कोरोनावायरस महामारी के दौरान हर प्रकार की कंपनियां प्राइवेट हों या सरकारी सभी ने वर्क फ्रॉम होम की सुविधा देनी शुरू कर दी। हालांकि यह कोरोना संक्रमण से बचने का सबसे प्रभावी तरीका है। फिर भी अगर यह संतुलित न हो तो हमारे समग्र स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। खासकर हमारी मानसिक स्वास्थ्य को। इसलिए कोरोनावायरस से बचने के साथ-साथ अपने मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। इसमें ये टिप्स आपकी मदद कर सकती हैं।
हाल ही में लोकल सर्कल द्वारा एक सर्वे कराया गया, जिसमें 28,000 लोग शामिल किए गए। इन लोगों में 63 फीसद पुरुष हैं जबकि 37 फीसद महिलाएं थी। लोकल सर्कल द्वारा जब कर्मचारियों की राय जानने का प्रयास किया गया, तो 67% ने वर्क फ्रॉम होम करने पर खुशी जताई।
सामान्य तौर पर जब आप ऑफिस जाती हैं तो 6 या 7 घंटे की की ड्यूटी करनी होती है। मगर वर्क फ्रॉम होम में काम के घंटों का हिसाब किसी को भी नहीं रहता। आपको शायद इस बात का अंदाजा भी नहीं कि सुबह से आंख खुलने के बाद और दिन भर अपने लैपटॉप की स्क्रीन के आगे बैठना आपके दिमागी स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक हो सकता है।
यदि आप बिस्तर पर बैठ कर या लेट कर काम कर रही हैं, तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है। यह आपके शरीर में ऐसे बदलाव करते का जिससे आपको कष्ट का सामना करना पड़ेगा। कई बार हमारी स्पाइन में भी दिक्कत हो जाती है और लंबे स्केरल पेन होने लगता है। हमेशा एक आरामदायक कुर्सी और मेज पर बैठकर ही काम करें।
काम को जल्दी खत्म करने के चक्कर में कई बार हम लगातार बैठकर काम करते रहते हैं। इसमें हमारा खाना पीना सब स्किप हो जाता है। हमारी सेहत के लिए बिल्कुल भी फायदेमंद नहीं। इससे हमारी आंखों पर तो जोर पड़ता ही पड़ता है साथ ही आपको तनाव भी हो सकता है। जैसे आप ऑफिस में बीच-बीच में उठते रहते हैं वैसे ही घर पर भी छोटे-छोटे कामों के लिए बीच-बीच में उठे।
हमें ध्यान एकत्रित करने के लिए मेडिटेशन करना बहुत जरूरी हो गया है। लेकिन आजकल भागती दौड़ती जिंदगी के बीच मेडिटेशन करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन जब वर्क फ्रॉम चल रहा है और दिमाग को इतना तनाव मिल रहा है, तो काम शुरू होने से पहले एक घंटा मेडिटेशन करना एक बहुत ही बेहतर उपाय है।
यह न केवल आपके दिमाग को स्वस्थ रखेगा, बल्कि आप अपना ऑफिस का काम बेहतर तरीके से कर पाएंगी।
कई बार काम के तनाव के बीच में भोजन को स्किप कर देते हैं। भले ही हमें तुरंत एहसास न हो, लेकिन यह हमारी सेहत को काफी नुकसान पहुंचाता है। समय पर भोजन न करना न केवल हमारे पेट में समस्याएं उत्पन्न कर देता है, बल्कि हमारे शरीर को कमजोर भी करता है। दिमाग को और शरीर को कई पोषक तत्व चाहिए होते हैं। ऐसे में स्वस्थ खान-पान की ओर कदम बढ़ाएं।
लगातार काम करते करते जब मानसिक तनाव हो जाता है, तो मनोरंजन करना एक बहुत ही बेहतरीन विकल्प है। इसमें आप अपनी पसंदीदा हर चीज कर सकते हैं। फिर चाहे वह अपनी पसंद का डेली सोप का कोई एपिसोड ब्रेक हो या आपका गाने सुनने का शौक। अपने लंच टाइम में मनोरंजन करें। यह आपका मूड भी फ्रेश रखेगा और आप बेहतर तरीके से काम कर पाएंगे।