हमें हमेशा अपनों की ज़रूरतों का बहुत ख्याल रहता है। कुछ लोग शायद अपना पूरा जीवन सिर्फ अपनों की खुआहिशें पूरी करने में निकाल देते हैं। जैसे कि हमारे पेरेंट्स जो खुद के लिए कुछ भी नहीं करते हैं और फिर उन्हें बाद में आप इस बात के लिए रिगरेट करते हुये सुन सकती हैं कि ” हम खुद के लिए कभी कुछ नहीं कर पाए या बस उनका जीवन अपने बच्चों की जरूरतों को पूरा करने में ही निकल गया।”
मगर इसमें उनकी कोई गलती नहीं है, क्योंकि शायद हमें किसी ने सिखाया ही नहीं कि खुद का ख्याल कैसे रखते हैं। या इस लाइफ में खुद को प्राथमिकता कैसे देनी है? और सबसे अजीब बात यह है कि हम इसके लिए भी दूसरों की राह देखते हैं और जब वे हमारे लिए कुछ नहीं कर पाते तो हम निराश हो जाते हैं। ठीक इसी तरह पेरेंट्स बनने के बाद हमें भी लग सकता है कि सिर्फ हम ही सबका ख्याल रख रहे हैं और कोई हमारी सुनने वाला नहीं है।
ज़्यादातर नई मांओं के साथ ऐसा हो सकता है। इसलिए इस गुजरते साल के साथ खुद का ख्याल कैसे रखना है यह सीखना जरूरी है, क्योंकि नए साल में कोई न्यू इयर रेसोल्यूशन (new year resolution) लेने से अच्छा है कि आप बस थोड़ी सेल्फ केयर कि आदत डाल लें। ताकि आप और आपका परिवार दोनों हैप्पी और हेल्दी रह सके।
तो आपको नहीं समझ आ रहा है कि अपनी सेल्फ केयर जर्नी (self care journey) कि कैसे शुरुआत करें तो आपकी मदद करने के लिए इंस्टाग्राम पर पेरेंटिंग एक्सपर्ट इशाना सदाना नें भी एक पोस्ट किया।
यदि आपका बच्चा छोटा है और आप पूरा दिन उसके साथ व्यस्त रहती हैं तो जब वे सो जाएं तब अपने लिए थोड़ा समय निकालें। खुद के साथ थोड़ा टाइम स्पेंट करने का यह सबसे अच्छा समय है, क्योंकि तब आपको कोई डिस्टर्ब भी नहीं करेगा। आप इस समय अच्छा म्यूजिक सुन सकती हैं या एक अच्छी बुक पढ़ सकती हैं।
कई एक्स्पर्ट्स का ऐसा मानना है कि कुछ नया सीखते रहने से मन लगा रहता है। यदि आपको लग रहा है कि जीवन में कुछ नयापन नहीं और आप अपने लिए कुछ नहीं कर रही हैं, तो एक नया कोर्स करें, कोई नई हॉबी अपनाएं। इससे आप बोर नहीं होंगी और खुद को पहले से ज़्यादा खुश महसूस कर पाएंगी।
हर मां जिम्मेदारियों से इतनी घिरी होती है कि उसे अपना ख्याल ही नहीं आता है। मगर, जब आप खुद का ख्याल रखेंगी तभी आप अपने बच्चों का ख्याल रख पाएंगी। इसलिए, कभी – कभी खुद को प्राथमिकता दें और जो आपको अच्छा लगे वो करें। आप चाहें तो खुद को अच्छी मसाज दे सकती हैं या फिर फेस पैक लगाएं, गाने सुनें, कोई किताब पढ़ें आदि।
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कस्टमाइज़ करेंजब आपकी सेहत अच्छी रहेगी तभी आपकी फैमिली की हेल्थ का भी आप ख्याल रख पाएंगी। इसलिए, यदि आपको सर्दी – खांसी जुकाम है तो इसे इग्नोर न करें। डॉक्टर को दिखाएं और दवाएं लें। खुद से दवाइयां न लें, यह हानिकारक हो सकता है। यदि बुखार है तो शरीर पर ज़्यादा ज़ोर न दें आराम करें।
अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए एक्सरसाइज़ करना बहुत ज़रूरी है। साथ ही, खानपान का भी ख्याल रखें। हमेशा ताज़ी सब्जियां खाएं और रखा हुआ खाना न खाएं। यदि आपको पूरे दिन टाइम नहीं मिलता है तो रात के खाने के बाद वॉक पर जाएं। इसके अलावा, दिन में कम से कम 15 – 20 ही सही पर एक्सरसाइज़ करें। ये आपकी मेंटल हेल्थ के लिए ज़रूरी है।
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