हाथ, पैर, कमर या कंधा किसी भी तरह के दर्द से छुटकारा दिला सकती हैं रसोई में मौजूद ये 7 चीजें

शारीरिक अंगों में किसी न किसी कारण से दर्द का सामना करना पड़ता है। ऐसे में तुरंत राहत के लिए दवाओं का बार बार सेवन परेशानी को बढ़ा सकता है। जानते हैं दर्द को दूर करने के लिए कौन से घरेलू नुस्खे साबित होंगे मददगार
Pain ke gharelu upaye
बार बार दर्द को इग्नोर करने और एंटीबायोटिक के सेवन को बढ़ाने से समस्या क्रानिक रूप धारण कर सकती है। चित्र : शटरस्टॉक
ज्योति सोही Published: 26 Aug 2024, 10:00 am IST
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रोजमर्रा के जीवन में व्यक्ति को कभी घुटनों के दर्द, तो कभी कमर व टांगों में ऐेंठन का सामना करना पड़ता है। शारीरिक अंगों में होने वाली दर्द व सूजन के चलते चलने फिरने और उठने बैठने में तकलीफ बढ़ जाती है। ऐसे में समस्या को जल्द दूर करने के लिए अक्सर लोग पेन किलर्स की मदद लेते हैं। मगर बार बार दर्द को इग्नोर करने और एंटीबायोटिक के सेवन को बढ़ाने से समस्या क्रानिक रूप धारण कर सकती है। ऐसे में कुछ हर्बल उपायों की मदद समस्या को दूर करने में मदद मिलती है। जानते हैं दर्द की समस्या को दूर करने के लिए कुछ नेचुरल उपाय Natural pain reliever)

इस बारे में नैचुरोपैथ अनिल बंसल बताते हैं कि पैरों, हाथों, कंधों और टांगो में बढ़ने वाले दर्द को कम करने के लिए हल्दी कारगर उपाय है। इससे सूजन और दर्द से राहत (natural pain relieving tips) मिलती है। हल्दी को पानी में या दूध में उबालकर पीएं। इसके अलावा लहसुन को दूध में उबालकर पीने से भी शरीर को फायदा मिलता है। वहीं लौंग, अदरक और जायफल के तेल (nutmeg oil benefits)  में मौजूद सूजनरोधी गुण के चलते कुछ देर मालिश करने से हड्डियों के दर्द को दूर किया जा सकता है।

जानते हैं किन घरेलू नुस्खों की मदद से दर्द होगी कम

1. जायफल का तेल

जायफल के तेल (nutmeg oil benefits) में कैम्फीन, लिनालूल और यूजेनॉल समेत कई कंपाउड पाए जाते हैं। इससे शरीरिक अंगों में बढ़ने वाली दर्द और सूजन को दूर करने में मदद मिलती है। इसकी मदद से जोड़ों में दर्द, सिरदर्द, गठिया और पीरियड क्रैम्प को दूर किया जाता है। जायफल के तेल को नारियल तेल समेत किसी भी कैरियर ऑयल में मिलाकर स्किन पर अप्लाई करने से इन्फ्लेमेशन से राहत मिलती है।

Jaiphal ke fayde
जायफल के तेल में कैम्फीन, लिनालूल और यूजेनॉल समेत कई कंपाउड पाए जाते हैं। इससे दर्द दूर करने में मदद मिलती है। चित्र-शटरस्टॉक.

2. हल्दी का करें सेवन

नैचुरोपैथ अनिल बंसल बताते हैं कि औषधीय गुणों से भरपूर हल्दी सूजन, दर्द व घाव को भरने में मदद करती है। इसमें मौजूद एंटी सेप्टिक और एंटी बैक्टीरियल गुण दर्द और सूजन को दूर करते हैं। इसमें पाया जाने वाला करक्यूमिन कंपाउड के चलते शारीरिक अंगों में बढ़ने वाले दर्द को दूर किया जा सकता है। हल्दी को दूध में मिलाकर (Turmeric milk benefits) या पानी में उबालकर पीने से शरीर को लाभ मिलता है।

3. अदरक की चाय

अदरक में एंटी इंफ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं। इससे पेट दर्द और ब्लेटिंग की समस्या को दूर करने के अलावा शरीर में होने वाले दर्द को भी दूर करने में मदद मिलती है। एनसीबीआई की रिसर्च के अनुसार अदरक में एनलजेसिक प्रॉपर्टीज़् पाई जाती है। इससे शरीर एक्टिव रहता है और मसल्स पेन से राहत मिल जाती है। ऐसे में अदरक को चाय में उबालकर पीने और जिंजर ऑयल को स्किन पर अप्लाई करने से दर्द कम होने लगता है।

Jaanein Adrak ke fayde
अदरक में एनलजेसिक प्रॉपर्टीज़् पाई जाती है। इससे शरीर एक्टिव रहता है और मसल्स पेन से राहत मिल जाती है।।चित्र:अडॉबीस्टॉक

4. हॉट और कोल्ड क्रप्रैस

हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार मसल्स में बढ़ने वाली सूजन को दूर करने और टिशू रिपेयरिंग के लिए कोल्ड मसाज फायदेमंद साबित होती है। इससे ब्लड वेसल्स रिलैक्स होते हैं और इंफ्लामेशन को कम किया जा सकता है। इसके अलावा शरीर में दर्द को कम करने और थकान से राहत पाने के लिए हॉट वॉटर बॉटल कस इस्तेमाल करें।

5. लौंग का तेल

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसान लौंग के तेल में यूजेनॉल कंपाउड पाया जाता है। इस एंटीऑक्सीडेंटस की मदद से सूजन के अलावा दांतों में बढ़ने वाले दर्द को कम किया जा सकता है। इसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। इससे ओरल हेल्थ को मज़बूती मिलती है और केविटी का खतरा कम होने लगता है। इसे रूई की मदद से दांतों पर अप्लाई करने से मदद मिलती है। इसके अलावा घुटनों में बढ़ने वाले दर्द को दूर करने के लिए कुछ बूंद तेल लेकर मसाज करें। इससे शरीर को गर्माहट की प्राप्ति होती है।

Clove oil ke fayde
लौंग का तेल दांतों में लगाने से दांतों की संवेदनशीलता कम होने लगती है।। चित्र : एडॉबीस्टॉक

6. गार्लिंक मिल्क

नैचुरोपैथ अनिल बंसल बताते हैं कि पैरों और कंधों में बढ़ने वाले दर्द को कम करने के लिए दूध में लहसुन की कलियों को काटकर डालें और कुछ देर तक उबलने दें। उसके बाद उस दूध को छानकर उसका सेवन कर लें। इससे मांसपेशियां रिलैक्स होती है और शरीर में होने वाली ऐंठन से भी बचा जा सकता है।

7. लैवेडर ऑयल

कॉम्प्लीमेंटरी थेरेपीज़ इन मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार लैवेंडर ऑयल के इस्तेमाल से दर्द को दूर करके शरीर को सुकून प्रदान करता है। दरअसल, अरोमाथेरेपी के लिए प्रयोग किया जाने वाला लैवेंडर ऑयल सिरदर्द को दूर करने में मदद करता है।

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लेखक के बारे में

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें

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