लॉ ऑफ अट्रैक्शन हर इंसान की लाइफ में एक महत्वपूर्ण रोल प्ले करता है। यह आपकी लाइफ में पॉजिटिव ओर नेगेटिव थॉट को अट्रैक्ट करने की क्षमता को दर्शाता है। कोई भी दो नाॅर्मल व्यक्ति “लॉ ऑफ अट्रैक्शन” की वजह से एक ही स्थिति में दो अलग-अलग तरीके से रिएक्ट करता है। लॉ ऑफ अट्रैक्शन (Law of Attraction) का कॉन्सेप्ट बेहद पॉवरफुल है। यह चाहे तो आपको बुरे से बुरे हालात से बाहर निकाल सकता है, या आपकी लाइफ के सबसे खूबसूरत पलों को भी निराशा और दुख से भर सकता है। आज हम बात करेंगे लाइफ के एक बेहद महत्वपूर्ण कॉन्सेप्ट के बारे में, ताकि हम सभी एक पॉजिटिव और मीनिंगफुल लाइफ जी सके (how to be positive in life)।
“लॉ ऑफ अट्रैक्शन” (Law of Attraction) के कांसेप्ट को समझने के लिए हेल्थ शॉट्स ने सर गंगा राम हॉस्पिटल, नई दिल्ली में सायकेट्री डिपार्मेंट की सीनियर कंसल्टेंट डॉ आरती आनंद से बात की। डॉक्टर ने बताया है, की किस तरह से ये कांसेप्ट आपके मेंटल हेल्थ को प्रभावित कर सकता है।
लॉ ऑफ अट्रैक्शन एक प्रकार की फिलॉसफी है, इसमें हम सभी पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों तरह के सोच को अपनी ओर आकर्षित करते हैं, जिसका सीधा असर पर्सनल लाइफ पर पड़ता है। कुछ लोग नकारात्मक विचार के साथ कंफर्टेबल हो जाते हैं, तो कुछ लोग सकारात्मक विचारों की प्रैक्टिस करते हैं। इस लॉ को सामान्य भाषा में समझे तो “नेगेटिव थॉट से नेगेटिव आउटकम आता है और पॉजिटिव थॉट से पॉजिटिव आउटकम मिलता है।”
लाइफ में नकारात्मक स्थितियां आना पूरी तरह से नॉर्मल है, पर अगर आप बार-बार इसे रिपीट करती रहती हैं और अपने मन में लगातार नकारात्मक विचारों पर अध्ययन करती हैं, तो इससे आप अपने आसपास की पॉजिटिव चीजों पर भी ध्यान नहीं दे पाती। यदि आप ऐसा कर रही हैं, तो आपको अपनी थिंकिंग पॉवर को जर्नल करने की आवश्यकता है।
अगर आप एक सकारात्मक विचारों वाली जॉयफुल ह्यूमन हैं, तो मुश्किल से मुश्किल वक्त में भी आपका मेंटल और इमोशनल हेल्थ बैलेंस रहता है। किसी भी सिचुएशन को लेकर positive thought रखने से आप चीजों को सही तरीके से और जल्दी सॉल्व कर पाती हैं।
लॉ ऑफ अट्रैक्शन खुद की ओर चीजों को आकर्षित करने की क्षमता है। यदि आप नाकारात्मकता को अपनी ओर आकर्षित करती हैं, और इन्हें खुद पर हावी होने देती हैं। तो इस स्थिति में यह आपकी मानसिक स्वास्थ्य के लिए नकारात्मक रूप में कार्य करता है। वहीं दूसरी ओर सकारात्मक चीजों को अट्रैक्ट करने से आपको मानसिक रूप से स्वस्थ एवं संतुलित रहने में मदद मिलती है।
यह एक प्रकार की आदत है, जिसे हम चाह कर भी इग्नोर नहीं कर सकते हैं। नेगेटिव सोचने से आपका तनाव बढ़ता है, और अधिक तनाव से शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है, जिससे तमाम प्रकार की अन्य समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है। बॉडी में कॉर्टिसोल के बढ़ते स्तर से शारीरिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। इस स्थिति में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है। वहीं नेगेटिव थिंकिंग रखने से सिर दर्द भी आपको अधिक परेशान कर सकती है।
अपने अंदर पॉजिटिविटी को बनाए रखने के लिए आभार व्यक्त करना बेहद महत्वपूर्ण है। अक्सर हम नकारात्मक चीजों को सोच कर दुखी हो जाया करते हैं, तो क्यों न जीवन में होने वाली बेहतर और सकारात्मक क्रियायों के बारे में सोच कर खुद को पॉजिटिव रखने का प्रयास किया जाए। नियमित रूप से सुबह उठकर कर पांच उन अच्छी चीजों के बारे में सोचें जिनके लिए आप आभारी हैं। इससे आपको पॉजिटिविटी अट्रैक्ट करने में मदद मिलेगी।
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आप अपने जीवन में सकारात्मक चीजों को अपनी ओर अट्रैक्ट करना चाहती हैं, तो इसके लिए दयालुता का भाव प्रकट करना बेहद महत्वपूर्ण है। हमेशा अपने मन में दूसरों की मदद करने की भावना रखें। ऐसा करने से शरीर में फील गुड केमिकल्स का प्रोडक्शन होता है, जिससे कि आपको बेहतर महसूस करने में मदद मिलती है।
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कस्टमाइज़ करेंसभी के जीवन में कुछ ऐसे स्थान, बातें, कहानी और लोग होते हैं, जो उनके अंदर नकारात्मक विचारों को बढ़ावा देते हैं। यदि आप पॉजिटिव थिंकिंग रखना चाहती हैं, तो इन ट्रिगर्स को पहचाने और इनसे दूरी बनाए रखने की कोशिश करें। ऐसे स्थान पर जाने से बचें, जहां आपको नकारात्मक विचार आते हैं। या फिर उन लोगों से दूर रहे, जिनसे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह पॉजिटिविटी को अट्रैक्ट करने का एक सबसे आसान और बेहतर तरीका है।
परिवार, दोस्त और अपने नजदीकी लोगों के साथ वक्त बिताएं। कई बार लोगों के साथ अच्छा वक्त बिताने से भी आपका मन पॉजिटिविटी की ओर अट्रैक्ट होता है। साथ ही साथ इससे आपको बेहतर महसूस करने में मदद मिलती है। लोगों के साथ बैठे, बातें करें, हंसी मजाक करें, यह सभी पॉजिटिविटी को अट्रैक्ट करने में आपकी मदद करेंगी।
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