अपने शरीर के बारे में ये 5 टॉक्सिक बातें बोलना आज ही से बंद कर दें और खुद को सराहें

आपका शरीर बहुत सी चीजें करने में सक्षम है, फिर भी आप इसे कोसते है। हम बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी बातें जो आपको तुरंत अपने शरीर के बारे में कहना बंद कर देनी चाहिए।
Body shaming apki mental health ko nuksan pahuchati hai
बॉडी शेमिंग आपकी मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचाती है। चित्र: शटरस्टॉक
Published On: 3 Sep 2021, 06:30 pm IST
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हमने कितनी बार अपने शरीर को मोटा, सूखा, दाग-धब्बों वाला, आदि होने के लिए कोसा है? मीडिया और ट्रेंड ने हमारे दिमाग में सुंदरता की एक ऐसी छवि तैयार कर दी है कि हम बिना सोचे उसे हासिल करने में लग जाते है। पतले, चीनी मिट्टी (porcelain) जैसे मॉडल जो आप इंस्टाग्राम और चमकदार फैशन पत्रिकाओं में देखते हैं, वे आपको अच्छे लग सकते हैं। लेकिन यह याद रखना ज़रूरी है कि उनके पास ब्यूटी एक्सपर्ट की एक सेना है जो उन्हें वैसा दिखाने में मदद करती है। साथ ही, यह बेहद आवश्यक हैं कि अपने शरीर को हम महामारी से बचाने का श्रेय दें।

इन बातों को जानने के बावजूद हम अपने शरीर के प्रति कठोर हो जाते हैं। हम बिना महसूस किए इसे कोसते हैं जिससे बाद में हमे और बुरा लगता है। इस साइकिल को रोकने का समय आ गया है। नेगटिव बॉडी की छवि बहुत आम है, लेकिन क्यों न हम इन बातों को न कहने की तरफ अपना पहला कदम उठाएं? यह एक सही प्लान है! चलिए, इसके बारे में पढ़ते हैं।

यहां हैं वे 5 टॉक्सिक बातें, जो आपकी मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचाती हैं

apni body se pyar karna sikhiye
अपने शरीर से प्यार करना सीखना जरूरी है। चित्र: शटरस्टॉक

1 यकीन नहीं होता मैंने वह खाया

कई बार हम अपने स्वाभिमान को भोजन से जोड़ लेते है। इसका मतलब है, कि यदि आपका आत्म-सम्मान कम है, तो आप अपने आप को इस आधार पर आंक सकते हैं कि आपने क्या और कितना खाया। जब आप अपनी अपेक्षाओं को पूरा नहीं कर पाते, तो आप क्रोध और निराशा की भावनाओं का अनुभव करते हैं। खाने के साथ सही संबंध बनाना आवश्यक है। खुद की आलोचना करने के बजाए अपने आहार में छोटे बदलाव करने चाहिए।

2 मुझे अपना वज़न इतने किलो ग्राम करना है

अपने वज़न की संख्या पर ध्यान देने के बजाय यह ज़रूरी है कि आप कैसा महसूस करते है क्योंकि जीवन में सब कुछ सिर्फ आपके वज़न के बारे में नहीं है। आपको अपने स्वस्थ शरीर के लिए आभारी होना चाहिए जो जीवन जीने में मदद करता है। स्वस्थ जीवन जीने का आइडिया रखना चाहिए। न कि वज़न कम करने का।

3 मैं बहुत मोटी हूं

कभी-कभी हम बिना सोचे अपने वज़न पर टिप्पणी करते हुए कहते हैं कि हम मोटे हो गए हैं। लेकिन तुरंत अपने आप को मोटा कहना बंद करें। इस शब्द के प्रति यह समस्या है कि समाज इसे नकारात्मक रूप से देखता है।

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इसलिए जब भी आप खुद के लिए इस ‘एफ’ वर्ड का इस्तेमाल करती हैं, आप नकारात्मकता से भर जाती हैं। यह वास्तव में आपके आत्म-सम्मान को प्रभावित कर सकता है, और आपको ऐसा महसूस करा सकता है कि आप अच्छे नहीं हैं।

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4 मैं कितनी भद्दी (disgusting) हूं

जो व्यक्ति अपने शरीर की नकारात्मक छवि लेकर घूमते है, वे कभी-कभी खुद को ‘डिस्गस्टिंग’ तक कह देते हैं। यदि आप अपने आप को उस लेंस से देखना शुरू करते हैं, तो बहुत कम संभावना है कि आप खुद के साथ सही व्यवहार करेंगे।

apne aap se pyar karna sikhiye
आपका शरीर सुंदर दिखने से पहले आपको बहुत कुछ करने में सक्षम बनाता है। चित्र: शटरस्टॉक

उदाहरण के लिए, जब आप अपने घर में किसी चीज को बदसूरत कहते हैं, तो शायद ही उस पर ध्यान देते हैं। वह किसी कोने में पड़ा रहता है। ठीक ऐसा ही आपके साथ हो सकता है, जब आप अपने आप को डिस्गस्टिंग कहते हैं।

5 मुझे खुशी होगी जब…..

हम अक्सर कहते है कि हमें तब खुशी होगी जब हम यह शर्त पूरी कर लेंगे। जैसे, मुझे तब खुशी होगी जब मैं 10 kg वज़न कम कर लूंगी या जब मेरे पास बिकनी बॉडी होगी। यह बिल्कुल सही दृष्टिकोण नहीं है क्योंकि यह आपको अपनी बेस्ट लाइफ जीने से रोक सकता है। वास्तव में, जब आप ऐसा करते हैं, तो आप खुद को मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे जैसे डिप्रेशन, चिंता या शरीर की छवि के प्रति घृणा से ग्रस्त कर सकते हैं।

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