कई रिश्ते ऐसे होते हैं जो जन्म से ही हमारे साथ बंध जाते हैं। परंतु कुछ ऐसे रिश्ते भी हैं जिन्हें बनाना पड़ता है और इन्हें निभाने के लिए अपनी ओर से उचित प्रयास करना भी उतना ही जरूरी है। इन्हीं में से एक है दोस्ती का रिश्ता। रिसर्च की मानें तो दोस्ती मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होती है। वहीं यह हमारे जीवन को पूरा करती है। अध्ययन बताते हैं कि जिनके पास अच्छे दोस्त होते हैं, वे किसी भी तरह के तनाव या समस्या से जल्दी उबर आते हैं। तो आइए जानें उन खास दोस्तों (Different types of friends) के बारे में, जिनका आपके जीवन में होना जरूरी है।
कई बार हम दोस्तों के चयन में गलती कर देते हैं, परंतु इसका मतलब यह नहीं कि सभी दोस्ती के रिश्ते ऐसे ही हो। यह बहुत बड़ी बात है कि हम किसी अनजान व्यक्ति से मिलते हैं और धीरे-धीरे उन पर भरोसा करके हम एक रिश्ता बनाते हैं। जो कि हमारे जीवन का एक बेहतरीन हिस्सा बन जाता है।
कई बार दोस्ती समय के साथ खत्म हो जाती है, तो कई दोस्त लंबे समय तक हमारे साथ रहते हैं। परंतु जो दोस्ती समय के साथ खत्म हो जाए ऐसा नहीं कि वह हमारे लिए महत्वपूर्ण नहीं थी। दोस्ती के भी कई प्रकार होते हैं, जिससे शायद आप में से बहुत कम लोग अवगत होंगे। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही 5 तरह की दोस्तों के बारे में जिनका हमारे जीवन में होना बहुत जरूरी है।
बेस्ट फ्रेंड शारीरिक तथा मानसिक रुप से आपके साथ हर परिस्थिति में खड़ा रहने वाला एक सबसे स्ट्रांग बॉन्ड होता है। हालांकि, हर व्यक्ति का व्यवहार एक-दूसरे से अलग होता है। इसलिए बेस्ट फ्रेंड की क्वालिटी को 2 और 4 शब्दों में बांध पाना मुश्किल है। हर व्यक्ति की अपना अलग व्यक्तित्व होता है और प्यार दर्शाने का अपना एक अलग तरीका होता है। यह एक ऐसा रिश्ता है, जहां आप बेझिझक अपनी किसी भी बात को पूरे भरोसे के साथ कर सकती हैं। वहीं यह एक अनोखा रिश्ता है और जीवन में एक बेस्ट फ्रेंड होना अनिवार्य है। क्योंकि उनके साथ आप अंदर से हल्का महसूस करती हैं।
ग्रुप फ्रेंड्स सबसे एंजॉयबल दोस्ती हो सकती है। इसमें जरूरी नहीं कि हम एक-एक करके सबके साथ समय बिताएं और नियमित रूप से एक-दूसरे से बातें करें। ग्रुप फ्रेंडशिप एक ऐसी दोस्ती है, जहां दोस्तों का एक ग्रुप एक साथ बैठकर इंजॉय कर सकता है।
यह ज्यादातर स्कूल और कॉलेज में देखने को मिलती है। ऐसा भी हो सकता है कि ग्रुप के किसी व्यक्ति के साथ आपकी पर्सनल दोस्ती न हो, परंतु जब आप ग्रुप में उनसे मिलते हैं, तो वहां आप दोनों भी खुलकर बातें और मजाक मस्ती कर लेते हैं।
सोशल फ्रेंड वे होते हैं जिनके साथ आप नियमित रूप से समय बिताना पसंद करती हैं। जैसे कि ऑफिस में मौजूद कुछ लोग, आपके योगा क्लासेस के दोस्त, मॉर्निंग जॉगिंग पार्टनर, घर के आस-पास के दोस्त। आप किसी भी प्रकार से सोशली जिन लोगों से जुड़ती हैं और उनके साथ केवल इसलिए समय व्यतीत करती है, क्योंकि आपको उनसे बातचीत करना पसंद होता है, तो उन्हें सोशल फ्रेंड्स कहते हैं।
सोशल फ्रेंडशिप में लोगों का लाइफ स्टाइल रहन-सहन सब अलग होता है। ऐसे में आपको कई तरह की नई चीजें सीखने को मिलती हैं।
वर्क फ्रेंड्स हमारे लिए काफी ज्यादा अहम होते हैं। हालांकि, इनसे हम खुलकर अपनी पर्सनल बातें, तो नहीं करते परंतु काम और करियर से जुड़ी हर तरह की बातें हम अपने वर्क फ्रेंड से कर सकते हैं। दिलचस्प बात यह है कि हम सबसे ज्यादा समय इन्हीं के साथ व्यतीत करते हैं।
ज्यादातर जगहों पर ऑफिस में 9 घंटे की शिफ्ट होती है। ऐसे में इतना लंबा समय हम अपने वर्किंग फ्रेंड्स के साथ में बिताते हैं। वर्क फ्रेंड्स एक सपोर्ट सिस्टम की तरह काम करता है। यह हमें ऑफिस की चीजों को समय पर अचीव करने के लिए भी मोटिवेट कर सकते हैं। यानी वर्कप्लेस और प्रोफेशनल लाइफ में भी एक दोस्त होना जरूरी है।
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कस्टमाइज़ करेंसिचुएशनल फ्रेंडशिप करने से हमें कभी पीछे नहीं हटना चाहिए, क्योंकि यह एक स्पेसिफिक सिचुएशन और समय के लिए हमारे दोस्त बने होते हैं, परंतु हमें काफी कुछ मेमोरेबल मोमेंट्स दे जाते हैं।
ऐसे फ्रेंड्स लंबे समय के लिए नहीं रहते, परंतु इन्हीं में से कई ऐसे दोस्त भी होते हैं, जिनके साथ हमारी बॉन्डिंग काफी अच्छी बन सकती है। उदाहरण के लिए आप कहीं ट्रिप पर जाती हैं और वहां आपको कुछ नए लोग मिलते हैं, जिनके साथ आप समय बिताती हैं।
यह शॉर्ट टर्म फ्रेंडशिप आपकी यादों में एक प्यारी सी जगह ले लेते हैं। इसके साथ ही रूममेट्स, ऑफिस कलीग, गेमिंग फ्रेंड, योगा बडी, इत्यादि भी सिचुएशनल फ्रेंडशिप के तहत आ सकते हैं। नए लोगों से जुड़ना और मिलना आपके एक्सपीरियंस को इंप्रूव करता है और आपको कॉन्फिडेंस देता है।
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