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World Ayurveda Day: मेमोरी बढ़ाने से लेकर, खुश रहने तक आयुर्वेद की ये 5 हर्ब्स है आपकी मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद

आज के समय में मानसिक श्रम (mental pressure) बढ़ गया है। ऐसे में अपनी मेमोरी को तेज रखना और तनाव के बीच भी खुश रहना एक चुनौती है। लेकिन ये आयुर्वेदिक हर्ब्स (ayurvedic herbs) आपकी मदद कर सकते हैं।
अपनाएं ये हर्ब्स. इन आयुर्वेंदिक उपायो की मदद से आप बढ़ रहे ब्लड प्रेशर को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं।चित्र:शटरस्टॉक
अदिति तिवारी Updated: 27 Oct 2023, 17:49 pm IST
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काम और व्यक्तिगत जिम्मेदारियों को पूरा करने और उनके बीच संतुलन लाने के चक्कर में आप अक्सर मानसिक तनाव (mental stress) के शिकार बन जाते हैं। ऐसे में गुस्सा (anger), चिड़चिड़ापन (irritation), अनियमित नींद (disturbed sleeping patterns), अवसाद (depression), एंग्जायटी (anxiety) जैसी परेशानियों का जोखिम भी बढ़ जाता हैं। मगर चिंता न करें विश्व आयुर्वेद दिवस (World Ayurveda Day) के अवसर पर हम आपके साथ साझा करने जा रहे हैं 5 ऐसी आयुर्वेदिक हर्ब्स जो आपकी मेंटल हेल्थ (Herbs for Mental Health) को बूस्ट कर सकती है। 

हम बदल रहे हैं और हमारा लाइफस्टाइल भी। अब हमें शारीरिक थकावट से ज्यादा मानसिक थकावट का सामना करना पड़ता है। एक तरफ जहां आपको हर चीज को मुंह जुबानी याद रखना पड़ता है। वहीं इतनी भाग-दौड़ और कर्तव्यों के बीच खुश रहना मुश्किल होता जा रहा है। इसलिए अच्छी याद्दाश्त (boost memory) के साथ अच्छा मूड (happy mood) भी आवश्यक है। इसी जरूरत को पूरा करने के लिए हम बता रहें हैं कुछ ऐसी जादुई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां (ayurvedic herbs) जो आपकी मदद कर सकती हैं। 

यहां हैं ऐसी 5 चमत्कारी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां जो आपकी मेमोरी बढ़ाने से लेकर आपको खुश रहने तक में मदद कर सकती हैं – 

1 तुलसी 

जब मानसिक स्वास्थ्य की बात आती है, तो आयुर्वेद में सबसे विश्वसनीय और प्रभावी जड़ी-बूटी तुलसी (basil) है। अक्सर सभी भारतीय घरों में तुलसी का पौधा लगाया जाता है। धार्मिक दृष्टि के महत्व के अलावा यह स्वास्थ्य की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। 

तुलसी आपकी याद्दाश्त को मजबूत बनती है। चित्र: शटरस्टॉक

तुलसी कई आयुर्वेदिक एडाप्टोजेनिक (adaptogenic) और नॉट्रोपिक (nootropic) जड़ी-बूटियों में से एक है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) कोर्टिसोल (cortisol) नामक स्ट्रेस हॉर्मोन (stress hormone) के स्तर को कम करता है। एंटीडिप्रेसेंट (antidepressant) दवाओं की तरह तुलसी ब्रेन की न्यूरोकैमिस्ट्री (brain neurochemistry) को प्रभावित करती है। 

अच्छी बात यह कि इसका कोई हानिकारक साइड इफेक्ट नहीं है। तुलसी का नियमित उपयोग नर्व टिशू (nerve tissue) को मजबूत करता है, मन की स्पष्टता (clarity of mind) को बढ़ावा देता है, मेमोरी तेज (boosts memory) करता है और मेंटल स्ट्रेस (mental stress) को कम करता है।

2 अश्वगंधा 

अध्ययनों से पता चला है कि अश्वगंधा (ashwagandha) उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, जिन्हें स्मृति विकारों (memory problems) का सामना करना पड़ता है। यह उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है, जिन्हें अपने मूड को बूस्ट करने के लिए दूसरी चीजों पर निर्भर रहना पड़ता है। माना जाता है कि यह पौधा बीटा-एमिलॉइड (beta-amyloid) जैसे टॉक्सिक केमिकल्स के निर्माण को रोकता है। ये केमिकल्स आपके नर्वस सिस्टम को नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं। 

अश्वगंधा का उपयोग हजारों वर्षों से आयुर्वेदिक डॉक्टरों (ayurvedic doctors) द्वारा तनाव दूर (reduce stress) करने, ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने (boosts energy) और एकाग्रता में सुधार (improves concentration) के लिए किया जाता रहा है।

3 ब्राह्मी 

आपके मानसिक तनाव को कम करने, याद्दाश्त को बढ़ाने और अच्छे मूड के लिए ब्राह्मी एक प्रभावी आयुर्वेदिक हर्ब है। परंपरागत रूप से यह स्मृति, मनोदशा और ध्यान के लिए फायदेमंद है। साथ ही साथ चिंता को कम करने और ऊर्जा को बढ़ाने में भी कारगर है ब्राह्मी। 

बेहतर मेमोरी के लिए करें हर्ब्स का सेवन। चित्र : शटरस्टॉक

यह आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी सेरोटोनिन (serotonin) को बढ़ावा देती है, जिसे आमतौर पर मस्तिष्क में “हैपीनेस हार्मोन” माना जाता है। ब्राह्मी प्रमुख न्यूरोट्रांसमीटर (neurotransmitter), जैसे सेरोटोनिन (serotonin), नॉरएड्रेनालाईन (noradrenaline), डोपामाइन (dopamine) और एसिटाइलकोलाइन (acetylcholine) के प्रभाव को बढ़ा सकता है। यह आपके मस्तिष्क को शांत करता है और मूड संतुलन का समर्थन करता है।

4 शंखपुष्पी 

मेमोरी बूस्टर और मूड लिफ्टर वाले आयुर्वेदिक हर्ब की सूची में एक और नाम है शंखपुष्पी। यह शंख के आकार वाले फूल एक शक्तिशाली स्मृति बूस्टर और मस्तिष्क टॉनिक है, जो बुद्धि में सुधार करने, केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर कार्य करने और मस्तिष्क के कार्य को बढ़ाने के लिए काम करता है।

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आयुर्वेदिक परंपरा में शंखपुष्पी का प्रयोग बुद्धि को बढ़ाने के लिए किया जाता है। भारत की शोध टीम ने बताया कि यह जड़ी-बूटी स्मृति शक्ति को बढ़ा सकती है और बचपन के मानसिक विकास के लिए एक प्राकृतिक टॉनिक है। यह आपके शरीर के तनाव हार्मोन, कोर्टिसोल (cortisol) और एड्रेनालाईन (adrenaline) के उत्पादन को नियंत्रित करके नसों को शांत करती है।

5 मुलेठी 

इस हर्ब का उपयोग आपकी मेमोरी को तेज करने में किया जाता है। मुलेठी आपके सेंट्रल नर्वस सिस्टम को शांत करने और मूड को ठीक करने में मदद करता है। यह शरीर के स्ट्रेस हॉर्मोन के स्तर को नियंत्रित रखता है, जिसके कारण आप शांत महसूस करेंगे। 

मुलेठी के खास गुण आपको अच्छे मूड में रखते है। चित्र: शटरस्‍टॉक

आयुर्वेद में मुलेठी को सदियों से औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसलिए यदि आपको अपनी याद्दाश्त को तेज करना है तो मुलेठी का नियमित सेवन जरूर करें। 

तो लेडीज, अपने जीवन से स्ट्रेस की छुट्टी करने और मूड को खुशहाल रखने के लिए इन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का सेवन जरूर करें। 

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अदिति तिवारी

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