खाने के ज़ायके को बढ़ाने से लेकर उसकी महक को बरकरार रखने तक रेसिपीज़ में अक्सर छोटी इलायची का इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर रसोईघरों में पाई जाने वाली छोटी इलायची बड़े काम की चीज़ है। एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर छोटी इलायची को आहार में शामिल करने से कई प्रकार की स्वास्थ्य संबधी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा मील में पोषण को भी एड किया जा सकता है। गर्मी के दिनों में लू के कारण अक्सर मुंह में छालों की समस्या से दो चार होना पड़ता है। ऐसे में छोटी इलायची का इस्तेमाल स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाती है। जानते हैं कि कैसे छोटी इलायची है मुंह के छालों को दूर करने में कारगर और इसके अन्य फायदे भी।
इस बारे में डायटीशियन डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि छोटी इलायची में मेडीसिनल प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं। इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और डाइटरी फाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसे चबाकर खाने के अलावा पानी में बॉइल करके इसका पानी पीना भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इस हेल्दी ड्रिंक से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इसके अलावा छोटी इलायची में एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज भी पाई जाती हैं।
वे लोग जिन्हें मीठा खान की आदत होती है, उन्हें खासतौर से छोटी इलायची खाने की सलाह दी जाती है। इसे दलिया, ओट्स, चावल, फिरनी, सूप और खीर में डालकर खा सकते हैं।
गर्मी में मुंह में बढ़ने वाले छालों के चलते कुछ भी खान और चबाने में असुविधा का सामना करना पड़ता है। ऐसे में छोटी इलायची में मौजूद एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज़ से मुंह में बढ़ने वाले संक्रमणों को दूर करती है। इससे मुंह की दुर्गंध की समस्या से राहत मिलती है। इसके अलावा दांतों में बढ़ने वाली कैविटी और गम प्रोबल्म भी हल हो जाती है। छोटी इलायची में मौजूद एंटी इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज़ अल्सर को दूर कर माउथ फ्रेशनर के रूप में फायदेमंद साबित होती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार छोटी इलायची में डयूरेटिक प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं। इससे यूरिनेशन संबधी समस्याओं से राहत मिलती है और शरीर डिटॉक्स रहता है। इसके चलते शरीर का ब्लड प्रेशर नॉर्मल बना रहता है। एक रिसर्च के अनुसार 20 लोगों ने रोज़ाना 12 सप्ताह तक रोज़ाना 3 ग्राम छोटी इलायची पाउडर का सेवन किया। इसके बार उनके शरीर में हाई ब्लड प्रेशर को नियमित करने में मदद मिलती है।
छोटी इलायची में नेचुरल ड्यूरेटिक गुण पाए जाते हैं। इससे शरीर में वॉटर रिटेंशन और ब्लोटिंग का खतरा कम होने लगता है। दरअसल, शरीर में जमा पानी कई समस्याओं को बढ़ावा देता है और वेटगेन भी बढ़ा देता है। छोटी इलायची रोज़ाना चबाने से अतिरिक्त पानी यूरिन के ज़रिए शरीर से निष्कासित हो जाता है। इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और शरीर में जमा होने वाली अतिरिक्त कैलोरीज़ की समस्या हल होने लगती है।
इस सुपरफूड में एंटीऑक्सीडेंटस की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसमें मौजूद विटामिन, मिनरल और फाइटोकेमिकल्स शरीर को मौसमी बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसमें कार्ब्स, आयरन, फाइबर, प्रोटीन और मैग्नीशियम की उच्च मात्रा पाई जाती है।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ बेसिक एंड एप्लाइड साइंस के अनुसार इलायची का सेवन करने से लिवर एंजाइम्स, ट्राइग्लिसराइड और कोलेस्ट्रॉल को रोकने में मदद मिलती है। इससे लिवर का आकार बढ़ने और फैटी लिवर के खतरे से राहत मिल जाती है। शरीर एक्टिव और हेल्दी रहता है।
माउथ अल्सर से बचने के लिए मिशर और छोटी इलायची को पीसकर पाउडर बना लें और उसका सेवन करें। इन दोनों सामग्रियों में मौजूद सूदिंग प्रॉपर्टीज़ मुंह के छालों को दूर करने में मदद करते हैं।
वेटलॉस के लिए एक कप पानी में छोटी इलायची को उबालकर उसका पानी पीने से शरीर में जमा अतिरिक्त कैलोरीज़ को बर्न कर सकते हैं। इससे मीठा खाने की क्रेविंग भी कम होने लगती है।
डाइजेशन को बूस्ट करने के लिए छोटी इलाचयी को चबाकर खाएं। इससे पेट में हेल्दी जूस पहुंचने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होने लगता है।
इसे माउथ फ्रेशनर के रूप में भी चबाकर खाने से दांतों के स्वास्थ्य की समस्या से बचा जा सकता है।
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