प्रिंस विलियम और यूके के केट मिडलटन के सबसे छोटे बेटे प्रिंस लुइस आजकल सोश्ल मीडिया पर छाय हुए हैं। बीते दिनों उन्होनें पैलेस की बालकनी पर अपने हाव-भाव से सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। जिसमें वे अपनी मां केट मिडलटन को जीभ चिढ़ाते, उन्हें चुप करवाते और उनका मुंह बंद करवाने की वजह से आजकल सुर्खियों में हैं। उनकी इन हरकतों ने सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ ला दी है। इस पर कुछ लोग, छोटे बच्चे की नादानियों पर हंसते हुए नज़र आ रहे हैं, तो वहीं कुछ उन्हें बिगड़ैल भी कह रहे हैं।
बात कुछ भी हो, लेकिन हम तो कहेंगी कि प्रिंस लुइस को वाकई अटेंशन लेना आता है। हालांकि, कुछ लोगों को यह उनके बचपने के कारण उनकी नादानी लग सकती हैं, लेकिन ऐसे बच्चों की मांओं के लिए ये थोड़ा एम्बैरेसिंग हो सकता है।
ऐसी ही एक बॉलीवुड मॉम करीना कपूर प्रिंस लुइस की वायरल हरकतों को मिस नहीं कर पाईं। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर रानी की प्लेटिनम जुबली इवेंट की स्टोरी साझा कीं। उन्होंने समारोह के दौरान प्रिंस लुइस के कई मूड्स का एक कोलाज साझा किया और इसे “मूड” कैप्शन दिया। एक अन्य स्टोरी में, उन्होनें केट मिडलटन का एक वीडियो साझा किया, जिसमें वे थाेड़ी झिझक के साथ मुस्कुरा रही थी। 3 इडियट्स एक्ट्रेस ने पोस्ट को कैप्शन दिया, “मैं इस एहसास को समझ सकती हूं।”
संक्षेप में कहें तो, बच्चे नादानियां करते हैं, क्योंकि वे छोटे होते हैं। एड्रेनालाइन या भावनात्मक बेचैनी के कारण बच्चे ऐसा व्यवहार करते हैं और उनसे अपेक्षा भी यही की जाती है। माताओं की परेशानी को ध्यान में रखते हुए हेल्थ शॉट्स ने बाल विकास और पालन-पोषण विशेषज्ञ डॉ कृति इसरानी से बात की। हमने उनसे पूछा कि बच्चा पब्लिकली कुछ ऐसा कर रहा हो तो आपको क्या करना चाहिए।
उनकी प्रतिक्रिया को नॉर्मली लें और बच्चों से अवास्तविक अपेक्षाएं न रखें। वे अभी भी सामाजिक व्यवहार सीख रहे हैं, और भावनात्मक विनियमन और उनके दिमाग अभी भी विकसित हो रहे हैं। यह सब बाल विकास का एक हिस्सा है और हमें अपने बच्चों को बड़े होने के लिए जल्दी नहीं करना चाहिए।
डॉ इसरानी कहती हैं “बच्चे नकल करते हैं कि आप कैसे प्रतिक्रिया करते हैं और खुद को व्यक्त करते हैं, और वे लगातार आपको देखते हैं कि आप परिस्थितियों को कैसे संभाल रहे हैं। इसलिए वे आपकी नकल करने लग जाते हैं। यह उनके प्रयोग, जिज्ञासा और मस्तिष्क के विकास का एक हिस्सा है।
डचेस ऑफ कैम्ब्रिज को देखते हुए आप उनका ध्यान किसी ऐसी चीज़ पर स्थानांतरित करके उनके शर्मनाक व्यवहार को रोक सकती हैं, जिसमें वे मन लगा रहे हों। डॉ इसरानी सुझाव देते हैं कि जब बच्चे आपको शर्मिंदा करने की कोशिश करें, तो अपने लिए एक मिनट निकालें। एक तरफ हटें और सांस लें और अपने आप को नियंत्रित करें। स्थिति में वापस आने से पहले केंद्रित महसूस करना बहुत महत्वपूर्ण है।
केट मिडलटन और उनकी खूबसूरत मुस्कान से हर बार प्रिंस लुइस ने थोड़ा झगड़ना सीखा। हर बार जब बच्चा आपको शर्मिंदा करता है, तो आप उन सभी के चेहरे पर मुस्कुराठाट भी ला रही हैं। यह आपकी ताकत दिखाता है, आपको शांत रखता है, आपके बच्चे को सिखाता है कि उनका व्यवहार आपको ट्रिगर नहीं कर सकता है, और इस तथ्य को दोहराता है कि इसमें शर्मिंदा होने की कोई बात नहीं है। यह सीखने और विकास की प्रक्रिया है।
”डॉ इसरानी ने हेल्थ शॉट्स को बताया – “एक बार जब आपका मन शांत हो जाए, तो आप अपने बच्चे के साथ स्थिति पर फिर से विचार कर सकती हैं। इस बारे में अपने बच्चे से बात करें और उन्हें संझाएं कि वे क्या कर रहे थे।
बच्चों को भावनात्मक नियमन सिखाने और उनके मस्तिष्क के विकास में मदद करने के लिए, बच्चों को ध्यान और अभ्यास करने में मदद करना सबसे अच्छा है। यह एक धीमी, लंबी प्रक्रिया है जो वर्षों तक काम करेगी। हालांकि, जितनी जल्दी हम शुरुआत करेंगे, ऐसे बच्चों और उनकी भावनाओं को सार्वजनिक रूप से संभालना और आसान हो जाएगा।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंयह भी पढ़ें : नदी में तैरें या पूल में, बस 20 मिनट की स्विमिंग बूस्ट कर सकती है आपकी मेंटल हेल्थ