महात्मा बुद्ध ने एक बार कहा था, ” अपने काम से समय निकालकर कभी-कभी हम एक फूल को ध्यान से देख सकते हैं। यदि हम फूल के गुणों को समझ जाएं, तो हमारा पूरा जीवन बदल सकता है। हमें खुशियां मिल सकती हैं।’ सचमुच हमें फूल की तरह खिलना चाहिए। हर परिस्थिति में खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए। इससे सफलता नहीं मिलने के बावजूद हम खुश रहना सीख सकते हैं। हमारी जिंदगी फूल की एक कली (Flower Bud) की तरह है, जो हमेशा फूल की तरह खिलकर खुश होना चाहती (life lessons of a flower) है।
प्रकृति का प्रत्येक फूल खिलता है। खिलकर वह हम इंसानों को जीवन के कई सबक देता है। प्रेम और धूप के बिना न तो फूल खिल सकते हैं और न हम खुश रह सकते हैं। जब भी समय मिले लॉन में अपने खिले हुए फूलों को देखें। चाहे आप कितनी भी स्ट्रेस में क्यों न हों, कांटों से ढके होने के बावजूद फूलों को देखकर आपका मन खुश और प्रसन्न हो जाता है। उदास और थके होने के बावजूद फूलों की एक झलक ताजगी का एहसास करा देते हैं। यह हमारे वातावरण को शुद्ध कर हमें स्वस्थ भी रखते हैं।
फूल कई अलग-अलग सुंदर और आकर्षक रंगों वाले होते हैं। उनकी कोमल और मुलायम पंखुडियां गर्मी, ठंढ और बरसात झेलने के बावजूद वैसी ही बनी रहती हैं। मौसम की मार झेलने के बावजूद पंखुडियां कठोर नहीं बनती हैं। फूल हमें सिखाते हैं कि आपके आसपास के लोग चाहे आपके साथ कितना भी बुरा बर्ताव करें आप अपने मूल स्वभाव को कभी नहीं छोड़ें। किसी प्रकार के तनाव का सामना करने पर एंग्जायटी और अवसाद, क्रोध जैसे नकारात्मक भाव से ग्रस्त नहीं हो जाएं।
नाजुक होते हुए भी फूल हमेशा हमारे दिलों में अनमोल जगह बनाने में कामयाब रहते हैं। उनकी सौम्यता और सुगंध हमारे रोजमर्रा के जीवन पर अपना प्रभाव छोड़ती है। फूल देखते ही हम खुश हो जाते हैं। दुनिया में सबसे अच्छी चीज़ दूसरे लोगों को ख़ुशी देना है। जब हम दूसरे के चेहरे पर मुस्कान का कारण बनते हैं, तब हमें पूर्णता का एहसास होता है। दूसरों के लिए खुशी का स्रोत बनने पर ही हम वास्तव में खुश हो सकते हैं।
एक फूल में कई गुण होते हैं, जिनसे हम सीख सकते हैं। फूल हर तरह के प्राकृतिक परिवेश में खिलते हैं। फूल हर जगह खिल सकते हैं। वे सोसाइटी कंपाउंड में खिल सकते हैं। वे सामान्य ग्राउंड में भी ब्लूम कर सकते हैं। वह अपनी सुंदरता सभी के साथ साझा करती है। वह व्यक्ति के बीच अंतर नहीं करता है। वह सभी के साथ समानता का व्यवहार करता है।
एक फूल की सुंदरता कभी छिपी नहीं रहती, ताकि हर कोई इसे अनुभव कर सके, देख सके, महसूस कर सके और इससे जुड़ सके और साझा कर सके। हर कोई बिना किसी भेदभाव के इसकी सुंदरता और खुशबू का आनंद ले सकता है।
आपने देखा होगा कि ऊंचे पहाड़ों और चट्टानों की छोटी-छोटी दरारों में भी फूल खिल जाते हैं। छोटे-बड़े गमलों, बगीचे में भी फूल खिलते हैं। सकारात्मक वातावरण और उचित पोषण फूलों के विकास को बढ़ाता है, लेकिन इसकी कमी फूलों को बढ़ने से नहीं रोकती है। कमल कीचड़ में खिलता है, लेकिन इसके फायदे अनेक हैं। फूलों की तरह ही हर परिस्थिति में हमें आगे बढ़ते रहना चाहिए।
कुछ फूलों में कांटे भी होते हैं। ये कांटे उन्हें सुरक्षा प्रदान करते हैं। यदि कोई बेतरतीब ढंग से फूलों को तोड़ता है, तो कांटे उनके हाथों में चुभ जाते हैं। इसके माध्यम से फूल हमें सीख देते हैं कि प्यार जरूर बाँटें, विनम्र व्यवहार रखें। लेकिन जहां जरूरी हो, विरोध अवश्य करें। अपनी बात स्पष्टता के साथ प्रस्तुत करें।
जीवन में चाहे कितने भी उतार-चढ़ाव आएं, एक फूल की तरह खिलें। खुशियां फैलाएं और जीवन को पूरी तरह से जिएं।
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