शहद और काजू दो अलग अलग सुपरफूड्स हैं, जिनमें कई पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है। ये व्यक्तिगत रूप से आपकी सेहत के लिए कई रूपों में फायदेमंद होते हैं, पर इनका कॉम्बिनेशन और ज्यादा लाभदायक हो सकता है। शहद में भिगोए हुए काजू को काफी पसंद किया जा रहा है (Cashew soaked in honey)। वहीं आजकल ये मार्केट में भी काफी ट्रेंडिंग है और अलग-अलग ब्रांड अपने पैकेजिंग लॉन्च कर रहे हैं (Cashew soaked in honey benefits)।
आप चाहें तो घर पर आसानी से काजू और शहद के कॉम्बिनेशन को बिना प्रिज़र्वेटिव के आसानी से तैयार कर सकती हैं। तो चलिए जानते हैं, सेहत के लिए इसके क्या फायदे हैं, साथ ही जानेंगे इसे घर पर तैयार करने का तरीका (how to make Cashew soaked in honey at home)।
शहद को त्वचा स्वास्थ्य को बनए रखने के लिए एक लोकप्रिय विकल्प के रूप में जाना जाता है। इसमें स्किन सेल्स को मजबूत करने की क्षमता होती है, जो इसे एक्जिमा, झुर्रियां, मुहांसे और फाइन लाइन सहित त्वचा की अन्य स्थितियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाते हैं। काजू जैसे सूखे मेवों के साथ मिलाए जाने पर शहद अधिक फायदेमंद और प्रभावशाली होता है। शहद में भिगोए गए काजू में विटामिन ई की गुणवत्ता पाई जाती है, जो त्वचा स्वास्थ्य के लिए एक अच्छा विकल्प है।
काजू में एक बेहद खास तरह के एंजाइम होते हैं, जो प्रोटीन को तोड़ने में आपकी मदद करते हैं। वहीं शहद में प्रीबायोटिक की गुणवत्ता पाई जाती है, जो आंतों में हेल्दी बैक्टीरियल ग्रोथ को बढ़ावा देती है, और आपके पाचन क्रिया को सक्रीय रहने में मदद करती है।
काजू में मैग्नीशियम और कॉपर की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो शरीर में ऊर्जा के संचार को बढ़ा देती है। वहीं शहद में मिलने के बाद इसमें प्राकृतिक मिठास जुड़ जाता है, जो शारीरिक ऊर्जा शक्ति बढ़ाने के लिए मत्वपूर्ण होते हैं।
शहद और काजू दोनों ही एंटीऑक्सीडेंट के एक उत्कृष्ट स्रोत माने जाते हैं। इनका सेवन शरीर में एन्टीऑक्सडेंट को बढ़ावा देता है, और फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम कर देता है। इस प्रकार ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस आपको प्रभावित नहीं करते और आपकी त्वचा स्वास्थ्य से लेकर समग्र शरीर को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।
नेशनल लाइबरेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार काजू में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और शहद में एंटी इंफ्लेमेटरी कंपाउंड पाए जाते हैं। ये शरीर में सूजन को कम करने में आपकी मदद करते हैं। क्रोनिक इन्फ्लेमेशन कई समस्यायों का कारण बन सकता है, इसलिए इसका ध्यान रखें।
पब मेड सेंट्रल के अनुसार शहद में एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, वहीं काजू कई मत्वपूर्ण विटामिन एवं मिनरल्स का एक बेहतरीन स्रोत होता है। इन दोनों की गुणवत्ता आपस में मिलकर आपकी बॉडी इम्युनिटी को बढ़ावा देती है, जिससे की आपकी बॉडी तमाम तरह के संक्रमण तथा बिमारियों से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार रहती है।
शहद में प्रीबायोटिक्स की गुणवत्ता पाई जाती है और काजू में फाइबर मौजूद होते हैं, ये दोनों आपस में मिलकर आंतों में हेल्दी बैक्टीरियल ग्रोथ को बढ़ा देते हैं। हेल्दी बैक्टीरिया खाद्य पदार्थों को आसानी से पचने में मदद करते हैं और पाचन संबंधी समस्यायों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
काजू में अनसैचुरेटेड फैट मौजूद होते हैं, साथ ही यह कई अन्य महत्वपूर्ण विटामिन एवं मिनरल्स का एक अच्छा स्रोत है, जो ह्रदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। वहीं शहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट की गुणवत्ता बैड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखती है और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा दे सकती है, जिससे एक स्वस्थ ह्रदय के निर्माण में मदद मिलती है।
यदि आप वजन बढ़ने के लिए स्वस्थ विकल्पों की तलाश में हैं, तो शहद में डुबोए हुए काजू एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकते हैं। इन दोनों में पर्याप्त कैलोरी होती है, जिससे स्वस्थ रूप से वजन बढ़ सकता है। यदि कोई वेट लॉस डाइट पर है, तो उन्हें इसे सिमित मात्रा में लेने की सलाह दी जाती है।
लगभग 100 ग्राम काजू को एक कांच के जार में डाल दें।
अब इसमें 200 ग्राम शहद डालें, ताकि काजू इनमें अच्छी तरह डूब जाए।
इसे लगभग 12 घंटों के लिए भिगोकर रखें, और फिर इसे खा सकती हैं।
इसे एक एयर टाइट कांच के जार में रेफ्रिजेटर में स्टोर करके लगभग 2 हफ़्तों तक इस्तेमाल क सकती हैं।
शहद वाले काजू में अधिक मात्रा में कैलोरी होती है, यदि आप वजन कम करना चाहती हैं तो इससे परहेज करें। यह शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जोड़ती है। वहीं इसमें अधिक शहद होता है, शहद में नेचुरल शुगर होते हैं, जिससे की ब्लड शुगर बढ़ सकता है। ब्लड शुगर स्पाइक वेट गेन का कारण बन सकता है।
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