बचपन से हम सभी को बादाम खाने को कहा जाता है, आपमें से ज्यादातर लोग ऐसे होंगे जिन्हें उनकी मम्मी बचपन में हर रोज भिगोए हुए बादाम देती होंगी। वहीं ये तो हम सभी सुनते आ रहे हैं, कि बादाम खाने से दिमाग तेज होता है। खासकर स्टूडेंट्स के लिए इसे एक बेहद खास सुपरफूड के तौर पर देखा जाता आ रहा है। बादाम के पोषक तत्वों की गुणवत्ता इसे बेहद खास बना देती है। इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुए आज हेल्थ शॉट्स आपके लिए लेकर आया है, भिगोए हुए बादाम खाने के कुछ महत्वपूर्ण फायदे। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में अधिक विस्तार से।
आपके बच्चे की हड्डियों के मजबूत निर्माण में फॉस्फोरस एक बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बादाम में भरपूर मात्रा में फॉस्फोरस पाया जाता है, इसलिए यह आपके बच्चे की हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है। यह भविष्य में होने वाली दांतों की सड़न और ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को भी कम कर देता है।
बच्चों को बार बार बीमार होने से बचाने और उनके हेल्दी ग्रोथ को सुनिश्चित करने के लिए उनमें प्रतिरक्षा कारक आवश्यक है। भिगोए हुए बादाम में मौजूद पोषक तत्व इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करते हैं। इनमें एंटीऑक्सीडेंट क्रियाएं भी होती हैं, जो किसी भी बीमारी के प्रभाव को रोकने में मदद कर सकती हैं। इतना ही नहीं बादाम विटामिन ई का भी एक उच्च स्रोत है। जिन लोगों के आहार में पर्याप्त मात्रा में विटामिन ई होता है, उनमें कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा लगभग 30 से 40% कम होती है।
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भिगोए हुए बादाम के सेवन से कोलन कैंसर का खतरा कम हो जाता है। बादाम में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो इसे पाचन क्रिया के लिए बेहद खास बना देते हैं। एक स्वस्थ पाचन क्रिया शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ा देती है।
बादाम में मौजूद राइबोफ्लेविन और एल-कार्निटाइन आपके बच्चे के ब्रेन डेवलपमेंट में मदद करते हैं। ये स्टूडेंट्स के नर्वस सिस्टम को उचित स्थिति में रखने में मदद करता है, और अल्जाइमर, डिमेंशिया आदि के खतरे को कम कर देता है।
बादाम मैंगनीज, कॉपर और राइबोफ्लेविन का समृद्ध स्रोत है और ये मेटाबॉलिज्म स्पीड को बनाए रखता है, जिससे बॉडी में एनर्जी रिलीज होती है। ऐसे में स्टूडेंट्स को अधिक एक्टिव रहने में मदद मिलती है, साथ ही उनका दिमाग भी काफी तेज चलता है। इतना ही नहीं नियमित रूप से भिगोए हुए बादाम खाने से बच्चों को थकान का अनुभव नहीं होता है। स्टूडेंट्स के लिए एनर्जेटिक रहना बहुत जरूरी है।
स्टूडेंट्स अपनी त्वचा की देखभाल नहीं कर पाते ऐसे में उनकी स्किन डल नजर आने लगती है। आगे आपके बच्चे की त्वचा रूखी है या ऐसी कोई अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं हैं, तो बादाम उसके लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकता है। इसकी एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज सहित इसमें मौजूद महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स इसे त्वचा स्वास्थ्य के लिए बेहद खास बना देते हैं। डॉक्टर द्वारा छोटे बच्चों की हड्डियों के विकास और स्वस्थ त्वचा के लिए बादाम के तेल के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है। वहीं ये स्किन कांप्लेक्शन को भी मेंटेन रखता है।
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