आंवला और शहद दोनों में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है। इनका सेवन सीजनल संक्रमण से लड़ने के लिए सालों से इस्तेमाल होता चला आ रहा है। यदि इन्हें एक साथ लिया जाए तो यह अधिक प्रभावी साबित हो सकते हैं। आज के समय में गिरते तापमान और बढ़ते प्रदूषण की वजह से सर्दी-खांसी, कफ और अन्य फ्लू के लक्षण लोगों की परेशानी का कारण बन गए हैं। इन पर नियंत्रण पाने में आंवला और शहर का मिश्रण आपकी मदद कर सकता है (Amla and honey benefits)।
मेरी मां सालों से मौसमी संक्रमण में इस घरेलू नुस्खे को आजमाती चली आ रही हैं। वहीं आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉक्टर चैताली राठौर भी इसका पूरा समर्थन करती हैं (Amla and honey benefits)। तो चलिए जानते हैं, आंवला और शहद आपके लिए किस तरह फायदेमंद हो सकता है।
आंवला विटामिन सी का एक समृद्ध स्रोत है, जो आपकी इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है। इसके साथ ही शहद में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटी माइक्रोबॉयल प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद करते हैं।
इन दोनों का मिश्रण इम्यूनिटी को मजबूत बना देता है, जिससे आपकी बॉडी मौसमी संक्रमण तथा फ्लू के अन्य लक्षण से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार रहती है। यदि आपको गंभीर रूप से सर्दी खांसी ने जकड़ लिया है और आपको बार-बार छींक आ रही हैं, तो ऐसे में नियमित रूप से आंवला और शहद का मिश्रण लेने से इनसे फौरन राहत प्राप्त होगी।
आंवले में विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है, इसका सेवन इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है। वहीं जब यह शहद के एंटीऑक्सीडेंट गुणों के साथ जुड़ जाते हैं, तो यह एक शक्तिशाली प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाला संयोजन बन जाता है। इस प्रकार यह शरीर को पर्याप्त मजबूती और सुरक्षा प्रदान करता है।
आंवला में डाइटरी फाइबर की मात्रा पाई जाती है, जो पा चन में सहायता करते हैं। जबकि शहद के एंजाइम आंतों की सेहत को बढ़ावा देते हैं। इन दोनों का मिश्रण पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इसके नियमित सेवन से सर्दियों में होने वाली पाचन संबंधी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है, और एक नियमित बाबेल मूवमेंट को रेगुलेट करने में मदद मिलती है।
आंवला में मौजूद विटामिन सी की मात्रा कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देती है, जिससे आपकी त्वचा लंबे समय तक यंग और ग्लोइंग रहती है। शहद की मॉइस्चराइजिंग प्रॉपर्टी और एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा पर एक्ने, पिंपल आदि का कारण बनने वाले बैक्टीरिया से लड़ते हैं, और उन्हें आपकी त्वचा को प्रभावित करने से रोकते हैं।
आंवला को बालों की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए सालों से इस्तेमाल किया जा रहा है। आंवला में मौजूद विटामिन सहित शहद की मॉइश्चराइजिंग प्रॉपर्टी इन दोनों को बालों की सेहत के लिए एक बेहद खास रेमेडी बनाती हैं। शहद के साथ संयुक्त होने पर, यह संभावित रूप से बालों की गुणवत्ता को बढ़ा देता है, साथ ही बालों में चमक और मजबूती जोड़ता है।
आंवला और शहद दोनों एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स से लड़ने और शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं। शरीर में बढ़ता ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस आपके समग्र सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। विशेष रूप से यह कैंसर के खतरे को बढ़ा देता है। वहीं यह त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी बेहद नकारात्मक साबित हो सकता है। इसलिए नियमित रूप से आंवला और शहद के सेवन की सलाह दी जाती है।
आंवला की डिटॉक्सिफाइंग प्रॉपर्टी, शहद की यकृत क्रिया को समर्थन देने की क्षमता के साथ मिलकर, शरीर की प्राकृतिक डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रियाओं में सहायता करती है। आंवला और शहद के मिश्रण से बॉडी टॉक्सिंस को बाहर निकालना आसान हो जाता है, और आपकी बॉडी स्वस्थ एवं संतुलित रहती है।
आंवले में मौजूद विटामिन सी श्वसन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। वहीं शहद के सुखदायक प्रभावों के साथ इसका सेवन खांसी और जुकाम से राहत पाने में कारगर साबित हो सकता है।
आंवला
शहद
काली मिर्च
सबसे पहले आंवला को छोटे टुकड़ों में काट लें, अब आंवला में शहद मिलाएं। ऊपर से काली मिर्च डालें और इन्हें किसी एयर टाइट कंटेनर में स्टोर करें।
आप चाहें तो रोज रात को एक आंवला काटकर उसे शहद में डालकर रख दें और अगली सुबह इसे खाएं। इस प्रकार आप रोजाना फ्रेश आंवला खा सकती हैं।
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