इम्युनिटी बढ़ाने के साथ पाचन समस्या को भी दूर करेगा तुलसी का काढ़ा, नोट कीजिए रेसिपी और फायदे
तुलसी को इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए काफी असरदार माना जाता है। इसमें कई ऐसे जरूरी पोषक तत्व होते है जो आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट कर सकते है। बारिश और मानसून से अच्छा कोई सीजन नहीं है जिसमें आपको इम्यूनिटी की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती है। मानसून मे कई तरह के बैक्टिरिया , वायरस और संक्रमण की चपेट में लोग आते है। इस मौसम में हवा में काफी नमी रहती है जिसके कारण लोगों को सर्दी जुखाम की समस्या काफी ज्यादा हो जाती है। ऐसे में तुलसी एक ऐसी चीज है जो इस मौसम में आपकी सबसे ज्यादा मदद कर सकती है।
मानसून के मौसम में बच्चों को बीमारियों का खतरा अधिक होता है। यह मौसम मच्छरों और कीटाणुओं के लिए एक अच्छा प्रजनन स्थान देने का काम करता है, जिससे मलेरिया, डेंगू, पीलिया और वायरल बुखार जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
तुलसी को बिना किसी शक के ग्रह पर सबसे अच्छी औषधीय जड़ी-बूटियों में से एक है। इस जड़ी-बूटी में चमत्कारी गुण होते हैं, खाने में डाली गई तुलसी के पानी की कुछ बूंदें कीटाणुओं को मार सकती हैं। घर के अंदर लगाई गई तुलसी परिवार को संक्रमण, खांसी, जुकाम और अन्य वायरल संक्रमणों से बचा सकती है।
मानसून में तुलसी के काढ़े के फायदे (Benefits of tulsi in monsoon)
1 प्रकृतिक इम्यूनिटी बूस्टर की तरह काम करता है
मानसून के मौसम में अक्सर वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण बढ़ जाते है। तुलसी, अपने शक्तिशाली एंटीबैक्टिरियल गुणों के लिए जानी जाती है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करती है। तुलसी का काढ़े का नियमित सेवन शरीर की रक्षा प्रणाली को बढ़ा सकता है, जिससे यह सर्दी, खांसी और फ्लू जैसे आम संक्रमणों के प्रति आपके शरीर की अच्छे से रक्षा करने में मदद करता है।
2 श्वसन से जुड़ी समस्याओं से लड़ने में मदद करता है
मानसून के मौसम में अक्सर अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और साइनसाइटिस जैसी श्वसन संबंधी समस्याएं होती हैं। तुलसी का काढ़ा एक प्राकृतिक कफ निस्सारक के रूप में काम करता है, जो श्वसन पथ में बलगम और जमाव को साफ करने में मदद करता है। इसके सूजनरोधी गुण हवा के रास्ते में सूजन को कम करते हैं, जिससे सांस लेना आसान हो जाता है और श्वसन संक्रमण में आराम मिलता है।
3 स्किन प्रोबल्म को कम करता है
मानसून के मौसम में नमी बढ़ने के कारण फंगल इंफेक्शन, एक्ने और चकत्ते जैसी कई स्किन रिलेटीड प्रोबल्म हो सकती हैं। तुलसी का काढ़ा, अपने एंटीफंगल और एंटीबैक्टिरियल गुणों के साथ, त्वचा के संक्रमण को रोकने और उसका इलाज करने में मदद करता है। यह खून को भी साफ करता है, जिससे आपकी स्किन स्वस्थ रहती है।
4 खराब पाचन स्वास्थ्य को ठीक करता है
मानसून के मौसम में गंदा पानी और भोजन के कारण पाचन संबंधी समस्याएं आम हैं। तुलसी का काढ़ा पाचन एंजाइमों के स्राव को उत्तेजित करके पाचन में सहायता करता है। यह पेट फूलने, गैस और अपच से राहत दिलाने में मदद करता है, जिससे बारिश के मौसम में आपका पाचन तंत्र सही रहता है।
कैसे बनाया जाता है तुलसी का काढ़ा (How to make tulsi kadha)
काढ़ा बनाने के लिए आपको चाहिए
10-15 तुलसी के पत्ते
अदरक 1 इंच
कच्ची हल्दी 1 इंच
4 मुलेठी
10 काली मिर्च
10 लौंग
3-4 दालचीनी की छड़ें
पानी 8 कप
ऐसे बनाएं तुलसी का काढ़ा
- एक गहरे पैन में पानी डालें और सभी सामग्री को उसमें डाल दें।
- धीमी-मध्यम आंच पर एक घंटे तक पानी को अच्छी तरह उबालें
- एक घंटे के बाद स्टोव बंद कर दें, इसे ठंडा होने दें और अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए इस पानी को पिएं।
- इसे एयरटाइट कांच की बोतल में 2 दिनों तक फ्रीज में स्टोर करें। पीने से पहले इसे गर्म करें।
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