकर खाने से मुंह की बदबू के साथ खट्टी डकार, एसिडिटी और उल्टी की समस्या से जल्द राहत मिलती है।
पुदिने में विटामिन-ए होने के साथ फाइबर, आयरन, मैग्नीज और फोलेट की भी अच्छी मात्रा पायी जाती है। यें सभी पोषक तत्व पेट की समस्याओं में फायदेमंद मानें गए हैं।
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कस्टमाइज़ करेंनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक पुदिने में विटामिन-ए होता है, जो एक फेट सॉल्युबल कम्पाउंड हैं, इसलिए इसका सेवन आखों की रोशनी के लिए भी फायदेमंद है। इसके साथ ही यह पेट और मुंह की समस्याओं के लिए फायदेमंद भी माना गया है।
अगर आप पेट से जुड़ी समस्याओं से जूझ रही हैं, तो धनिया के पत्तों का सेवन आपको इस समस्या से छुटकारा दिला सकता है। धनिया का पानी शरीर की इम्युनिटी बनाए रखने के साथ बीमारियों को दूर रखने में भी मदद कर सकता है। इसके साथ ही पेट और मुंह से जुड़ी समस्याओं में भी धनिया फायदेमंद माना गया है। इसलिए भोजन तैयार करने के लिए धनिया का सेवन सही मात्रा में किया जाता है।
धनिया के पत्तों में सही मात्रा में एंटीआक्सीडेंट होने के साथ एंटी इन्फ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं। इसमें भरपूर मात्रा मेंं डायट्री फाइबर, आयरन, मैग्निशियम, मैग्निज होने के साथ विटामिन सी, विटामिन- ए, प्रोटिन, फॉसफोरस भी होते हैं। ये सभी पोषक तत्व हमारे शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
पबमेड सेंट्रल की रिसर्च के मुताबिक धनिया पत्ती का रोज सेवन आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद कर सकता है। यह आपकी गट हेल्थ को बेहतर बनाए रखने के साथ इन्फेक्शन और स्किन प्रोब्लम्स में फायदा पहुचा सकते हैं।
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