आमतौर पर गर्मी में मसालों के अधिक सेवन से परहेज रखने को कहा जाता है, क्योंकि इन मसालों की तासीर गर्म होती है। साथ ही गर्मी में इन मसालों का अधिक सेवन पाचन क्रिया को प्रभावित करने के साथ ही त्वचा संबंधी समस्याओं का कारण बनता है। कुछ ऐसे मसाले भी हैं जिसे मम्मी और दादी गर्मी के लिए फायदेमंद बताती हैं, और अपनी नियमित व्यंजनों को बनाने में इनका इस्तेमाल करती हैं। कई ऐसी फल और सब्जियां हैं जिनमें कूलिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है। ठीक उसी प्रकार ऐसे कुछ मसाले भी हैं, जो शरीर को ठंडक (cooling spices) प्रदान करते हैं और पाचन क्रिया को संतुलित रखते हैं।
इस गर्मी पाचन संबंधी समस्याओं से बचने के लिए इन 5 मसलों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। इनकी कूलिंग प्रॉपर्टी आपके शरीर को पर्याप्त ठंडक प्रदान करेंगी (cooling spices)।
धनिया के सेवन से शरीर से अधिक पसीना आता है और स्वेटिंग शरीर से टॉक्सिंस को बाहर निकालता है साथ ही टेंपरेचर को रेगुलेट करता है। धनिया और धनिया की पत्तियां एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन के से भरपूर होती हैं। इस प्रकार इसका सेवन मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है और पाचन संबंधी समस्याओं से राहत पाने में मदद करता है।
इसका सेवन पेट को ठंडक प्रदान करता है और शरीर के तापमान को सामान्य रखता है। धनिया को रात भर के लिए पानी में भिगोकर छोड़ दें और सुबह सुबह खाली पेट इसका पानी पियें।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार सौंफ पाचन क्रिया के लिए काफी फायदेमंद होता है। भारत में लगभग सभी घरों में सौंफ मौजूद होता है। खाने के बाद अक्सर अपने घर में बड़ों को सौंफ खाते देखा होगा, साथ ही रेस्टोरेंट और होटल में भी खाने के बाद सौंफ सर्व किया जाता है। सौंफ में कूलिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है। इस प्रकार गर्मी में इसका सेवन एसिडिटी, उल्टी और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत पाने का एक बेहतरीन उपाय होता है।
सौंफ में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी आंतों की सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती हैं। वहीं यह बॉडी को डिटॉक्सिफाई करते हुए बॉडी टेंपरेचर को सामान्य रहने में मदद करती हैं। सुबह 1 चम्मच सौंफ खाएं, इसके साथ ही सौंफ को पानी में भिगो कर रात भर के लिए छोड़ दें और सुबह उठते के साथ सौंफ का पानी पिएं।
हरी इलायची का सेवन गर्मियों में आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार यह बॉडी टेंपरेचर को रेगुलेट करता है साथ ही इसकी कूलिंग प्रॉपर्टी पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे कि एसिडिटी और ब्लाटिंग में काफी फायदेमंद होती हैं। आयुर्वेद के अनुसार इलायची हमारे शरीर के तीनों प्रकार के उर्जा को संतुलित रखती हैं।
इसके साथ ही इसका सेवन सांसों की बदबू को कम कर देता है और आपको तरोताजा रखता है। इलायची में कई ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं जो बॉडी को डिटॉक्सिफाई करते हैं। इलायची की चाय, इलायची का पानी और इलायची को चबाकर इसके उचित लाभ उठा सकती हैं।
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जीरा सबके मन पसंदीदा मसालों में से एक है। इसका सेवन बॉडी को डिटॉक्सिफाई करता है। जीरा सालों से पाचन संबंधी समस्याएं जैसे गैस, एसिडिटी इत्यादि के लिए इस्तेमाल होता चला आ रहा है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार जीरे में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज इसे समग्र सेहत के लिए फायदेमंद बनाती है।
आयरन और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर जीरे का सेवन आपको पूरे दिन ऊर्जा से भरपूर रखता है। जीरा को नियमित व्यंजनों को बनाने में मसाले के तौर पर इस्तेमाल करने के साथ ही जीरा वॉटर का आनंद ले सकती हैं।
जीरा को रात भर के लिए पानी में भिगो कर छोड़ दें। अब सुबह छानकर पानी और जीरा को अलग-अलग कर लें, और खाली पेट इसे इंजॉय करें।
गर्मी में बॉडी हिट होना एक आम समस्या है। बॉडी हीट के कारण त्वचा बाल एवं पाचन संबंधी तमाम समस्याएं परेशानी का कारण बन जाती हैं। ऐसे में गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थों से दूरी बनाए रखते हुए, कूलिंग फूड्स यानी की ठंडक प्रदान करने वाले खाद्य पदार्थों को खाने की सलाह दी जाती है। मेथी के बीच में कूलिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो पेट को ठंडक प्रदान करती है और पाचन संबंधी समस्याओं से आपको दूर रखती हैं।
मेथी के बीज से बनी चाय, मेथी का पानी और मेथी के बीज को अपने व्यंजनों में मसले के तौर पर ऐड कर सकती हैं। इस गर्मी मेथी के बीच के साथ खुद को कूल और रिफ्रेश रखें।
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