घुटनों में बढ़ रही है दर्द की समस्या, तो अर्जुन की छाल का काढ़ा है कारगर, जानें इसके अन्य फायदे भी
ढ़ेरों गुणों से भरपूर जड़ी बूटियां स्वास्थ्य के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लेटरी गुण सर्दियों में शरीर की मज़बूती और रोग प्रतिरोधक क्षमता दोनों को ही बढ़ाने में कारगर साबित होती हैं। साथ ही दर्द को दूर करने में भी मददगार है। इन्हीं हर्ब्स में से एक है अर्जून की छाल। इसे पाउडर के रूप में या रॉ फॉर्म में इस्तेमाल किया जाता है। दिनों दिन बढ़ने वाले मौसमी संक्रमण को दूर करने के लिए ये बेहद गुणकारी है। जानते हैं अर्जुन की छाल के फायदे (Arjun ki chaal benefits) ।
सर्दी के दिनों में अक्सर घुटनों के दर्द की समस्या बनी रहती है। कुछ दिनो में मम्मी के जोड़ों में दर्द बढ़ने लगा था और सूजन भी महसूस हो रही थी। आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर अर्जन की छाल का पानी में मिलाकर पीने से न केवल उन्हें दर्द से राहत मिली बल्कि चलना फिरना भी आसान हो गया।
अर्जुन की छाल क्यों है खास (Arjun ki chaal benefits)
अर्जुन छाल यानि टर्मिनलिया अर्जुन पेड़ की छाल को कहा जाता है। इसे पानी में उबालकर पिया जा सकता है। इसके अलावा इसे पाउडर के रूप में दूध या सूप में मिलाकर पी सकते है। इससे शरीर में बढ़ने वाली सूजन कम होती है और टॉक्सिक पदार्थों से भी राहत मिल जाती है। आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ अंकुर तंवर के अनुसार दिन में 2 से 3 ग्राम तक इसका सेवन किया जा सकता है। इससे घुटनों के दर्द व सूजन को कम किया जा सकता है। इसके अलावा हृदय के लिए भी बेहद गुणकारी औषधी है। साथ ही बुखार की स्थिति में भी इसका सेवन करने से फायदा मिलता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार अर्जुन की छाल में एंटी इस्केमिक, एंटीऑक्सिडेंट, हाइपोलिपिडेमिक और एंटीथेरोजेनिक गुण पाए जाते हैं। इसमें ट्राइटरपेनोइड्स, बीटा सिटोस्टेरॉल, फ्लेवोनोइड्स और ग्लाइकोसाइड्स जैसे फाइटोकॉन्स्टिट्यूएंट्स पाए जाते हैं। ट्राइटरपेनोइड्स और फ्लेवोनोइड्स कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है।
जानते हैं अर्जुन की छाल स्वास्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद है (Arjun ki chaal benefits)
1. मौसमी संक्रमण से दिलाए राहत
अर्जुन की छाल का सेवन करने से एंटीऑक्सीडेंट्स की प्राप्ति होती है। इससे सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार को दूर करने में मदद मिलती है। इसे पानी में उबालकर पीने से ब्रोंकाइटिस, साइनोसाईटिस और अस्थमा के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। इसे पीने के लिए पानी में अर्जुन की छाल, नीम की पत्तियां और तुलसी की पत्तियों को डालकर उबाल लें। इससे शरीर में संक्रमण का प्रभाव कम होने लगता है।
2. जोड़ों के दर्द को करे दूर
इसका सेवन करने से हड्डियों को मज़बूती मिलती है और घुटनों में बढ़ने वाला दर्द कम होने लगता है। इसके अलावा हड्डियों में आने वाली आवाज़ को कम करने के लिए भी अर्जुन की छाल का काढ़ा कारगर साबित होता है। साथ ही एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के चलते ऑस्टियोआर्थराइटिस का खतरा भी कम हो जाता है। सप्ताह में 2 से 3 बार इसका सेवन फायदेमंद साबित होता है।
3. हृदय रोगों के खतरे को करे कम
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार अर्जुन छाल में फाइटोकेमिकल्स की उच्च मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा टर्मिनलिया में मौजूद टैनिन से शरीर में सूजनरोधी प्रभाव बढ़ने लगता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर को कम करने, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है।
4. एसिडिटी को करे नियंत्रित
नियमित रूप से अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने से पेट में गुड बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ने लगती है। दरअसल, इससे गैस्ट्रिक म्यूकोसा में बढ़ने वाली सूजन को कम किया जा सकता है और पाचन संबधी समस्याएं हल होने लगती है। इससे सीने में बढ़ने वाली जलन, दर्द और एसिडिटी को कम किया जा सकता है। साथ ही पेट में बढ़ने वाले अल्सर को भी कम किया जा सकता है।
5. स्किन के लिए फायदेमंद
अर्जुन की छाल में फाइटोकॉन्स्टिट्यूएंट्सपाए जाते हैं, जिससे शरीर पर फ्री रेडिकल्स का प्रभाव कम होने लगता है। इससे स्किन पर दिखने वाले दाग धब्बों और पिगमेंटेशन से राहत मिलती है। इसे चेहरे पर अप्लाई करने के लिए गुलाब जल में मिलाकर लगाएं और गुनगुने पानी से चेहरे को धो लें। इससे मुहांसों की बढ़ती समस्या हल होने लगती है और सीबम के सिक्रीशन को नियंत्रि करने में मदद मिलती है। साथ ही ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स की समस्या हल होने लगती है।
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