इस बात पर हमेशा बहस होती है कि कौन सी डाइट अधिक हेल्दी होती है? शाकाहारी या वेजिटेरियन डाइट या फिर मांसाहारी या नॉन वेजिटेरियन डाइट? मां मानती है कि शाकाहारी लोगों में उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, मोटापा और संतृप्त वसा के सेवन से उत्पन्न होने वाली बीमारियां होने की संभावना कम होती है। वे मांसाहारियों की तुलना में लंबा जीवन जी सकते हैं। हालांकि वेजिटेरियन डाइट लेने वाले लोगों में कुछ पोषक तत्वों जैसे कि विटामिन बी 12 की कमी हो सकती है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि सतर्कतापूर्वक खाद्य पदार्थों का चयन किया जाए, तो वेजिटेरियन डाइट लेने वाले लोगों में कभी भी पोषक तत्वों की कमी नहीं हो सकती है। आइये जानते हैं कि शाकाहार किस तरह ओवरआल हेल्थ के लिए बढ़िया है।
डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट शिखा पांडे बताती हैं, ‘शाकाहारी भोजन मांसाहारी भोजन की तुलना में अधिक स्वास्थ्यवर्द्धक है। फाइबर, विटामिन सी और विटामिन ई, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, असंतृप्त वसा और कई फाइटोकेमिकल्स से भरपूर होते हैं शाकाहार।ऐसे खाद्य पदार्थों का चुनाव करना चाहिए, जिनसे माइक्रो और मैक्रो न्यूट्रिएंट की पूर्ति हो सके। कई बार हम जानकारी के अभाव में विटामिन से भरपूर शाकाहार का चुनाव नहीं कर पाते।
स्वस्थ शरीर के लिए प्रचुर मात्रा में पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। प्लांट बेस्ड खाद्य पदार्थों में अनाज, फल, सब्जियां और दालें शामिल होती हैं। कई शाकाहार हाई प्रोटीन, वसा और ओमेगा 3 फैटी एसिड से भी भरपूर होते हैं। बीजों, नट्स, फलियों और दालों के जरिये प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा लेने से इम्युन सिस्टम बेहतर तरीके से बूस्ट होते हैं । ये पोषण से भरपूर होते हैं, लेकिन संतृप्त वसा से भी मुक्त होते हैं। शाकाहार का पालन करने से सभी आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त करने में मदद मिलती है।
शाकाहारी भोजन में फाइबर, विटामिन, खनिज पदार्थ अधिक और संतृप्त वसा कम होती है। इससे रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है। समय के साथ ऐसे आहार का नियमित सेवन हृदय रोगों और स्ट्रोक के जोखिम को कम कर सकता है। हृदय रोगों के जोखिम को कम करने के लिए उच्च फाइबर, पोटेशियम और कम सोडियम और वसा वाले आहार का सेवन करें।
हार्वर्ड हेल्थ की स्टडी बताती है कि जिन लोगों ने शाकाहार का सेवन किया, वे मांसाहारियों की तुलना में मोटापे का शिकार कम हुए। उनका बीएमआई स्वस्थ रहा। रक्तचाप नियंत्रित और कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी कम रहा। हार्वर्ड हेल्थ के न्यूट्रिशन एक्सपर्ट के अनुसार, वजन को नियंत्रित रखने के लिए शाकाहार भोजन अधिक फायदेमंद है।
साथ ही, व्यक्ति को पोर्शन और खाद्य पदार्थ के प्रकार पर भी ध्यान देना होगा। यदि शाकाहारी व्यक्ति अधिक अस्वास्थ्यकर जंक फूड खाता है, तो उसके दुबले होने और वेट मैनेजमेंट की संभावना बहुत कम हो जाएगी। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप किस प्रकार का भोजन खाती हैं और आप अपनी पोषण संबंधी आवश्यकताओं को कैसे पूरा करती हैं।
शाकाहारी भोजन में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। अनाज, सब्जियां, फल और फलियों से युक्त पौधा-आधारित आहार फाइबर से भरपूर होता है। इससे पाचन तंत्र सामान्य रूप से कार्य करता रहता है। वहीं मांसाहार में फाइबर की मात्रा कम होती है। यदि कोई व्यक्ति मांस-आधारित आहार का सेवन करता है, तो उसे पाचन संबंधी परेशानी का खतरा अधिक हो सकता है, क्योंकि इस भोजन को पचने में अधिक समय लगता है।
ऐसे कई कारक हैं, जो व्यक्ति के लाइफ स्पैन में वृद्धि का कारण बनते हैं। शाकाहारी भोजन अपनाना उनमें से एक हो सकता है। जितना अधिक आप फल या सब्जियां खाती हैं, आपके शरीर में विषाक्त पदार्थों और रसायनों का निर्माण उतना ही कम होता है। इस प्रकार आपको अधिक स्वस्थ वर्ष और लंबी उम्र मिलती है।
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