इसमें कोई दोराय नहीं कि जब हम किसी व्यक्ति से प्यार करते हैं, तो किसी न किसी कारणवश मनमुटाव पैदा होने लगते है। छोटी मोटी कहासुनी कई बार रिश्ते में दरार का कारण बनने लगती हैं। हांलाकि हर बार रिश्तों को जोड़कर रखने के लिए निरंतर प्रयास जारी रखते हैं, मगर कभी कभार समस्याएं ज्यों की त्यों ही बनी रहती है। इससे जीवन में तनाव बढ़ने लगता है, जिसका असर ओरवऑल लाइफ पर दिखने लगता है। अगर आप भी जीवन में ऐसे ही दौर से गुज़र रहे हैं, तो रिश्तों में बढ़ रही उलझन को सुलझाने के लिए कुछ खास बातों का ख्याल रखें। जानते हैं रीकिंडल रिलेशनशिप के लिए किन टिप्स को फॉलो करें (tips to rekindle the relationship) ।
रीकिंडल रिलेशनशिप का अर्थ है रिश्ते को एक और मौका देकर उसे पुर्नजीवित करने के प्रयास को कहा जाता है। जहां दो लोग अपनी गलतियों को सुधारते हुए एक दूसरे से मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्तर पर फिर से जुड़ने लगते है। साथ ही रिलेशनशिप को हेल्दी बनाने के लिए प्रयासों से एक दूसरे के करीब आने लगते हैं।
इस बारे में बातचीत करते हुए सीनियर क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ आरती आनंद का कहना है कि रिश्तों को रीमेक करने की कोशिश को रीकिंडल रिलेशनशिप कहा जाता है। रीकिंडल रिलेशनशिप उस वक्त सफल होता है जब दो लोग दोबारा से अपने रिश्ते को समय देकर एक दूसरे से जुड़ना चाहें और उसे लॉन्ग लास्टिंग बनाना चाहें। इससे रिलेशनशिप में गतिशीलता आती है। ब्रेकअप के बाद दोबारा रिश्तों को मेकअप करने के लिए एक दूसरे को समझें और आगे बढ़ने का प्रयास करें।
किसी भी रिलेशन की नई शुरूआत के लिए अपनी गलती को स्वीकार करना सीखें। इससे रिलेशनशिप को रिपेयर करने में मदद मिलती है। साथ ही रिश्ते को हेल्दी बनाने के लिए एक दूसरे की छोटी छोटी बातों पर रिएक्ट करने की जगह उन्हें नज़रअंदाज़ करना बहुत ज़रूरी है। इससे अटैचमेंट बढ़ने लगता है।
एक हेल्दी रिलेशनशिप को मेंटेन रखने के लिए सीमाएं तय कर लेना ज़रूरी है। भले ही आपका रिश्ता अपने पार्टनर के साथ बेहतर हो रहा है। मगर एक दूसरे को स्पेस दें और दखलअंदाज़ी से बचें। रिश्तों में सीमाओं को तय करना बेहद ज़रूरी है। इससे आपसी प्यार बना रहता है।
जब तक दो लोग एक साथ एक जगह बैठकर किसी समस्या पर विचार नहीं करेंगे, तब तक मनमुटाव को सुलझाया नहीं जा सकता है। एक दूसरे को समझें और अधिक से अधिक समय देने का प्रयास करें, ताकि गलतफहमियों को बातचीत के ज़रिए हल किया जा सके। पार्टनर को समय न देना कई बार रिश्तों में बढ़ने वाली दूरियों का मुख्य कारण बन जाता है।
लोगों की कही सुनी बातों में आकर अपने पार्टनर को किसी कटघरे में खड़ा करने से बचें। अपने साथी पर विश्वास रखें और उसकी समस्याओं को समझें। किसी अन्य व्यक्ति की बातों में आकर रिलेशनशिप को स्पॉइल करने से बचें।
रिश्तों में फ्रेशनेस भरने के लिए कुछ समय के लिए अपने पार्टनर के संग यात्रा पर निकलें। इस दौरान एक दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम स्पैंण्ड करें। इससे प्यार विकसित होने लगता है और रिलेशनशिप में दृढ़ता आने लगती है। इससे बहुत सी समस्याओं का समाधान होने लगता है और इमोशनल बॉडिंग बढ़ने लगती है।
रिश्तों को हेल्दी बनाए रखने के लिए उम्मीदें करना बंद कर दें। दरअसल, उम्मीदें वक्त के साथ बढ़ती चली जाती है और उनके पूरा न हो पाने पर रिश्तों में टकराव बढ़ता है। इससे रिश्तों को निभाने में संघर्ष करना पड़ता है। रिलेशनशिप की मज़बूती के लिए अपनी एक्सपेक्टेंशन को कम करके हर कार्य में एक दूसरे का साथ देना शुरू करें।
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