सर्दी में मौसमी संक्रमण का खतरा बना रहता है। ऐसे में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी फूड्स का सेवन ठंड की सुबह को हेल्दी और संक्रमणसे मुक्त बना देती हे। अक्सर सर्दी के मौसम में कुछ गर्मागर्म पीने के लिए मन उत्सुक रहता है। जहां कुछ लोग चाय की प्याली से दिन शुरू करते हैं, तो कुछ गर्म पानी का भी सेवन करते है। अगर आप सुबह की चाय को अदरक के पानी यानि जिंजर वॉटर से रिप्लेस कर देती हैं, तो इससे पोषण और स्वाद दोनों की ही प्राप्ति हो सकती है। दरअसल, अदरक अपने गर्म और मसालेदार स्वाद के कारण आहार में जोड़ा जाता है। जानते हैं सुबह उठकर खाली पेट अदरक का पानी पीने से शरीर को कौन से फायदे मिलते हैं।
पीने से स्वस्थ्य को कई लाभ मिलते हैं। आयुर्वेद में भी अदरक का खास महत्व है। इसमें मौजूद औषधीय गुणों के कारण विभिन्न बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है। इससे न केवल डाइजेशन बूस्ट होता है बल्कि इंफे्क्शन से भी राहत मिल जाती है। खाली पेट अदरक के पानी का सेवन करने के स्वास्थ्य लाभों को समझने के लिए हेल्थ शॉट्स ने पोषण विशेषज्ञ अवनी कौल से बातचीत की।
इस बारे में डायटीशियन अवनी कौल बताती हैं कि अदरक से विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, कॉपर, जिंक, मैंगनीज और क्रोमियम जैसे आवश्यक पोषक तत्वों की प्राप्ति होती हे। इसमें विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
अवनी कौल के अनुसार इसके इस्तेमाल से पाचन शक्ति बढ़ती है जिसके चलते अपच, सूजन और मतली को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, अदरक का पानी पीने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल यानि एलडीएल को खत्म करने या कम करने में मदद मिलती है। ये हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
अदरक के सूजनरोधी गुण पाए जाते हैं, जिससे जोड़ों के दर्द से राहत मिलतीं है। साथ ही गिइया के लक्षणों को भी नियंत्रित किया जा सकता है। अदरक की मदद से शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया का प्रभाव कम होता है। इसके अलावा सूजन को ट्रिगर करने वाली समस्याओं को भी कम किया जा सकता हैं।
अदरक के अन्य लाभों के अलावा इसके सेवन से इम्यून सिस्टम भी बूस्ट होता है, जिससे पर्यावरण में फैले मौसमी संक्रमण को रोका जा सकता है। इससे शरीर सर्दी, खांसी और चेस्ट कंजेशन से भी बच सकता है। इसके अलावा ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने की क्षमता को भी बढ़ाता है।
अदरक के रस में एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा पाई जाती हे। इससे शरीर में बढ़ने वाले सेलुलर डैमेज को रोका जा सकता है। इससे स्वास्थ्य उचित बना रहता है और क्रॉनिक समस्याओं को भी हल किया जा सकता है।
अदरक में नेचुरली एंटी नॉज़िया प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान मोशन सिकनेस, माइग्रेन या मॉर्निंग सिकनेस से पीड़ित लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद साबित होता है। इससे पाचन संबधी समस्याओं को कम किया जा सकता है।
अदरक के पानी से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। इसके अलावा वज़न को संतुलित बनाए रखने में मदद करता है। इसके सेवन से शरीर में जमा तेज़ी से कैलोरीज़ बर्न होने लगती हैं और शरीर हेल्दी व एक्टिव रहता है।
जिंजर टी के ज़रिए आहार में अदरक को शामिल किया जा सकता है। सुबह की शुरुआत चाय में ताज़ा कसा हुआ अदरक डालकर की जा सकती है। इसके अलावा गर्म पानी में अदरक के अलावा नींबू का रस डालकर पीने से शरीर को पोशण की प्रापित होती हैं। ऐसे में खाली पेट अदरक की चाय पीने से शरीर को फायदा मिलता है।
सूप और सलाद के स्वाद को बढ़ाने के लिए इसमें बारीक कटा हुआ अदरक मिलाएँ। इसके अलावा प्याज, टमाटर, अदरक और लहसुन को मिलाकर धीमी आंच पर पकाएं और रोअी के साथ चटनी के रूप में खाएं। इससे पाचनतंत्र मज़बूत बनता है और घुटनों के दर्द को कम किया जा सकता है।
अदरक को स्मूदी ब्लेंड करने के दौरान एड करने से सेहत को लाभ मिलता है। इससे शरीर एक्टिव और हेल्दी रहता है। वे लोग जो नियमित से इसका सेवन करते हैं, वे कई समस्याओं से दूर रहते हैं।
आहार को पौष्टिक बनाने के लिए मीट या सब्ज़ियों को मेरिनेट करने के लिए अदरक का इस्तेमाल करें। इससे व्यंजनों में स्वाद बढ़ता है और उच्च पोषण की प्रापित होती हैं। इससे शरीर को एंटी बैक्टीरियल गुणों की भी प्राप्ति होती है।