डेली डाइट को हेल्दी बनाने के लिए लोग कई तरह के सुपरफूड्स को मील में शामिल करते है। मगर एक खाद्य पदार्थ ऐसा भी है, जिसे दादी-नानी के समय से कभी दाल, कभी लड्डू, तो कभी पापड़ बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जी हां पोषण से भरपूर हरी मूंग दाल स्वास्थ्य को कई तरह से फायदा पहुंचाती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा हृदय रोगों और डायबिटीज़ के खतरे को कम करने के अलावा सर्दी के कारण संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को भी नियंत्रित किया जा सकता है। जानते हैं हरी मूंग दाल के फायदे (Green Moong dal benefits) और महिलाओं को इसका सेवन क्यों करना चाहिए।
साइंस डायरेक्ट की रिपोर्ट के अनुसार आयरन, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर हरी मूंग दाल का सेवन करने से शरीर को ज़रूरी अमीनो एसिड की प्राप्ति होती है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार इसके सेवन से शरीर में फाइटिक एसिड का स्तर कम होता है, जो एक एंटीन्यूट्रिएंट है। दरअसल, शरीर में एंटीन्यूट्रिएंट की कमी जिंक, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे मिनरल्स के अवशोषण को कम कर देता हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम कर देती है।
इस बारे में डायटीशियन मनीषा गोयल बताती हैं कि मूंग दाल का सेवन करने से शरीर को आयरन, प्रोटीन और फोलेट की प्राप्ति होती है। इससे महिलाओं को बच्चे के जन्म के दौरान और बाद में बढ़ने वाली खून की कमी की समस्या हल होने लगती है। इसके सेवन से शरीर को आयरन की प्राप्ति होती है, जिससे रेड ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ जाती है। साथ ही बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं में बढ़ने वाली वेटगेन की समस्या को हल करने के लिए भी मूंग दाल फायदेमंद है।
इसमें मौजूद सॉल्यूबल फाइबर अत्यधिक भूख लगने की समस्या को दूर करता है। इसमें मौजूद पोटेशियम के चलते शरीर में पीएमएस यानि प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम का जोखिम भी कम होने लगता है। जानते हैं, हरी मूंग दाल के फायदे।
हरी मूंग दाल का सेवन करने से शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होने लगता है। दरअसल, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करती है और कोशिकाओं में बढ़ने वाले संकुचन को कम करती है। इसमें मौजूद पोटेशियम और मैग्नीशियम की उच्च मात्रा से शरीर में ब्लड प्रेशर का स्तर नियमित बना रहता है और हृदय रोगों से जुड़ी समस्या को कम किया जा सकता है। इससे शरीर को हरी मूंग दाल के फायदे मिलते हैं।
फाइबर और प्रोटीन से भरपूर हरी मूंग दाल का सेवन करने से गट हेल्थ को मज़बूती मिलती है। इसमें मौजूद सॉल्यूबल फाइबर पेक्टिन के रूप में आंतों के स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाता है। इससे पेट में हेल्दी बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ती है, जिससे बॉवल मूवमेंट नियमित बना रहता है। इससे न केवल इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है बल्कि कोलन कैंसर का खतरा भी कम हो जाता है।
बायोमेड सेंट्रल की रिपोर्ट के अनुसार मूंग में फाइबर और प्रोटीन की उच्च मात्रा पाई जाती हैं, जो वजन कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं। इसमें मौजूद फाइबर और प्रोटीन से भूख बढ़ाने वाले हार्मोन घ्रेलिन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। नेशनल इंस्टीट्यमट ऑफ हेल्थ के अनुसार पास्ता और ब्रेड खाने वाले लोगों की तुलना में हरी मूंग दाल खाने वाले 31 फीसदी लोगों में क्रेविंग की समस्या हल हो जाती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को भरपूर मात्रा में फोलेट की आवश्यकता होती है और हरी मूंग दाल का सेवन करने से शरीर को फायदा मिलता है। यूएसडीए के अनुसार 1 कप पकी हुई मूंग की दाल का सेवन करने से 202 ग्राम फोलेट की प्राप्ति होती है, जिससे फोलेट की रेफरेंस डेली इनटेक की 80 फीसदी कमी पूरी हो जाती है।
यूएसडीए के अनुसार 100 ग्राम मूंग दाल का सेवन करने से शरीर को 24 ग्राम प्रोटीन की प्राप्ति होती है। इससे मसल्स रिपेयर, बोन डेंसिटी और रक्त का प्रवाह उचित बना रहता है। प्रोटीन की उच्च मात्रा के चलते शरीर में कैलारी इनटेक को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे शरीर को वेटलॉस में मदद मिलती है और डाइजेशन भी बूस्ट होता है।
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