आपका मस्तिष्क ही असल में आपको हेड करता है। यह मजबूत है, तो आप शारीरिक और मानसिक रूप से तंदुरुस्त हैं। भावनात्मक तनाव और मेंटल स्ट्रैस से मस्तिष्क विकृत हो जाता है, जिससे मानसिक विकार उत्पन्न हो जाते हैं। सर्दियों में मस्तिष्क की कार्य क्षमता धीमी पड़ सकती है, क्योंकि वातावरण में बहुत ठंड होती है। लेकिन योग में इसका भी समाधान है। यहां कुछ योगासन हैं, जो सर्दियों में भी आपके मस्तिष्क को एक्टिव बनाए रख सकते हैं।
आपका मस्तिष्क एक मांसपेशी है और इसे बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए व्यायाम की आवश्यकता होती है। मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए योग व्यायाम का सबसे अच्छा रूप है।
जर्नल ऑफ फिजिकल एक्टिविटी एंड हेल्थ के अनुसार अपने मस्तिष्क को मजबूत रखने के लिए कम से कम 20 मिनट तक योगासन करना बहुत ज़रूरी है।
पद्मासन, या लोटस पोज़ मस्तिष्क को मजबूत करने के लिए एक बेहतरीन एक्सरसाइज़ है। यह एक ध्यान मुद्रा है जो सबसे अच्छा काम करती है। इसके लिए आपको सुबह खाली पेट रहने की भी ज़रूरत नहीं है। इस आसन में हठ योग मुद्रा को कम से कम 1-5 मिनट तक बनाए रखें।
लाभ: पद्मासन करने से मन शांत रहता है और मस्तिष्क की एकाग्रता बढ़ती है। यह आपके टखनों और घुटनों को एक अच्छा स्ट्रेच देता है। आपकी जांघों को अधिक लचीला बनाता है और आपके शरीर की मुद्रा को बेहतर बनाने में मदद करता है। पद्मासन आपके शरीर के चक्रों को जगाता है और आपकी जागरूकता को बढ़ाता है।
आंखें बंद करके सीधे बैठ जाएं। अपनी दोनों हाथों की पहली तीनों उंगलियों को आंखों पर रखें। अपने कानों को अपने अंगूठे से बंद करलें। तर्जनी को अपने कानों पर रखें। फिर गहरी सांस अंदर लें और सांस छोड़ते हुए मधुमक्खी की तरह जोर से हम्म…. की ध्वनि निकालें।
लाभ – यह नसों को शांत करने का काम करता है और विशेष रूप से मस्तिष्क और माथे के आसपास की नसों को शांत करता है। गुंजन ध्वनि का प्राकृतिक शांत प्रभाव पड़ता है। इसका अभ्यास कहीं भी किया जा सकता है – ऑफिस में या घर पर। यह अपने आप को तनाव मुक्त करने का एक त्वरित विकल्प है।
पश्चिमोत्तानासन, एक हठ योग मुद्रा है और आपको बस इसमें अपने दोनों पैरों को मोड़कर बैठना है। यह आसन शरीर को एक अच्छा खिंचाव प्रदान करता है और पीठ पर ध्यान केंद्रित करता है। खाली पेट सुबह इस मुद्रा का अभ्यास करें। यदि सुबह संभव न हो, तो अपने भोजन के 4-6 घंटे बाद शाम को करें।
लाभ: पश्चिमोत्तानासन हल्के अवसाद और तनाव से राहत देता है, आपके कंधों को अच्छा खिंचाव प्रदान करता है और आपके गुर्दे को उत्तेजित करता है। यह रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और मन को शांत करता है। यह आसन थकान को कम करता है और चिंता और उच्च रक्तचाप का इलाज करता है।
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