दो लोग जब रिश्ते में बंधते हैं, तो कई बातें उनके मध्य कई बार खुशी तो कई बार गम का कारण बन जाती है। आज के इस दौर में लोगों के पास एक-दूसरे के लिए वक्त कम है। ऐसे में वो हर बात को गहराई में जाकर सोचने से लेकर निष्कर्श तक पहुंचने में उतना वक्त जाया नहीं करते है। साथ ही अब वर्किंग कपल्स एक दूसरे की समस्याओं को बेहतर तरीके से डील करने लगे है। वे अपनी समस्याओं को सुलझाने के लिए माता पिता पर निर्भर नहीं करते हैं और न ही अपने डिसिजन (Self decision) वो किसी से पूछकर लेते हैं।
इंडिपेडेंटली अपने जीवन में आगे बढत्रने वाले कपल्स बहुत सी चीजों को नज़रअंदाज करने लगे है, जो शायद अन्य लोगों की नज़र में गलत है। वहीं उनके हिसाब से इससे रिश्तो मज़बूत और हेल्दी होने लगता है (Healthy Relationship habits)।
बहुत सी बातें ऐसी होती है, जिस पर दो लोगों की राय कभी एक जैसी नहीं हो सकती है। ऐसे में बात को उलझाना और उस पर हर वक्त चर्चा करना शायद रिजल्द तक पहुंचने का सही तरीका नहीं होता है। ऐसे में अगर आप बातों को खींचने की जगह उस पर हेल्दी डिस्कशन करके उसे सुलझा लेते हैं, तो सही है। अन्यथा अगर कोई बात परेशानी कारण बन रही है, तो उस बात को वहीं छोड़ना भी गलत नहीं है।
आज के समय में लोग अपने वक्त को बेतुकी बातों में जाया करने से बेहतर हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाने में अपनी एनर्जी और वक्त लगाने में विश्वास रखते हैं।
ये बात हम सब मानते हैं कि सभी में कोई न कोई कमी ज़रूर है। कोई गुस्सा करता है, तो कोई झूठ बालता है, तो कोई मनमाने रैवये से हर काम को करवाने की कोशिश करता है। इसके अलावा कुछ लोग मोटे है, तो कोई ज्यादा पतला है। किसी न किसी तरीके से हर व्यक्ति संपूर्ण नहीं है। आज के दौर में लोग खुले मन से बातों को और परिस्थितियों को स्वीकारने लगे है। अगर आप भी अपने पार्टनर की कमी को एक्सेप्ट कर रिश्ते को आगे बढ़ा रहे हैं, तो वो पूरी तरह से परफेक्ट है। हांलाकि लोगों की नज़र में वो पूरी तरह से गलत है।
अगर दो लोग एक दूसरे को समझते है और वो विश्वास करते हैं, तो उस रिश्ते में स्वतंत्रता खुद ब खुद मिलने लगती है। हर बार पूछकर काम करने या आने जाने की ज़रूरत नहीं महसूस होती। क्यों की आपका पार्टनर इस बात को बेहतर तरीके से जानता है कि आप कुछ गलत नहीं करेंगी। वहीं आप भी मानने लगती हैं कि आपका पार्टनर आपको धोखा नहीं देगा। ऐसे में आप अपने खाली वक्त को कई बार अगर दोस्तों के साथ बिताते हैं तो इससे एक दूसरे को कोई एतराज़ नहीं होता है। साथ ही आपका अपना सोशल सर्कल भी बिल्ड होने लगता है।
अगर आप दो लोग इंडिपेंडेंट हैं और वकिंग हैं, तो आपकी पर्सनल सेविग्स किसी भी लिहाल से गलत नहीं है। आपको पूरा अधिकार है कि आप अपने मनी मैटर्स को अपनी इच्छा से ही अपने पार्टनर से डिस्कस करें। ज़रूरी नहीं है कि आप एक एक रूपये का हिसाब लें और दें। अपनी इच्छा से आपउ पार्टनर से इस मुद्दे पर खुलकर बात कर सकते है। अगर आप अपने पार्टनर को अपनी सेविग्स डिस्क्लोज़ नहीं करना चाहती है, तो वो किसी भी प्रकार से गलत नहीं है।
आमतौर पर चाहे महिलाएं हो यां पुरूष हर कोई फिल्मी सितारों को पसंद करता है, जिसमें हमें कोई खामी नज़र नहीं आती है। इसी प्रकार से जब हम किसी व्यक्ति विशेष को पसंद करने लगते है, तो वो चीज़ हमें कटघरे में खड़ा कर देती है। दरअसल, किसी की बातें, स्टाइल और स्वभाव हमें कई बार उसकी ओर आकर्षित करता है। न चाहते हुए भी हम हर वक्त उसी के बारे में बातचीत करते है और उससे मिलने के बहाने भी ढूढ़ते है।
अगर आप एक सीमा या दायरे में रहकर इस सब कार्यों को हर रहे है और अपने पार्टनर के प्रति भी पारदर्शिता अपना रहे हैं, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। समाज में इस बात को लेकर कई प्रकार की विचारधाराएं है, जो इसे टॉक्सिक रिलेशनशिप मानते हैं।
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