बीमारियों से बचने के लिए हम कई महंगी दवाइयाें और विभिन्न प्रकार के नुस्खों का इस्तेमाल करते हैं। परन्तु अक्सर हम सब किचन में मौजूद नियमित रूप से इस्तेमाल होने वाली चीजों को भूल जाते हैं। यह कहावत भी बिल्कुल ठीक है की “घर की मुर्गी दाल बराबर”। आपको पता होना चाहिए कि नियमित रूप से व्यंजनों के स्वाद को बढ़ाने वाले मसाले सेहत के लिए कितने फायदेमंद हैं। खासतौर से सर्दियों के मौसम में जब आप संक्रमण, सर्दी, जुकाम, गले की खराश और पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करते हैं, तब ये मसाले आपके लिए सुरक्षा चक्र बना सकते हैं। आइए जानते हैं मम्मी की रसोई में रखे ऐसे ही 5 खास मसालों (5 spices for winter) के बारे में, जिन्हें आपको अपनी विंटर डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
लौंग, इलायची, दालचीनी, जायफल, जावित्री जैसे मसाले लगभग सभी घरो में इस्तेमाल किये जाते हैं। वहीं इन मसलो में कई ऐसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो आपकी इम्मुनिटी को बूस्ट करने के साथ ही होने वाली कई गंभीर समस्यायों की संभावना को भी कम कर देते हैं। तो आज हम लेकर आये हैं आपके किचन में मौजूद ऐसेही 5 मसलो की जानकारी जो आपके समग्र सेहत को बनाये रखने में आपकी मदद करेंगे। चलिए जानते हैं इस बारे में थोड़ा और।
पब मेड सेंट्रल द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार लौंग में विटामिन के, पोटाशियम, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और बीटा कैरोटीन मौजूद होता है। यह सभी पोषक तत्व सेहत के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं। वहीं यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और शरीर को फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। जिस वजह से सेल्स के डैमेज होने और बिमारियों के बढ़ने की संभावना बहुत हद तक कम हो जाती है।
इसके साथ ही इसके सेवन से डायबिटीज, दिल से जुडी बीमारियां और कैंसर का खतरा भी कम हो जाता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार इलायची में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में फायदेमंद होते हैं। साथ ही इसे लेकर की गयी स्टडी की माने तो इलायची में मौजूद प्रॉपर्टी कैंसर और ट्यूमर से लड़ने के लिए शरीर को तैयार करती हैं।
इसके साथ ही इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है और यह इन्फ्लेमेशन से लड़ने में मदद करता है। यदि सूजन लंबे समय तक बनी रहे तो क्रॉनिक बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही इलायची का सेवन पाचन क्रिया और ओरल हेल्थ के लिए भी काफी अच्छा होता है।
रिसर्च गेट द्वारा प्रकाशित डेटा के अनुसार दालचीनी में एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। वहीं इसे इम्युनिटी बूस्ट करने के लिए काफी प्रभावी माना जाता है। साथ ही यह मैटाबोलिज्म को बढ़ा देती है और पाचन क्रिया को स्वस्थ रखती है। दालचीनी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की स्थिति में कारगर माने जाते हैं।
आप इसे विभिन्न प्रकार के व्यंजनों को बनाने में मसाले के तौर पर इस्तेमाल कर सकती हैं। वहीं इन्हे चाय, दूध, स्मूदी, इत्यादि के साथ लेना भी फायदेमंद रहेगा।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार जायफल में विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन ए, मैग्नीज, मैग्निशियम, कॉपर, फास्फोरस, जिंक और आयरन जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
वहीं सर्दियों में जायफल का सेवन शरीर को अंदर से गर्माहट प्रदान करता है। इन्फ्लेमेशन डायबिटीज, हार्ट डिजीज, गठिया जैसी विभिन्न प्रकार की बीमारियों के जोखिम को बढ़ा देता है। ऐसे में जायफल में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी कंपाउंड सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
इसके साथ ही जायफल में एंटीबैक्टीरियल इफेक्ट पाए जाते हैं जो सर्दियों में होने वाले संक्रमण से लेकर कैविटी और मसूड़ों में सूजन पैदा करने वाले जर्म्स से बचाव करता हैं। वहीं पोषक तत्वों से भरपूर जायफल को पाचन क्रिया के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।
रिसर्च गेट द्वारा प्रकाशित डेटा के अनुसार जावित्री में मैक्लिग्नन कंपाउंड पाए जाते हैं। इसके साथ ही जावित्री में कई अन्य गुण जैसे की एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर, एंटी-माइक्रोबियल और एंटीडायबिटिक पाए जाते हैं। रिसर्च की माने तो इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट स्ट्रेस और फ्री रेडिकल से बचाव का काम करते हैं।
वहीं पाचन शक्ति को बढ़ाने के लिए इसे एक प्रभावी नुस्खे के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। वहीं यह अल्फा-एमिलेस नामक एंजाइम को कण्ट्रोल करता है और ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रहने में मददगार होता है।
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