कलौंजी को सालों से इसकी मेडिसिनल प्रॉपर्टीज के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें एक खास तरह का फ्लेवर मौजूद होता है, वहीं यह कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का भी एक अच्छा स्रोत है। वहीं इसका इस्तेमाल घरेलू उपचार के तौर पर होता चला आया है। आयुर्वेद भी कलौंजी के गुणों का पूर्ण समर्थन करता है। इसे सौंदर्य में बेहद खास माना जाता है, खासकर बालों की सेहत के लिए। तो क्यों न इसे अपनी नियमित डाइट का हिस्सा बनाया जाए, इसके लिए आप कलौंजी वॉटर ((kalonji water) तैयार कर सकती हैं।
न्यूट्रीशनिस्ट लीमा महाजन ने कलौंजी के पोषक तत्वों के बारे में बात करते हुए इसके कुछ महत्वपूर्ण फायदे भी बताएं हैं (kalonji water benefits)। तो चलिए जानते हैं, विटामिन और फाइबर से भरपूर कलौंजी के कुछ खास फायदे।
कलौंजी के पानी में एंटीऑक्सिडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो हानिकारक फ्री रेडिकल्स को बेअसर कर देते हैं। साथ ही ऑक्सीडेटिव डैमेज से सेल्स को प्रोटेक्ट करते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार स्वास्थ्य और बीमारी पर एंटीऑक्सीडेंट का शक्तिशाली प्रभाव होता है। एंटीऑक्सिडेंट कैंसर, डायबिटीज, हृदय रोग और मोटापे सहित कई प्रकार की पुरानी स्थितियों से रक्षा कर सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार के फैट जैसा पदार्थ होता है, जो आपके पूरे शरीर में पाया जाता है। असल में आपको कुछ कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता होती है। इसकी उच्च मात्रा आपके रक्त में जमा हो जाती है, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है। कलौंजी के पानी के सेवन से बॉडी कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम किया जा सकता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार कलौंजी के पानी के सेवन से कुल और “खराब” एलडीएल कोलेस्ट्रॉल, साथ ही ब्लड ट्राइग्लिसराइड्स दोनों में ही महत्वपूर्ण कमी देखने को मिली। दिलचस्प बात यह है कि कलौंजी के बीज के पाउडर की तुलना में कलौंजी के तेल का प्रभाव अधिक पाया गया। परंतु बीज पाउडर ने शरीर में “अच्छे” एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाया।
लीवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है। यह टॉक्सिक पदार्थों को निकालता है, दवाओं को मेटाबॉलाइज करता है, पोषक तत्वों को संसाधित करता है और प्रोटीन और रसायनों का उत्पादन करता है जो स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होती हैं। कलौंजी का पानी लीवर को चोट और क्षति से प्रोटेक्शन देता है। इसके नियमित सेवन से लिवर फंक्शन संतुलित रहता है, जिससे की समग्र स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
हाई ब्लड शुगर लेवल शरीर के लिए कई नकारात्मक लक्षणों का कारण बन सकती है, जिनमें प्यास बढ़ना, अनजाने में वजन कम होना, थकान और ध्यान केंद्रित करने जैसी कठिनाई शामिल हैं। यदि आपका ब्लड शुगर लेवल लंबे समय तक असंतुलित रहता है, तो इसके प्रभाव अधिक गंभीर हो सकते हैं, जैसे न्यूरॉन डैमेज, दृष्टि परिवर्तन और धीमी गति से घाव भरना।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार कलौंजी में कई ऐसी महत्वपूर्ण प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो रक्त शर्करा को स्थिर रखने में मदद कर सकती हैं और इस प्रकार इन खतरनाक प्रतिकूल दुष्प्रभावों को रोकती हैं।
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कलौंजी का सेवन बॉडी मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर देता है, जिससे कि वेट लॉस में मदद मिलती है। खासकर कलौंजी को गुनगुने पानी में उबालकर इसे लेने से वेट लॉस बेहद आसान हो सकता है।
कलौंजी के पानी का सेवन त्वचा स्वस्थ को बढ़ावा देने के साथ ही बालों की सेहत में भी सुधार करता है। वहीं कलौंजी का पानी पीने के साथ ही आप इसके तेल में नींबू का रस मिलाकर अपनी त्वचा पर अप्लाई कर सकती हैं, इससे त्वचा बेदाग और ग्लोइंग नजर आती है। कलौंजी के सेवन से शरीर से बॉडी टॉक्सिंस को बाहर निकालने में मदद मिलती है। साथ ही साथ शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण भी बढ़ जाता है। इससे हेयर फॉल को कम करने में मदद मिलती है।
कलौंजी के पानी को दो तरह से तैयार किया जा सकता है। सबसे पहले एक कप पानी को गैस पर चढ़ाए, पानी में 1/4 चम्मच कलौंजी डालें और इसे अच्छी तरह उबलने दें। उसके बाद पानी को छानकर गरमा गरम एंजॉय करें।
एक कप पानी में 1/4 चम्मच कलौंजी डालें और इसे रात भर के लिए ढककर छोड़ दें। सुबह उठे और इन्हें छानकर कलौंजी अलग कर लें और पानी पी जाएं।
वहीं कलौंजी के 8 से 10 बीज को चबाकर गुनगुने पानी से घोंट सकती हैं।
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