हर सप्ताह मेरी दादी नहाने से पहले मेरे लिए एक उबटन तैयार कर दिया करती थी। नीम की पत्तियों और चंदन पाउडर समेत कई चीजों को मिलाकर तैयार होने वाला वो उबटन दिनभर तरोताज़ा बनाए रखता है। उसे लगाने से मुहांसों और झुर्रियों की समस्या भी हल हो जाती है। मगर अब बदलते दौर में उबटन का स्थान फेस पैक्स और मास्क ने ले लिया है। जो खूब लोकप्रियता बटोर रहे हैं। नए प्रोडक्टस के बढ़ते चलन से प्राकृतिक चीजों से तैयार होने वाले उबटन अब अपनी पहचान खोते जा रहे हैं। अगर आप नेचुरल तरीके से अपने चेहरे के लचीलेपन को बनाए रखना चाहती है। तो उसके लिए उबटन का प्रयोग बेहद कारगर साबित होता है। जानते हैं
स्किन इलास्टिसिटी को बनाए रखने के लिए होम मेड उबटन बनाने की विधि और उसके फायदे भी (how to make ubtan at home)।
बढ़ती उम्र और रसायनों के प्रभाव से चेहरे पर फाइन लाइंस दिखने लगती है। जो स्किन की इलास्टिसिटी को प्रभावित करने लगती हैं। इन दिनों ब्यूटी इंडस्ट्री में कई परिवर्तन आए हैं। इससे लोग नए नए प्रकार के प्रोडक्टस को इस्तेमाल करने लगे हैं। मगर प्रयोग करने के साथ सावधानी बरतना भी ज़रूरी है। कई बार कैमिकल का अत्यधिक इस्तेमाल त्वचा की नमी और ग्लो दोनों ही छीन लेते हैं। ऐसे में नेचुरल चीजों का प्रयोग न केवल आपके लिए फायदेमंद साबित होता है बल्कि त्वचा की इलास्टिसिटी भी बनी रहती हैं।
चेहरे का उचित ख्याल न रख पाने से स्किन पर झुर्रियों की समस्या बढ़ने लगती है। बेजान त्वचा के लुक को ग्लोई बनाने के लिए नेचुरल एस्ट्रिंजेंट का प्रयोग फायदेमंद साबित होता है। इससे स्किन पोर्स में कसावट आती है। जो स्किन इलास्टीसिटी को बनाए रखने में मदद करते हैं।
स्किन को नेचुरली क्लीन रखने के लिए होम मेट उबटन का नियंतर प्रयोग त्वचा को पोषण प्रदान करता है। इससे डेड स्किन सेल्स रिमूव होने लगते हैं। जो ब्लैक हेड्स को बनने से रोकते है। एक्सफोलिएटिंग गुणों से भरपूर उबटन साल भर इस्तेमल किए जा सकते हैं। इससे स्किन को कोई भी नुकसान नहीं होता है।
अगर आप स्किन को नियमित तौर पर क्लीन करेंगी। तो पोर्स में जमा होने वाली गंदगी से ब्लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स नहीं बन पाएंगे। ऐसे में उबटन को चेहरे पर लगाएं और कुछ देर मसाज करके छोड़ दें। 20 से 25 मिनट के बाद फेसवॉश कर लें। इससे त्वचा मुलायम बनी रहती है।
बेसन, हल्दी और चंदन पाउडर स्किन टैनिंग को दूर करने के लिए बेहतरीन विकल्प है। उबटन में इन चीजों का इस्तेमाल करके स्किन टोन को निखारा जा सकता है। इसे आप दिन के अलावा रात में भी प्रयोग कर सकते हैं। इसके अलावा नहाने से पहले इसका इस्तेमाल करने से आप दिनभर तरोताज़ा महसूस कर पाएंगे।
एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर नीम चेहरे की त्वचा को कई प्रकार के दाग धब्बों, रैशेज और झुर्रियों से मुक्त रखती है। जड़ी बूटियों में प्रमुख नीम को नेचुरल एस्ट्रिंजेंट कहे जाने वाले ंचंदन के पाउडर में मिलाकर चेहरे पर लगाने से डेड स्किन सेल्स की समस्या हल हो जाती है। इसके अलावा चेहरे पर नमी बनी रहती है। जो चेहरे को झुर्रियों की समस्या से मुक्त रखती है।
1 चम्मच नीम के पाउडर में बराबर मात्रा में चंदन का पाउडर मिलाएं। अब उसमें आधा चम्मच मुल्तानी मिट्टी को मिक्स करें और गुलाब जल डालकर एक गाढ़ा घोल तैयार कर लें। इसे चेहरे पर लगाएं और सूखने के लिए छोड़ दें। 10 से15 मिनट तक चेहरे पर लगे रहने के बाद चेहरे को धो दें।
उच्च प्रोटीन और फाइबर से भरपूर लाल मसूर दाल चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाती है। इससे न केवल स्किन टैन की समस्या हल होने लगती है बल्कि त्वचा पर दिखने वाली महीन रेखाएं भी गायब हो जाती हैं। बेसन, दूध और टमाटर के साथ मिलाकर इसका उबटन तैयार करके चेहरे पर लगाने से बेहद फायदा मिलता है।
इसे बनाने के लिए मसूर दाल का पाउडर, चावल का आटा, बेसन और मुल्ताली मिट्टी को मिलाकर एक कटोरी में डाल दें। उसमें चुटकी भर हल्दी भी मिलाएं। अब इसमें आावश्यकतानुसार दूध मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें और चेहरे पर लगाएं। इससे चेहरे की त्वचा में कसावट आने लगती है।
चेहरे की त्वचा में निखार लाने के लिए हल्दी का उबटन सबसे ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। इसमें पाया जाने वाला करक्यूमिन तत्व त्वचा को एक्सफोलिएट करने में मदद करता है। इससे स्किन ब्राइट और मुलायम दिखने लगती है। रूखी से लेकर ऑयली स्किन तक हर कोई इसका उपयोग कर सकता है।
इसे बनाने के लिए 2 चम्मच ओट्स के पाउडर में आधा चम्मच हल्दी का मिलाएं। अब इसमें संतरे के छिलके के पाउडर को एड करके मिकस कर लें। इसमें आप दूध या दही में से किसी भी चीज़ को मिलाकर इसका पेस्ट तैयार कर लें। अब इसे गर्दन, चेहरे और बाजूओं पर कुछ देर के लिए लगाकर रखें। इससे चेहरे की लोच बरकरार रहती है।
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