अपने शरीर पर टैटू बनवाने का फैसला लेना काफी मुश्किल होता है, क्योंकि एक बार टैटू बन जाए तो उसके बाद सिर्फ लेजर ट्रीटमेंट के माध्यम से ही उसको हटाया जा सकता है और उसमें भी आपको स्किन से संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में यदि आपने टैटू बनवाने का मन बना लिया है, तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा की टैटू बनवाने पर आपकी स्किन को नुकसान न हो।
अब हमारे समाज में टैटू को लेकर सारे टैबू धीमे-धीमे खत्म होने लगे हैं। आज के वक्त में टैटू बनवाना बालों को कलर करने जितना करना आसान हो गया है। वैसे तो टैटू बनाने की पूरी प्रक्रिया सुरक्षित है और टैटू को बनाने वाले टूल्स और इंक भी पूरी सुरक्षा प्रक्रिया के साथ चैक होते हैं। लेकिन फिर भी स्किन केयर जरूरी है।
लेकिन चलिए उससे पहले टैटू से मिलने वाले कुछ हेल्थ बेनिफिट्स के बारे में जानते हैं।
सुनने में भले ही यह मजाक लग रहा हो लेकिन यह सच है। टैटू आपके इम्यून सिस्टम को बेहतर बना सकता है। दरअसल अमेरिकन जर्नल ऑफ ह्यूमन बायोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन बताता है कि टैटू बनवाने से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। इसके पीछे का कारण यह है कि यह इम्युनोग्लोबुलिन ए में कम होते हैं। दूसरा यह है कि टैटू बनवाने से प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्तेजित होती है। इम्युनोग्लोबुलिन ए एक एंटीबॉडी है, जो श्वसन प्रणाली की मदद करता है।
अमेरिकन जर्नल ऑफ ह्यूमन बायोलॉजी की यह स्टडी यह भी दावा करती है कि टैटू बनवाने की प्रक्रिया में कोर्टिसोल कम होता है। यह एक तनाव हार्मोन है और इसके बढ़ने से तनाव का स्तर बढ़ जाता है। जब कोई व्यक्ति टैटू बनवाने की प्रक्रिया से गुजरता है, तो यह कोर्टिसोल के स्तर को कम करता है। नतीजतन, व्यक्ति में तनाव का स्तर कम हो जाता है। तनाव ही आगे चलकर कई बीमारियों और स्वास्थ्य स्थितियों का कारण बन सकता है।
टैटू बनवाने से आपका सेल्फ कॉन्फिडेंस भी बढ़ सकता है। Sciencedirect पर मौजूद एक स्टडी में 2,395 कॉलेज के छात्रों ने टैटू और आत्मसम्मान के बीच संबंध पाया। जिसके अधिक टैटू थे उनमें उतना ही बड़ा आत्मविश्वास देखने को मिला। टैटू आपको स्वयं पर नियंत्रण की भावना देता है।
शराब और कैफीन दोनों ही खून को पतला करने के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि आप टैटू बनवाने से पहले शराब यह कैफीन का सेवन बिल्कुल भी न करें। खासकर 48 घंटे पहले। अन्यथा यह आपके रक्तस्राव को बढ़ा सकते हैं और टैटू बनवाते समय ब्लड भी आ सकता है।
अपने शरीर पर इंक लगवाने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि आप अच्छी तरह से हाइड्रेटेड हों। इसके लिए करीब 1 हफ्ते पहले से पानी का सेवन कर खुद को हाइड्रेट रखें। आपकी हाइड्रेटेड बॉडी यह सुनिश्चित करती है कि सुईं के दबाव को लेने के लिए त्वचा कोमल और लचीली है। यदि आपके शरीर में पानी की कमी होगी, तो यह भी संभावनाएं हैं कि आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाए और आपको टैटू बनवाते समय ज्यादा दर्द का सामना करना पड़े।
हां हम जानते हैं कि आप जब आप अपना पहला टैटू बनवाती हैं, तो आपकी फ्रेंड्स और फैमिली मेंबर्स आप के टैटू को लेकर काफी एक्साइटेड होते हैं। ऐसे में टैटू को छूकर देखने का प्रयास करते हैं, लेकिन यह आपकी स्किन के लिए अच्छा नहीं है। क्योंकि शुरू में आपकी स्किन को जल्दी ही टैटू मिला होता है। यदि लोग अनसैनिटाइज्ड हाथों से आपकी स्किन को टच करते हैं, तो संभावनाएं हैं कि वह बैक्टीरिया छोड़ दें। जिसके बाद आपको जलन महसूस हो सकती है।
सूरज की किरणों में मौजूद यूवी रेज काफी नुकसानदायक होती हैं। यह बात तो सभी जानते हैं और यह आपके टैटू की रंगत भी बिगाड़ सकता है, खासकर तब जब टैटू नया-नया बना हो। टैटू बनवाते समय हम जो उपयोग करते हैं वे शुद्ध कार्बनिक और त्वचा पर हल्के होते हैं, इसलिए सुनिश्चित करें कि आप धूप से बचें। कहीं भी बाहर जाने पर आप एसपीएफ़ 50 की कोई भी सनस्क्रीन अप्लाई कर सकते हैं।
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