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बच्चों के डॉक्टर बता रहे हैं बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए 5 जरूरी फैक्टर्स, पेरेंट्स को देना चाहिए ध्यान

बच्चों का बार-बार बीमार पड़ना, थकान, गुस्सा, चिड़चिड़ापन बताता है कि आपके बच्चे की इम्युनिटी कमजोर है और उस पर ध्यान देने की जरूरत है। बाल रोग विशेषज्ञ मानते हैं कि बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने में टीकाकरण के साथ-साथ आहार और आदतों का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है।
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इन चीजों के साथ अपने बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाएं। चित्र : शटरस्टॉक
Published On: 16 Nov 2024, 06:00 pm IST
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बच्चों को स्वस्थ रखना हर माता-पिता की पहली प्राथमिकता होती है। एक डॉक्टर के रूप में, मैं हमेशा यही कहता हूं कि बच्चों की इम्युनिटी का निर्माण और उसे बनाए रखना उनकी सेहत के लिए सबसे जरूरी कदम है। मजबूत इम्युनिटी न केवल बच्चों को इन्फेक्शन्स से बचाती है, बल्कि उन्हें नए वातावरण में सामंजस्य बिठाने और बीमार होने पर जल्दी ठीक होने में भी मदद करती है।

इस लेख में, मैं बच्चों की इम्यूनिटी को बढ़ाने के कुछ महत्वपूर्ण उपाय (Tips to build kids immunity) साझा करूंगा, जिनमें जीवनशैली, पोषण, बचाव के तरीके और टीकाकरण के महत्व शामिल हैं।

यहां हैं बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने के प्रभावी उपाय (Tips to build kids immunity)

1. बच्चों में इम्युनिटी बढ़ाने की जरूरत (Immunity for kids)

इम्यूनिटी हमारे शरीर की एक रक्षा तंत्र है, जो बैक्टीरिया, वायरस और अन्य हानिकारक तत्वों से लड़ती है। शिशु जन्म के समय एक अपरिपक्व इम्यूनिटी प्रणाली के साथ आते हैं। उनके बढ़ने के साथ-साथ स्तनपान, टीकों और पर्यावरण से प्राप्त इम्यूनिटी का सहारा उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को विकसित करता है।

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जिन बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होती है वे बार-बार बीमार पड़ते हैं और उनका शारीरिक विकास ठीक से नहीं हो पाता । चित्र: एडॉबीस्टॉक।

2-3 साल की उम्र तक बच्चों की इम्यूनिटी प्रणाली एक मजबूत आधार बना चुकी होती है, लेकिन इसे अभी भी सहारे की जरूरत होती है। बचपन में मजबूत इम्यूनिटी एक स्वस्थ जीवन की नींव रखती है, गंभीर बीमारियों से बचाने में मदद करती है और बच्चों को सामान्य बीमारियों से निपटने में सहायक होती है।

2. इम्यूनिटी में पोषण की भूमिका (Foods to build kids immunity)

पोषण बच्चों के स्वास्थ्य का एक मुख्य आधार है, खासकर उनकी इम्यूनिटी के लिए। एक संतुलित आहार जिसमें विटामिन, खनिज और अन्य पोषक तत्व शामिल हों, बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद होता है।

इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए मुख्य पोषक तत्व (Nutrients to build kids immunity)

विटामिन सी: इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक होता है। खट्टे फल, स्ट्रॉबेरी और शिमला मिर्च इसके अच्छे स्रोत हैं।
विटामिन डी: यह इम्यूनिटी और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। धूप, फोर्टिफाइड डेयरी प्रोडक्ट्स और मछली से विटामिन डी प्राप्त किया जा सकता है।
जिंक: यह इन्फेक्शन्स से लड़ने और घाव भरने में सहायक होता है। नट्स, बीज और साबुत अनाज में जिंक पाया जाता है।
प्रोबायोटिक्स: आंत का स्वास्थ्य इम्यूनिटी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दही, केफिर और अन्य फर्मेंटेड खाद्य पदार्थ आंत के स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं।
प्रोटीन: यह प्रतिरक्षा कोशिकाओं का निर्माण करता है। अंडे, पोल्ट्री, बीन्स और दाल इसके अच्छे स्रोत हैं।

फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन से युक्त विविध आहार बच्चों के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, मीठे स्नैक्स और कृत्रिम स्वाद वाले पेय से परहेज करना भी फायदेमंद होता है।

3. टीकाकरण: इम्युनिटी का अनिवार्य आधार (Immunization to build kids immunity)

टीकाकरण गंभीर बीमारियों से बचाने का एक सबसे कारगर तरीका है। टीके इम्यूनिटी प्रणाली को सक्रिय करते हैं ताकि वह विशिष्ट रोगजनकों से लड़ सके। इससे बच्चे बीमार हुए बिना लंबे समय तक सुरक्षा पा सकते हैं।

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बच्चों को समय-समय पर जरूरी वैक्सीन दिलवाएं। चित्र: शटरस्टॉक

बच्चों के लिए आवश्यक टीके (Essential vaccines for kids to build immunity)

भारत में भारतीय बाल चिकित्सा अकादमी (IAP) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा सुझाए गए टीके इस प्रकार हैं:

  1. बीसीजी (बैसिलस कैलमेट-गुएरिन): तपेदिक से बचाता है।
  2. डीपीटी (डिप्थीरिया, पर्टुसिस, टेटनस): डिप्थीरिया, काली खांसी और टेटनस से बचाव करता है।
  3. हेपेटाइटिस बी: यकृत रोग का कारण बनने वाले वायरस से बचाता है।
  4. एमएमआर (मीजल्स, मम्प्स, रुबेला): खसरा, गलसुआ और रुबेला से बचाता है।
  5. हिब (हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी): मस्तिष्क ज्वर और निमोनिया जैसे इन्फेक्शन्स से सुरक्षा प्रदान करता है।
  6. पोलियो: मौखिक और इंजेक्शन योग्य पोलियो टीकों द्वारा दिया जाता है।
  7. न्यूमोकोकल वैक्सीन (पीसीवी): निमोनिया और मस्तिष्क ज्वर से सुरक्षा देता है।
  8. रोटावायरस: बच्चों में गंभीर दस्त से बचाव करता है।
    टीकाकरण के इस कार्यक्रम का पालन गंभीर बीमारियों से बचाने और बच्चों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

4. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जीवनशैली के सुझाव (Lifestyle tips to build kids immunity)

पोषण और टीकाकरण के अलावा, कुछ जीवनशैली की आदतें भी इम्यूनिटी को मज़बूत करने में सहायक होती हैं:

पर्याप्त नींद सुनिश्चित करें (Healthy sleep)

नींद के दौरान शरीर में वृद्धि और मरम्मत की प्रक्रिया होती है और रोग प्रतिरोधक प्रणाली को पुनर्स्थापित किया जाता है। शिशुओं को 14-17 घंटे, छोटे बच्चों को 11-14 घंटे, और स्कूल जाने वाले बच्चों को 9-12 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है।

नियमित शारीरिक गतिविधि को बढ़ावा दें (Physical activity)

दैनिक गतिविधि इम्युनिटी को उत्तेजित करती है और रक्त संचार को बेहतर बनाती है। बच्चों को खेल में संलग्न रखना या अन्य शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करना उनके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

स्वच्छता की आदतें सिखाएं (Hygiene habits)

बच्चों को स्वच्छता का महत्व समझाना जरूरी है। उन्हें नियमित रूप से हाथ धोना, छींकते समय मुंह ढकना, रूमाल का उपयोग करना, और दिन में दो बार ब्रश करना सिखाएँ। इन आदतों से न केवल कीटाणुओं का प्रसार कम होता है, बल्कि दांतों और मुंह की सफाई भी बनी रहती है, जिससे उनका संपूर्ण स्वास्थ्य बेहतर रहता है।

तनाव को प्रबंधित करें (Stress management)

तनाव इम्यूनिटी को कमजोर कर सकता है। बच्चों को एक सहायक और प्रेमपूर्ण वातावरण देना तथा उनसे खुलकर बात करना महत्वपूर्ण है।

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खेलने-कूदने वाले बच्चे कम बीमार पड़ते हैं। चित्र: अडॉबीस्टॉक

5. बच्चों की इम्यूनिटी से जुड़ी सामान्य भ्रांतियां (Myths about kids immunity)

मिथ 1: अत्यधिक सफाई लाभकारी है

अत्यधिक सफाई से बच्चों का माइक्रोब्स के संपर्क से बचना उन्हें इम्यूनिटी के विकास में बाधा पहुंचा सकता है। प्राकृतिक वातावरण में खेलने से इम्यूनिटी को मज़बूती मिलती है।

मिथ 2: विटामिन सप्लीमेंट्स ही पर्याप्त हैं

हालांकि पूरक आहार उपयोगी हो सकते हैं, संपूर्ण भोजन में अधिक पोषक तत्व होते हैं, जो इम्यूनिटी के लिए बेहतर होते हैं।

मिथ 3: बीमारियां हमेशा नुकसानदायक होती हैं

हल्के इन्फेक्शन्स इम्युनिटी को प्रशिक्षित करने में सहायक हो सकते हैं। ये इम्यूनिटी को विकसित करने में योगदान देते हैं।

6. नियमित स्वास्थ्य जांच का महत्त्व (Health checkup to monitor kids immunity)

नियमित स्वास्थ्य परीक्षण बच्चों के विकास की निगरानी, टीकाकरण की स्थिति को ट्रैक करने और शुरुआती स्वास्थ्य समस्याओं को पहचानने के लिए महत्वपूर्ण है।

चिकित्सा सहायता कब लें

हालांकि इम्यूनिटी बढ़ाने से बीमारियाँ कम होती हैं, कुछ लक्षणों के लिए तुरंत चिकित्सा सहायता लें, जैसे:
लगातार उच्च बुखार।
सांस में तकलीफ या तेज़ सांस।
बार-बार उल्टी या दस्त।
अत्यधिक थकावट या चिड़चिड़ापन।

निष्कर्ष

बच्चों की इम्यूनिटी को मज़बूत करना एक लंबी प्रक्रिया है, जिसमें सही पोषण, टीकाकरण, स्वस्थ जीवनशैली और पर्याप्त नींद शामिल हैं। इन सुझावों का पालन बच्चों को एक स्वस्थ और सक्रिय जीवन के लिए तैयार कर सकता है।

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लेखक के बारे में
डॉ कुशल अग्रवाल
डॉ कुशल अग्रवाल

डॉ. कुशल अग्रवाल एक प्रसिद्ध नवजात शिशु विशेषज्ञ हैं और केवीआर अस्पताल, काशीपुर में नवजात शिशु चिकित्सा और बाल रोग विभाग के प्रमुख हैं। केवीआर अस्पताल एक मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल है, जो एनएबीएच द्वारा मान्यता प्राप्त है और उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्र में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। वे इस अस्पताल के संस्थापक और मैनेजिंग पार्टनर भी हैं।

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