यूं तो सर्दियों की शुरूआत के साथ शरीर को ठण्ड से बचाने के लिए कई प्रकार के फूड्स को अपने आहार में सम्मिलित किया जाता है। मगर गुलाबी ठण्ड में शरीर की एक्स्ट्रा केयर के लिए आंवला एक बेहतरीन उपाय है। आंवला को कुछ देर स्टीम देने के बाद खाने से शरीर कई समस्याओं से मुक्त हो जाता है। एंटीऑक्सीडेंटस और एंटीइंफलामेटरी गुणों से भरपूर आंवला शरीर को हेल्दी और एक्टिव बनाए रखता है। जानते हैं स्टीम हुए आंवला को खाने के कुछ फायदे (Benefits of steamed amla)।
इस बारे में आयुर्वेद एक्सपर्ट अनिल बंसल का कहना है कि नियमित रूप से स्टीम किए हुए आंवले का सेवन करने से डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है और शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल भी कम हो जाता है। इसके अलावा आंवला से पाचनतंत्र को मज़बूती मिलती है और कब्ज की समस्या से राहत मिलती है। इसमें फाइबर, मिनरल, प्रोटीन, पॉलीफेनोल्स और टेनिनस की भरपूर मात्रा पाई जाती है।
एक्सपर्ट के अनुसार आंवला को कुछ देर तक स्टीम देने से ये मुलायम हो जाता है और इसमें विटामिन सी कंटेट ज्यों का त्यों बना रहता है। एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर आंवला के सेवन से इम्यून सिस्टम मज़बूत बनता है। साथ ही त्वचा से लेकर बालों की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। स्टीमिंग की मदद से शरीर में बढ़ने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव और फ्री रेडिकल्स की समस्या से मुक्ति मिल जाती है।
विटामिन सी से भरपूर आंवले का सेवन करने से कब्ज की समस्या से राहत मिल जाती है। दरअसल, स्टीम करके इसे नियमित तौर पर खाने से पाचनतंत्र को मज़बूती मिलती है, जिससे खाने को पचाने में आसानी होती है। इससे कब्ज, अपच, पेट दर्द और गट हेल्थ को मज़बूती मिलती है। आंवले में पाए जाने वाले पोषक तत्व आंतों में होने वाले घाव से राहत दिलाते हैं।
स्टीम करके आंवला खाने से खून में ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर कम होने लगता है। दरअसल, ट्राइग्लिसराइड्स एक प्रकार का फैट है, जो ब्लड में मौजूद होता है। इसका स्तर बढ़ने से शरीर में हृदय संबधी समस्याओं का खतरा बए़ जाता है। इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल प्रोफाइल में सुधार आने लगता है।
अनियमित खानपान से वज़न बढ़ने लगता है। ऐसे में आंवला को स्टीम करके खाने या जूस के तौर पर पीने से शरीर में जमा चर्बी बर्न होने लगती है। आंवला में फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है, जिससे बार बार भूख लगने की संभावना कम हो जाती है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होने लगता है।
पोषक तत्वों से भरपूर आंवला में एंटीऑक्सिडेंट की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसमें एस्कॉर्बिक एसिड गैलिक एसिड और फेनोलिक कंपाउड पाए जाते हैं, जो शरीर को मौसमी संक्रमण बचाने में मदद करते हैं। इसे स्टीम करके खाली पेट खा सकते हैं, जिससे शरीर हेल्दी बना रहता है।
सर्दियों के मौसम में सर्द हवाओं की चपेट में आने से बालों की जड़ें कमज़ोर होने लगती है। ऐसे में स्टीम आंवले को मील में शामिल करने से शरीर में आयरन की कमी पूरी होती है। इससे न केवल बालों का टूटना कम होता है बल्कि बाल घने और मुलायम भी बन जाते हैं।
आंवला एक लो ग्लाइसेमिक इंडैक्स फूड है। रोज़ाना सुबह उठकर स्टीम करके आंवला खाने से शरीर में शुगर का स्तर नियंत्रित बना रहता है। आंवला की मदद से पैन्क्रीयाज से जुड़े रोगों को दूर किया जा सकता है। इसके सेवन से डायबिटीज़ को बढ़ने से रोका जा सकता है और मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है।
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