प्रकृति ने कुछ बहुत अद्भुत चीजें बनाई हैं। और मनुष्यों ने उनमें अपनी कला और हुनर के इस्तेमाल से उन्हें और भी अधिक फायदेमंद बना दिया है। ग्लिसरीन ऐसा ही एक उत्पाद है, जो पेड़-पौधों और वनस्पतियों में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। वैज्ञानिक भाषा में इसे ग्लिसरॉल कहा जाता है। हालांकि इसकी खोज 18वीं शताब्दी में स्वीडन के एक रयासन विज्ञानी कार्ल विल्हेम शीले (Carl Wilhelm Scheele) ने की थी। मगर मेरी मम्मी का यह सबसे पसंदीदा विंटर स्किन केयर प्रोडक्ट है। वे इसे अपने चेहरे, बाजुओं और यहां तक कि एड़ियों पर लगाना भी नहीं भूलतीं। तो चलिए जानते हैं मम्मी के फेवरिट ग्लिसरीन के त्वचा (Glycerin benefits for skin) के लिए फायदे।
ग्लिसरॉल अर्थात ग्लिसरीन यूं तो एक गंधहीन और रंगहीन गाढ़ा-चिपचिपा पदार्थ है। मगर इसके हाइड्रेटिंग गुण इसे आपकी त्वचा के लिए बहुत उपयोगी बना देते हैं। इसे एक प्राकृतिक अल्काेहल भी कहा जाता है, जो त्वचा को एजिंग के संकेतों से बचाता है। इसमें मौजूद ग्लिसरॉल, फैटी एसिड ट्राइग्लिसराइड्स और पानी आपकी त्वचा में नमी को लॉक कर देता है और उसे रूखा-बेजान नहीं होने देता। यही वजह है कि आज यह सौंदर्य प्रसाधनों अर्थात कॉस्मेटिक्स की दुनिया का एक जरूरी उत्पाद बन गया है।
इसकी नेचुरल मॉइश्चराइजिंग प्रोपर्टीज त्वचा की लोच बनाए रखती हैं। जिससे खुश्क मौसम में हाथों और शरीर के अन्य अंगों की त्वचा पर नजर आने वाली झुर्रियों से बचा जा सकता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के पबमेड जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में ग्लिसरॉल और त्वचा के लिए उसके उपयोगों के बारे में विस्तार से बताया गया है। शोध के मुताबिक यह एक ट्राईहाइड्रॉक्सी अल्कोहल है, जिसका इस्तेमाल कई वर्षों से त्वचा संबंधी उपचारों में किया जा रहा है। शरीर में मौजूद प्राकृतिक ग्लिसरॉल त्वचा को नमी देने, लचीलापन बनाए रखने और स्किन बैरियर्स को रिपेयर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
शोध से पता चला है कि त्वचा में ग्लिसरॉल पहुंचाने के लिए एक्वापोरिन-3 ट्रांसपोर्ट चैनल और पाइलोसेबेसियस यूनिट में लिपिड मेटाबोलिज्म विशेष भूमिका निभाते हैं।
ग्लिसरॉल त्वचा की ऊपरी परत (stratum corneum) की नमी को बनाए रखने, त्वचा की सुरक्षा बढ़ाने, त्वचा की लोच में सुधार करने, और घावों को तेजी से ठीक करने की प्रक्रिया में योगदान करता है। इसके एंटीमाइक्रोबियल प्रभाव त्वचा की शुष्कता और त्वचा की क्षति से प्रभावित रोगों जैसे एटोपिक डर्मेटाइटिस से राहत देने में भी मददगार हैं। सर्दियों में जब त्वचा अधिक सूख जाती है, तो ग्लिसरॉल का उपयोग त्वचा की नमी बनाए रखने में किया जा सकता है।
ग्लिसरीन बरसों से त्वचा को सॉफ्ट और मुलायम बनाए जाने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। तब जब सर्दियों का मौसम दस्तक दे रहा है, आप अपनी रूखी त्वचा को मुलायम बनाने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकती हैं।
श्रीबालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली में डर्मेटोलॉजिस्ट, सीनियर कंसल्टेंट, डॉ. विजय सिंघल, कहते हैं कि इसके इस्तेमाल से त्वचा को हाइड्रेट रखने में मदद मिल सकती है। खुश्क हवाएं और मौसम जब आपकी त्वचा की नमी को सोख लेती हैं, तब आपकी त्वचा को इससे अतिरिक्त पोषण दिया जा सकता है। ये त्वचा के इरिटेंट्स से सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे त्वचा संबंधी बीमारियों और खुजली से राहत मिलती है।
इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि यह त्वचा पर नमी को लॉक कर देता है। इसलिए अगर आपकी स्किन भी बहुत ज्यादा ड्राई है और आप 30 की उम्र पार कर चुकी हैं, तो आपको अपने विंटर स्किन केयर रुटीन में ग्लिसरीन को जरूर इस्तेमाल करना चाहिए।
ग्लिसरीन के लाभ लेने का सबसे असरदार तरीका है, उसे त्वचा पर सीधे अप्लाई करना। मगर बेस्ट टाइम है रात को सोने से पहले। तब जब आपकी स्किन अपनी रिपेयरिंग कर रही होती है। रात को सोने से पहले चेहरे को अच्छी तरह धोएं और पोंछे। बहुत थोड़े से अमाउंट में ग्लिसरीन को उंगलियों पर ले और उसे सर्कुलर मोशन में पूरे चेहरे पर लगाएं। ध्यान रहे कि आपको अपनी आंखें इससे बचानी है। जो चीजें त्वचा के लिए फायदेमंद हों, जरूरी नहीं कि वे आंखों के लिए भी उतनी ही सुरक्षित हों।
अगर आप त्वचा को पैंपर करने के लिए वीकेंड पर कोई फेस पैक या फेस मास्क लगा रही हैं, तो आप उसमें भी ग्लिसरीन मिक्स कर सकती हैं। बेसन, मसूर दाल, चावल का आटा जैसे सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले फेस पैक में आप इसकी थोड़ी सी मात्रा एड कर सकती हैं।
अगर आपको लगता है कि ग्लिसरीन बहुत ज्यादा थिक है, तो आप इसे थोड़े से पानी या गुलाबजल के साथ मिक्स करके भी लगा सकती हैं। आप इस मिश्रण को टोनर या फेस मिस्ट के रूप में भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
शुक्र है कि अब प्राकृतिक इंग्रीडिएंट्स को आपके सौंदर्य प्रसाधनों में भी इस्तेमाल किया जाने लगा है। इस समय बाजार में बहुत सारे ग्लिसरीन युक्त साबुन, क्रीम और लोशन मौजूद हैं। अगर आपकी त्वचा ड्राई है और उस पर झुर्रियां नजर आने लगी हैं,तो आपको ग्लिसरीन बेस्ड प्रोडक्ट्स को चुनना चाहिए।
ध्यान रखें
याद रखें कि हर व्यक्ति की त्वचा और उसकी जरूरतें अलग होती हैं। इसलिए सभी प्रोडक्ट्स अलग-अलग तरह की त्वचा पर अलग-अलग प्रभाव दे सकते हैं। जब भी आप कोई नया उत्पाद इस्तेमाल करें, तो पैच टेस्ट करना न भूलें। इसके लिए अपनी उल्टी हथेली पर ग्लिसरीन की थोड़ी सी मात्रा लगाएं और मलें। अगर वहां किसी तरह की खुजली, जलन और लालामी नजर नहीं आती है, तो यह आपके लिए सुरक्षित है।
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