सांसों की बदबू आपको बेहद परेशान कर सकती है। डिहाइड्रेशन, माउथ ड्राइनेस, ओरल हाइजीन का ध्यान न रखना और बदबू पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों के अधिक सेवन से सांसों से दुर्गंध आना शुरू हो जाता है। इस वजह से अक्सर लोगों को किसी दूसरे से बात करते हुए या पब्लिक प्लेस पर अनकंफर्टेबल महसूस होता है। ये समस्या मेरी मां को भी थी, हालांकि, वे ओरल हाइजीन का ध्यान रखती थीं, परंतु उन्हें पाचन संबंधी समस्याएं थी जिसकी वजह से भी सांसों से दुर्गंध आने लगता है।
ऐसे में मेरी मां इन्हें अवॉइड करने के लिए कुछ प्रकार के हर्बल चाय का सेवन करती हैं। जिससे सांसों का दुर्गंध कम हो जाता है, साथ ही उनकी पाचन संबंधी समस्याओं में भी सुधार देखने को मिला। तो क्यों न आप भी इन हर्बल ड्रिंक्स को ट्राई करें। सांसों में तरोताजगी चाहिए तो मां के सुझाए इन 5 तरह के ड्रिंक्स का नियमित सेवन करें (herbal drinks to avoid bad breath)।
ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट का एक बेहतरीन स्रोत है। ग्रीन टी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट के प्रकार सेहत के लिए कई रूपों में फायदेमंद होते हैं। विशेष रूप से यह ओरल हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट एंटी माइक्रोबॉयल केमिकल रिलीज करते हैं, जो मसूड़े एवं मुंह में पनपना वाले बैक्टीरिया के ग्रोथ को रोकती हैं और ओरल संबंधी समस्याओं के खतरे को कम कर देती हैं।
मुंह में पनपने वाले अनहेल्दी बैक्टीरिया सांसों के दुर्गंध का कारण होते है। ऐसे में ग्रीन टी के सेवन से इन्हें नियंत्रित करने में मदद मिलती है और आपकी सांसे लंबे समय तक तरोताजा रहती हैं।
नींबू एसिडिक होता है, साथ ही साथ मुंह के पीएच लेवल को संतुलित रखता है। जिससे कि बैक्टीरिया के ग्रोथ पर नियंत्रण पाने में मदद मिलती है। इसके अलावा नींबू और गर्म पानी पेट साफ करने में मदद करते हैं। यह कब्ज, अपच, ब्लोटिंग आदि जैसी समस्याओं से राहत प्रदान करते हैं। यह दोनों फैक्टर इन्हें सांसों की बदबू से लड़ने के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाते हैं।
रोजाना दिन में एक बार गुनगुने पानी में आधा नींबू निचोड़ कर पिएं, इससे न केवल सांसों की बदबू से छुटकारा मिलेगा बल्कि पाचन संबंधी समस्याएं और त्वचा स्वस्थ में भी सुधार होगा। नींबू विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है, यह आपकी इम्यूनिटी में भी सुधार करता है।
पुदीने में एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती है। साथ ही साथ इनमें मेंथॉल होता है, जो सांसों में दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ता है और आपको तरोताजा सांसे प्रदान करता है। इसके साथ ही पुदीने की चाय पाचन क्रिया के लिए भी बेहद फायदेमंद होती है, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं आपको परेशान नहीं करती हैं। वहीं उनके कारण होने वाले सांसों के बदबू से भी छुटकारा पाने में मदद मिलता है।
अदरक में एंटीबैक्टीरियल, एंटीमाइक्रोबॉयल और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जो पाचन संबंधी समस्याओं में बेहद कारगर होती हैं। इसके नियमित सेवन से अपच, गैस, कब्ज, ब्लोटिंग आदि जैसी समस्याएं आपको परेशान नहीं करती। वहीं यह बॉडी डिटॉक्स में भी मदद करता है। इसके साथ ही अदरक में मौजूद जिंजरोल ओरल हेल्थ को बढ़ावा देते हैं। खासकर सांसों की बदबू खत्म करते हैं और तरोताजा सांसे प्राप्त करने में आपकी मदद करते हैं।
एप्पल साइडर विनेगर को पानी के साथ डायल्यूट करें, और इससे गरारा करें। इसे सुबह सबसे पहले इस्तेमाल करें, इससे सांसों के दुर्गंध से राहत प्राप्त होगा। एप्पल साइडर विनेगर में एंटी बैक्टिरियल गुण होते हैं, जो मुंह में बैक्टीरिया पनपने नहीं देते। इससे सांसे हमेशा तरोताजा रहती है।
सौंफ को खाना खाने के बाद माउथ फ्रेशनर के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। सांसों की बदबू से लड़ने के लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच सौंफ डालें, और पानी में उबाल आने दें। पानी को छान लें, और इसे पिएं। यह आपके सांसों में तरोताजगी जोड़ता है, और दुर्गंध से छुटकारा पाने में आपकी मदद करता है।
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