अक्सर सर्दी खांसी के दौरान छाती में जकड़न बढ़ने से स्टीम लेने की सलाह दी जाती है। मगर इससे न केवल म्यूकस की समस्या हल हो सकती है बल्कि त्वचा पर बढ़ने वाली इम्प्यूरिटीज़ से भी बचाव हो जाता है। भाप लेना आपकी त्वचा के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का एक शानदार तरीका भी है। भाप लेने से त्वचा की गंदगी और अशुद्धियाँ दूर होती हैं। साथ ही स्किन मेंकोलेजन उत्पादन को बढ़ावा मिलता है और त्वचा हाइड्रेटेड और चमकदार दिखने लगती है। अगर आप भी स्किन को क्लीन और हेल्दी रखता चाहती हैं, तो जानें स्टीम (facial steaming benefits) किस तरह से होती है मददगार साबित।
चेहरे की भाप लेने से (facial steaming benefits) आपके रोमछिद्र खुल जाते हैं, जिससे त्वचा को गहराई से साफ किया जा सकता है। इससे स्किन कोमल और मुलायम बनती है। साथ ही स्किन के टैक्सचर में भी सुधार आने लगता है। सप्ताह में एक बार स्टीम लेने से स्किन पर बढ़ने वाली फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से मुक्ति मिल जाती है और स्किन में सुधार आने लगता है।
इस बारे में डर्माटोलॉजिस्ट डॉ किरण सेठी के अनुसार गर्मी के मौसम में त्वचा पर बढ़ने वाली सीबम सिक्रीशन से ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स का खतरा त्वचा पर बना रहता है। मृत त्वचा कोशिकाओं या बैक्टीरिया के जमा होने के कारण रोमछिद्रों के बंद हो जाने की समस्या का सामना करना पड़ता हैं। इन्हें भाप की मदद से हटाया जा सकता है। कुछ लोग त्वचा को कुचलकर और दबाकर हटाने का प्रयास करता है, मगर उससे त्वचा क्षतिग्रस्त हो जाती है। डॉ सेठी के अनुसार सप्ताह में एक बार अपने चेहरे पर भाप लें और उससे स्किन को खूब फायदा मिलता है।
डॉ किरण कहती हैं रूखी त्वचा वालों या एक्जिमा या रैश से पीड़ित लोगों के लिए भाप लेना (facial steaming benefits) उचित नहीं है। इससे त्वचा अत्यधिक रूखी हो सकती है और त्वचा में जलन बढ़ने लगती है।
चेहरे की भाप लेने से त्वचा की डीप क्लींजिंग में मदद मिलती है। भाप के संपर्क में आने से स्किन पोर्स ओपन होने लगते है। इससे पोर्स में जमा ऑयल, पॉल्यूटेंटस और गंदगी को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा दिनभर चेहरे पर लगे रहने वाले मेकअप के पार्टिकल्स को भी आसानी से निकाला जा सकता है। सप्ताह में 1 बार स्किन को क्लीन करने से मुंहासे होने का जोखिम कम होता है और त्वचा की रंगत में सुधार आ जाता है।
इससे स्किन की शाइन मेंटेन रहती है। चेहरे पर भाप लेने से रक्त संचार बढ़ जाता है, जिससे त्वचा में ऑक्सीजन का प्रवाह बना रहता है और टैक्सचर में सुधार आने लगता हैं। इससे स्किन सेल्स् बूस्ट होते हैं और त्वचा का निखार बढ़ जाता है। सीमित समय पर इसका इस्तेमाल करने से फायदा मिलता है।
मुंहासों के खतरे को कम करने के लिए स्टीम आवश्यक है। इससे रोमछिद्र खुले और साफ़ दिखने लगते हैंं। दरअसल, बैक्टीरिया के फंसने से मुंहासे होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में भाप ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को नरम करने में मदद करती है, जिससे उन्हें निकालना आसान हो जाता है।
गर्मी के मौसम में धूप की किरणों से त्वचा झुलस जाती है। ऐसे में स्किन को हाइड्रेट रखने के लिए स्टीम मददगार साबित होती है। इससे स्किन की लेयर्स में नमी रीस्टोर होने लगती है और त्वचा में नमी का स्तर बढ़ जाता है। इससे स्किन नरम और कोमल महसूस करती है।
इससे रक्त संचार बढ़ जाता है और भाप लेने से कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा मिलता है। कोलेजन वो प्रोटीन है जो त्वचा को दृढ़ और लचीला बनाए रखने में मदद करती है। कोलेजन की मात्रा बढ़ने से महीन रेखाएँ और झुर्रियाँ दिखने की संभावना कम हो जाती है। न्यूट्रिएंट्स की रिपोर्ट के अनुसार भाप लेने से उम्र बढ़ने के लक्षण नहीं दिखते है। साथ ही एंटी एजिंग प्रक्रिया बढ़ने लगती है।
ब्लैकहेड्स दूर करने के लिए चेहरे पर भाप लेने से फायदा मिलता है। भाप जहां रोग छिद्रों में फंसी गंदगी और तेल को ढीला करने में मदद करती है। वहीं आपकी त्वचा को नुकसान पहुँचाए बिना ब्लैकहेड्स को निकालना बहुत आसान हो जाता है। भाप लेने के बाद रिमूवल टूल की मदद से इस समस्या को हल करने में मदद मिलती है।
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