फाइबर और एंटीऑक्सीडेंटस (anti-oxidants) से भरपूर खजूर स्वाद में एकदम मीठी होती है। साल भर खाई जाने वाली खजूर स्वाद के साथ साथ सेहत के लिए भी किसी नायाब तोहफे से कम नहीं है। इसमें मौजूद नेचुरल शुगर (natural sugar) कई डेज़र्स में टॉपिंग का भी काम करती है। हृदय रोगों, ब्लड प्रेशर, एलर्जी, सूजन और बहुत सी समस्याओं में समाधान के तौर पर काम आने वाली खजूर को आप किसी भी वक्त खा सकते हैं। इसके अलावा इसको भिगोकर खाने से इसमें मौजूद टैनिन निकल जाता है। इससे खजूर को पचाना और भी आसान हो जाता है। आइए जानते हैं इसके फायदे (Benefits of dates) और इस्तेमाल का तरीका भी।
आयरन, ज़िक, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर खजूर बहुत से पोषक तत्वों से समृद्ध है। इस बारे में डॉ अदिति का कहना है कि खजूर एक इम्यूनिटी बूस्टर का काम करता है। इसके अलावा इसमें पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड्स, कैरोटीनॉयड और फेनोलिक एसिड जैसे सभी एंटीऑक्सीडेंटस हमारी स्किन को निखारने का काम करते है। इसमें मौजूद कार्ब्स लीवर को भी किसी भी बीमारी की चपेट में आने से बचाते है।
100 ग्राम खजूर में
कैलोरीज़ 277
कार्ब्स 75 ग्राम
फाइबर 7 ग्राम
प्रोटीन 2 ग्राम
पोटेशियम 15 फीसदी
मेगनिशियम 13 फीसदी
कॉपर 40 फीसदी
मैंगनीज़ 13 फीसदी
आयरन 5 फीसदी पाया जाता है।
पोटेशियम से भरपूर खजूर उच्च कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करने का काम करता है। दरअसल, कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से शरीर में हृदय रोग का खतरा बए़ने लगता है। इस बारे में मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक साल 2020 में की गई एक रिसर्च के मुताबिक वे लोग जो तीन दिन तक खजूर खा रहे थे, उनके कोलेस्ट्रॉल लेवल को जांचा गया। जांच में पाया गया कि इन लोगों में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा थी। इससे हानिकारक प्रकार के कोलेस्ट्रॉल को हटाने में मदद मिलती है।
कब्ज के इलाज में खजूर बेहद फायदेमंद है। शरीर में फाइबर की कमी के कारण कब्ज की समस्या पैदा होने लगती है। ऐसे में रोज़ाना 4 से 5 खजूर खाने से पाचन प्रक्रिया ठीक होने लगती है। इसके अलावा रात को खजूद भिगो दें। ओवरनाइट सोक करने के बाद खजूर को निचोड़कर पानी निकाल लें और उस पानी को पीएं। इससे कॉस्टिपेशन की समस्या हल हो जाएगी।
खजूर में प्रचुर मात्रा में विटामिन और मिनरल पाए जाते है। इसके अलावा खजूर खाने से हमारे शरीर में आयरन और कॉपर की कमी पूरी होती है। 100 ग्राम खजूर से करीबन 1 ग्राम आयरन की प्राप्ति होती है। दरअसल, कॉपर हमारे शरीर में रेड ब्लड सेल्स को बनाता है। ऐसे में रोज़ाना खजूर खाने से शरीर को एनीमिया की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
खजूर में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंटस पाए जाते हैं। ऐसे में इन्हें खाने से कई बीमारियों का खतरा खुद ब खुद कम हो जाता है। इसमें फ्लेवोनोइड्स, कैरोटीनॉयड और फेनोलिक एसिड पाया जाता है। फ्लेवोनोइड्स नाम के एंटीऑक्सिडेंट शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही डायबिटीज़, अल्जाइमर और कैंसर जैसे खतरे से हमारी रक्षा करते हैं। इससे मिलने वाले कैरोटीनॉयड हार्ट हेल्थ का ख्याल रखते हैं। साथ ही आंखों से जुड़े रोगों की संभावना को कम करने का काम करते हैं। वहीं अन्य प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट फेनोलिक एसिड शरीर में कैंसर और हृदय रोग से हमें बचाता है।
ऐसा देखा गया है कि डिलीवरी के वक्त नेचुरल लेबर पेन न होने पर डाक्टर्स लेबर इंडयूज़ करते है। कई बार इसका बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव होने का भी खतरा रहता है। मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक 2017 के एक अध्ययन में पाया गया कि खजूर खाने से नेचुरल लेबर पेन की संभावना बढ़ जाती है। एक अन्य स्टडी के मुताबिक 91 प्रेग्नेंट महिलाएं, जो रोज़ाना 70. 76 ग्राम खजूर खा रही थी, वो 37वें सप्ताह में खुद ब खुद लेबर पेन में चली गईं।
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