कोई रिश्ता मजबूत और रोमेंटिक तभी बनता है जब कोशिशें दोनों तरफ से हो। रिश्तें को बनाए रखने के लिए एक दूसरे को समझना, खुलकर बात करना बेहद जरूरी है। वही एक दूसरे पर भरोसा होना भी सबसे ज्यादा जरूरी है। जो किसी भी रिश्तें की ढाल होता है। लेकिन अगर कोशिशें केवल एक तरफ से हो, तो रिश्ता बिखरते देर नही लगती है।
कई कारणों में पार्टनर का व्यस्त होना या लंबे समय से चल रहे मतभेद भी रिश्तें के कमजोर होने के कारण बनते हैं। लेकिन कई बार हमारी ओवरथिंकिंग या कुछ जरूरी चीजों को नजरअंदाज करना भी एक मजबूत रिश्तें के कमजोर होने का कारण हो सकता है। अगर इन समस्याओं पर शुरूआत से ध्यान न दिया जाए तो यह रिश्तें के खत्म होने का कारण भी बन जाती हैं।
आज इसी विषय पर गहनता से बात करते हुए हम ऐसी 4 चीजों पर बात करेंगे। जिन पर ध्यान न देना रिश्तें को कमजोर बना सकता है।
पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम न बिता पाना रिश्ते के कमजोर पड़ने का कारण बन सकता है। कई बार आप दोनो ही अपनी जिंदगी में बहुत ज्यादा व्यस्त हो सकते हैं। जिससे शायद आपको खुद के लिए भी समय न मिल पाए। लेकिन अगर आप रिश्तें को बनाए रखना चाहते हैं, तो एक-दूसरे के साथ रोज क्वालिटी टाइम जरूर बिताएं। आप साथ में वीकेंड प्लेन कर सकती हैं। अगर आप लॉन्ग डिस्टेंस में भी हैं, तो रोज कुछ देर बात जरूर करें।
सीनियर क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ आरती आनंद का कहना है कि रिलेशनशिप में समय निकालना बेहद जरूरी होता है। इससे एक-दूसरे को समझने और रिश्तें को ज्यादा मजबूत बनाने में मदद मिलती है। लम्बे समय तक कांटेक्ट में न रहना रिश्तें में दूरियां ला सकता है। अगर आप रिश्तें में दूरियां महसूस कर रही हैं, तो उसका सबसे बड़ा कारण एक-दूसरे के लिए समय न निकाल पाना हो सकता है।
इंटीमेसी की कमी भी रिश्तें के कमजोर होने का कारण बन सकती है। कई बार कपल्स अपनी सेक्सुअल डिजायर पर खुलकर बातचीत नहीं कर पाते। जिससे उनके रिश्तें में दूरियां आने लगती है।
वो एक-दूसरे के करीब आने के बजाय रिश्तें से दूर भागने की कोशिश करने लगते हैं। कई बार लोग सेक्सुअल डिजायर की जरूरत में किसी दूसरे की अोर आकर्षित भी होने लगते हैं। इसलिए अपनी जरूरतों और सेक्सुअल डिजायर पर पार्टनर से बातचीत करना बेहद जरूरी है। क्योंकि इंटीमेसी भी एक लव लेंग्वेज है, जिसका मतलब हर व्यक्ति के लिए अलग अलग हो सकता है। अगर आप लॉन्ग डिस्टेंस में भी हैं, तो अपनी सीमाओं को ध्यान में रखते हुए पार्टनर को परेशानी जरूर बताएं।
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अगर आपको लगने लगा है, कि आपका एक-दूसरे पर भरोसा खत्म होते जा रहा है। तो आपको इस पर ध्यान देने की जरूरत होगी। यह समस्या लॉन्ग डिस्टेंस वालों में ज्यादा पायी जाती है। क्योंकि दूरियां होने से रिश्तें में शक, जलन, इनसिक्योरिटी बढ़ने लगती है। लेकिन अगर रिश्ता आपके लिए जरूरी है, तो आपको अपनी समस्याओं को लेकर पार्टनर से बात करने की जरूरत है। आपको उन्हें बताना होगा कि आप किन वजहों से इनसिक्योर फील करने लगती हैं।
साइकोलॉजिस्ट डॉ आरती आनंद के मुताबिक एक-दूसरे को खोने का डर कई बार शक करने का कारण बन जाता है। जिसकी वजह से हम न चाहते हुए भी पार्टनर को स्टॉक करना शुरू कर देते हैं। यह पार्टनर को परेशान करने के साथ रिश्तें में दूरी आने का कारण भी बन सकता है।
रिश्तें की शुरूआत में कपल्स एक दूसरे पर बहुत ज्यादा ध्यान देते हैं, एक दूसरे की केयर करते हैं। लेकिन जब रिश्तें को लंबा समय हो जाता है. तो पार्टनर्स का एक-दूसरे पर ध्यान थोड़ा कम होता जाता है।
वो समस्याओं पर बात करने के बजाय उन्हें टालने या उनसे बचने की कोशिश करने लगते हैं। यही गलती रिश्तें में दूरियां लाने का कारण बनने लगती है। इसलिए चाहे आपमें कितनी भी लड़ाई हुई हो। लेकिन अपनी समस्याओं पर खुलकर बात जरूर करें। अपने इगो को साइड करके समस्या को समय से सुलझाएं। क्योंकि अगर आप दोनों ही समस्या से भागने की कोशिश करेंगे, तो यह आप दोनों में मुसीबत बनने लगेगी।
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