किसी भी रोमांटिक/वैवाहिक रिश्ते में आत्मीयता अहम् भूमिका निभाती है। लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि इस तरह की आत्मीयता संबंधों में स्वत: स्फूर्त होनी चाहिए। जो उस रिश्ते को आगे जारी रखने के लिहाज़ से दोनों ही पार्टनर्स को कम्फर्ट देती है। संबंधों में प्रगाढ़ता और आत्मीयता बढ़ाने के लिए यह जरूरी है कि आत्मीयता भी कुछ इस रफ्तार से बढ़ती रहे जो दोनों पार्टनर्स को स्वीकार्य हो।
कभी-कभी ऐसा देखा जाता है कि एक पार्टनर दूसरे पार्टनर के साथ यौन संबंध शुरू करने या बनाए रखने के लिए तैयार या इच्छुक नहीं होता। इसकी बहुत-सी वजहें हो सकती हैं। ऐसे में किसी के साथ जोर- जबरदस्ती करना गंभीर परिणाम पैदा कर सकता है जो कि प्रभावित व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य और खुशहाली के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। साथ ही, इनकी वजह से संबंधों पर भी बुरा असर पड़ सकता है।
यदि कोई व्यक्ति अपने रिश्ते में यौन संपर्क की शुरुआत करने या उसे बनाए रखने का इच्छुक नहीं है, तो इसका कारण पता लगाने की कोशिश की जानी चाहिए। उसके साथ जबरदस्ती करना या अपना पक्ष बदलने के लिए उस पर दबाव डालना दोनों ही गलत हैं।
इसकी बजाय यह समझने की कोशिश की जानी चाहिए कि आखिर उस संबंध का कौन-सा पहलू है, जिसकी वजह से वह व्यक्ति यौन संबंध कायम करने या उसे जारी रखने को लेकर अनिच्छुक है।
जब किसी व्यक्ति पर उसकी इच्छा के बगैर यौन संपर्क बनाने या जारी रखने के लिए दबाव बनाया जाता है, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। ऐसे ही कुछ परिणाम हैं:
जब ऐसी परिस्थितियां बन जाती हैं, तो व्यक्ति अपने पूरे संबंध का पुनर्मूल्यांकन करता है और बार-बार इस पर विचार करने लगता है कि वह अब तक कैसा जीवन जीता आया है। ऐसे में वह कई बार उन विकल्पों के चयन के बारे में सोच-विचार कर सकता है, जिनके दीर्घकालिक परिणाम हो सकते हैं।
एक-दूसरे को समझने सबसे ज्यादा जरूरी है। चित्र: शटरस्टॉकरिश्तों में खुलापन ही बदलाव ला सकता है और यह सुनिश्चित करता है कि रोमांटिक/वैवाहिक संबंधों के परिप्रेक्ष्य में किसी के भी सम्मान के साथ कोई समझौता न हो। इसके अलावा, यदि ऐसा महसूस हो कि कोई व्यक्ति आवश्यकता होने पर भी दूसरों के साथ शेयर और कम्युनिकेट नहीं कर पा रहा है, तो ऐसे में आसपास मौजूद अन्य लोगों का सपोर्ट लेना जरूरी होता है।
ऐसे मित्रों तथा परिजनों तक अपनी बात पहुंचाएं जो आपको फैसले लेने या इन हालातों में कोई विकल्प चुनने में मदद कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में किसी एक्सपर्ट के साथ मिलकर सलाह-मश्विरा करना काफी फायदेमंद होता है।
उन पहलुओं पर काम किया जा सकता है, जो किसी रिश्ते की क्वालिटी में सुधार ला सकते हैं। किसी भी तरह की जोर-जबरदस्ती के चलते संबंधों को हो रहे नुकसान से भी बचा सकते हैं।
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