कोविड-19 महामारी के दौरान जब मेरे बाल बहुत ज्यादा झड़ने लगे थे, तब मेरी मम्मी ने मुझे बालों की नियमित तेल मालिश करने की सलाह दी थी। उनको मानना है कि बालों को बाहरी रखरखाव के साथ-साथ अंदरूनी पोषण की भी जरूरत होती है। जब तनाव ज्यादा हो या कोई और स्वास्थ्य स्थिति हो तब साधारण तेल की बजाए बालों को एक्स्ट्रा पोषण के लिए खास ऑयल की जरूरत होती है। वैज्ञानिक लगातार प्लांट हेयर ग्रोथ के लिए बेस्ड ऑयल (Plant Based Oil for Hair Growth) पर शोध कर रहे हैं। आइए जानते हैं क्या वाकई पौधों से प्राप्त तेल बालों की ग्रोथ के लिए काम कर सकते हैं?
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर शहर स्थित कोलंबिया यूनिवर्सिटी में बालों की ग्रोथ पर शोध हुए। इसके अनुसार, बालों का झड़ना हेयर ग्रोथ के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय बनता है। कोविड-19 के बाद लोगों में तनाव बढ़ा और बालों का झड़ना भी। पोषक तत्वों की कमी भी हेयर ग्रोथ को प्रभावित करती है। निष्कर्ष बताते हैं कि पौधा से प्राप्त तेल (Plant Based Oil for Hair Growth) को बालों पर नियमित रूप से सप्ताह में दो बार लगाना चाहिए। यह बालों के झड़ने के कारक (Hair Fall Causes) पर काम करता है। इससे बालों का झड़ना रुकता है और बाल मजबूत होते हैं।
कुछ प्लांट बेस्ड ऑयल ओरल हेल्थ में सुधार करते हैं। अनिद्रा को कम करते हैं और यहां तक कि उल्टी और दस्त को भी रोकते हैं। भारत में तो पौधा आधारित तेल को सदियों से स्किन और बालों पर प्रयोग करते आये हैं। कई शोध बताते हैं कि प्लांट बेस्ड ऑयल बालों के स्वास्थ्य में भी सुधार कर सकते हैं। ये न सिर्फ बालों की समस्याओं को खत्म करते हैं, बल्कि बालों की ग्रोथ में (Plant Based Oil for Hair Growth) भी मदद करते हैं।
कद्दू के बीज का तेल (Pumpkin Seed Oil) जिंक, मैग्नीशियम और ओमेगा -3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ये स्वस्थ बालों के लिए जरूरी तत्व हैं। जिंक स्कैल्प को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह बालों के विकास को बढ़ावा देता है। मैग्नीशियम बालों के शाफ्ट (Hair Shaft) को मजबूत करता है और टूटने से बचाता है।
यह तेल अन सैचुरेटेड फैटी एसिड, विशेष रूप से ओलिक और लिनोलिक के साथ-साथ विटामिन ई से भरपूर होता है। इनमें खोपड़ी में सूजन को कम करके बालों के विकास में सहायता करने की क्षमता होती है।
अरंडी का तेल अरंडी के पौधे के बीज से आता है। यह प्रमुख रूप से भारत में बनाया जाता है। इसका उपयोग प्राचीन मिस्र में औषधीय और सौंदर्य उपचारों में किया जाता था। बालों के लिए इसे सबसे अच्छे ईमोलिएंट में से एक माना जाता है। इसमें एक विशेष प्रकार का फैटी एसिड होता है, जिसे रिकिनोइलिक एसिड कहा जाता है। यह एक ओमेगा-9 फैट है, जो सूजन को कम करता है। इसमें ओमेगा-6 फैटी एसिड भी होता है।
यह टूटने-झड़ने वाले बालों को मॉइस्चराइज़ करने और स्कैल्प को आराम देने के लिए अच्छा है। इसमें रोगाणुरोधी गुण भी होते हैं, जो स्कैल्प पर बैक्टीरिया से लड़ने के लिए उपयोगी बनाते हैं। यह तेल बालों के विकास में मदद करता है। यह बहुत गाढ़ा तेल होता है। इसलिए इसमें जोजोबा तेल मिक्स कर पतला बनाया जाता है। 15-20 मिनट के लिए इसे हेयर मास्क के रूप में भी प्रयोग कर सकती हैं।
एवोकाडो के मलाईदार मांसल फल से तेल तैयार किया जाता है। यह बालों के लिए स्वस्थ पोषक तत्वों से भरपूर होता है। एवोकैडो में एसेंशियल फैटी एसिड की मौजूदगी इसे शानदार मॉइस्चराइजर बनाती है। एवोकाडो में अन्य पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट की प्रचुरता होती है, जो बालों को मजबूती प्रदान करते हैं। बायोटिन से बाल घना होता है।
पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज बालों को चिकना बनाते हैं। एवोकैडो तेल के हाइड्रेटर्स स्कैल्प को पोषण देते हैं। ब्लड फ्लो में वृद्धि और पोर्स को खोलते हैं। बीटा-कैरोटीन और ल्यूटिन जैसे एंटीऑक्सिडेंट बालों को यूवी किरणों और अन्य पर्यावरणीय तत्वों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं।
जैतून का तेल नरम और स्वस्थ बालों के लिए बढ़िया तेलों में से एक है। जैतून का तेल वातकारक है, क्योंकि इसमें ओलिक एसिड, पामिटिक एसिड और स्क्वालेन होता है। स्क्वालेन एक प्राकृतिक यौगिक है, जो पौधों और जानवरों दोनों में पाया जाता है। जैतून के तेल में पाया जाने वाला पौधा-आधारित तत्व स्किनकेयर और बालों की देखभाल में उपयोग किया जाता है।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंयह भी पढ़ें :- हमारे घर का पसंदीदा स्किन केयर इंग्रीडिएंट है कोकोनट वॉटर, जानिए कैसे करना है त्वचा के लिए इसका इस्तेमाल