क्या हम हर समय शोर-शराबे के बीच नहीं रहते? लगातार लोगों की बकबक, बाहर गाड़ियों का शोर, तेज़ म्यूजिक की आवाज़। यह सब हमारे तनाव का कारण है, और हमारी नींद को बाधित करते हैं। मगर क्या हम कुछ देर के लिए इन सब से दूर नहीं रह सकते? जी हां हम खुद के साथ वक़्त बिताकर (Spending time with own) और कुछ देर सिर्फ अपने विचारों के साथ रहकर शांति का आनंद (Pleasure of Silence) ले सकते हैं। इस बार विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day 2021) पर आपको जानने चाहिए मौन रहने के फायदे।
हां… हम जानते हैं कि यह एक डरावना विचार लगता है, लेकिन यह हमारी भलाई के लिए आवश्यक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट ने विमानों, ट्रेनों, वाहनों और अन्य सामुदायिक स्रोतों से पर्यावरणीय शोर के प्रभाव का अध्ययन किया। जिसमें यह पाया गया कि शोर हृदय रोग, नींद की गड़बड़ी, संज्ञानात्मक हानि जैसे कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा हुआ है।
हमारा मस्तिष्क ध्वनि के विद्युत संकेत प्राप्त करता है, और फिर तनाव प्रतिक्रिया होती है। इसका मतलब है कि कोर्टिसोल तुरंत निकल जाता है, और हृदय गति और रक्तचाप बढ़ जाता है।
अध्ययनों से आगे पता चलता है कि रात को आवाज़ के संपर्क में आने से हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है। अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक शोर के संपर्क में रहता है, तो यह उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, नींद की समस्या और टिनिटस जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। यह तनाव, चिंता, अवसाद और थकान का कारण भी बन सकता है।
हमारा जीवन शोर से भरा है और कुछ मिनट का मौन भी सहायक होता है। इसके अलावा, प्रौद्योगिकी के हमारे जीवन पर कब्जा करने के साथ, हम लगातार अपने फोन पर हैं। हमें इसका एहसास नहीं है लेकिन यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भारी पड़ता है।
दिल्ली की मनोवैज्ञानिक शिविका सहाय ने हेल्थशॉट्स के साथ साझा किया “यहां तक कि जब हम परिवार के सदस्यों या दोस्तों के साथ बैठे होते हैं, तब भी हम अपने फोन पर होते हैं। साथ ही, हम उनसे बात भी नहीं करते हैं। यह सिर्फ मानसिक अव्यवस्था को बढ़ाता है और निराशा और क्रोध को बढ़ाता है।”
बाहरी और आंतरिक बकबक से कुछ समय निकालें, और कुछ मौन धारण करें। कुछ लोगों के लिए मौन असहज और डरावना हो सकता है क्योंकि वे चिंताजनक विचारों से ग्रस्त रहते हैं।
हर दिन कुछ मिनट बिताएं, सांस लेने का अभ्यास करें और मौन में बैठें। यह व्यायाम और पोषण जितना ही महत्वपूर्ण है।
साइलेंस इज गोल्डन नामक 2013 के एक अध्ययन के अनुसार, दो घंटे का एकांत और मौन वास्तव में आपके दिमाग को तरोताजा कर सकता है। वास्तव में, यह हिप्पोकैम्पस में स्वस्थ कोशिका वृद्धि को भी बढ़ावा देता है, मस्तिष्क का वह क्षेत्र जो स्मृति निर्माण के लिए जिम्मेदार होता है।
अच्छी नींद बहुत महत्वपूर्ण है! जब आप चैन की नींद सोते हैं तो आपका मन और शरीर दोनों ठीक हो जाते हैं। कुल मिलाकर, यह आपको शारीरिक, भावनात्मक और संज्ञानात्मक रूप से फिट रहने में मदद करता है। जब आप मौन का अभ्यास करते हैं, तो आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और अनिद्रा भी कम होती है।
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कस्टमाइज़ करेंसहाय कहती हैं “बस 10-15 मिनट के लिए मौन में बैठने से आपकी याददाश्त में सुधार हो सकता है। वास्तव में, यह उन लोगों की मदद कर सकता है जिन्हें न्यूरोलॉजिकल चोटें हैं, और उन लोगों की भी मदद कर सकते हैं जिन्हें डिमेंशिया और भूलने की बीमारी है।”
हम पहले से ही जानते हैं कि तनाव हमारे जीवन को कई नकारात्मक तरीकों से कैसे प्रभावित कर सकता है। मगर जब आप समय निकालते हैं और मौन का अभ्यास करते हैं, तो आपका कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन का स्तर नीचे चला जाता है, और आप आराम महसूस करते हैं।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, ध्यान और माइंडफुलनेस का अभ्यास करने के लिए कुछ समय निकालने से आपके हृदय स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। यह रक्तचाप को कम करता है, तनाव को कम करता है और इस प्रकार हृदय रोग के जोखिम को कम करता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ध्वनि प्रदूषण को ‘आधुनिक प्लेग’ कहा है। इसलिए, कोशिश करें और वापस बैठें, कुछ गहरी सांसें लें और मौन की शक्ति का आनंद लें।
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