भारत के कई राज्यों में बोर्ड एग्जाम (Board Exam) शुरू हो चुके हैं। और हर बच्चा अच्छे नतीजे पाने के लिए दिन रात एक कर रहा हैं। यकीनन उनमें आपका बच्चा भी शामिल होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि सिर्फ ज्यादा वक्त तक पढ़ने से बच्चों को ज्यादा याद नहीं हो सकता। आपके बच्चे की ब्रेन पावर (Brain Power) कितनी है यह उस पर भी निर्भर करता है कि आपका बच्चा पढ़ी हुई चीजों को कितनी अच्छी तरीके से समझ और याद कर पा रहा है। हमारी मेमोरी पावर (Memory Power) सीधे हमारे खान-पान से ताल्लुक रखती है। ऐसे कई सुपरफूड्स (memory boosting foods) हैं जो आपके बच्चों की मेमोरी बूस्ट करने में आपकी मदद कर सकते है।
शार्प मैमोरी सीधा एक बेहतर कंसंट्रेशन लेवल (concentration level) को दर्शाता है। यदि आपके बच्चे में कंसंट्रेशन की कमी है, तो आपको उसे इंप्रूव करने पर ध्यान देना चाहिए। उसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है खानपान पर ध्यान देना। खानपान की आदतों में थोड़ा बदलाव और कुछ पोषक तत्व शामिल करके आप अपने बच्चे की ब्रेन पॉवर बढ़ा सकती हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ ब्रेन और मेमोरी बूस्टिंग सुपरफूड्स के बारे में।
नेशनल अकेडमी ऑफ साइंस पर मौजूद जानकारी के अनुसार हमारा मस्तिष्क लगभग 20% कैलोरी का उपयोग करता है, जिसकी वजह से हम पूरा दिन एकाग्रता बनाए रखने में सक्षम होते हैं। हमारे द्वारा खाया जाने वाला भोजन हमारे दिमाग की संरचना और स्वास्थ्य पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं।
इन प्रभावों में हमारे दिमाग के लॉन्ग टर्म फंक्शन और शॉर्ट टर्म फंक्शन शामिल हैं। पढ़ाई हो या फिर कोई भी दैनिक कार्य हमारे लिए मस्तिष्क के ये दोनों फंक्शन बहुत ज्यादा अनिवार्य हैं।
हमारे दिमाग को स्वस्थ रहने के लिए कैलोरी के साथ-साथ कुछ आवश्यक पोषक तत्वों की भी आवश्यकता होती है। जिसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड सबसे बड़ा नाम है। ओमेगा 3 फैटी एसिड हमारे दिमाग की कोशिकाओं के निर्माण और मरम्मत में काफी सहायता प्रदान करता है।
इसके अलावा ब्रेन को एंटीऑक्सीडेंट चाहिए होता है जो सेल्यूलर तनाव और सूजन को कम करता है। यह मस्तिष्क की उम्र बढ़ाने और न्यूरोडीजेनेरेटिव विकारों से जुड़े जोखिम को कम करने में सहायक है।
एक बेहतर मेमोरी और कंसंट्रेशन लेवल के लिए डार्क चॉकलेट फायदेमंद साबित हो सकती है। आप अपने बच्चों को कई प्रकार के व्यंजनों में डार्क चॉकलेट का सेवन करवा सकती हैं। दरअसल चॉकलेट में कोको पाया जाता है और कोको में फ्लेवोनोइड्स।
फ्लेवोनोइड्स एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट है और यह आपके मस्तिष्क के लिए बहुत जरूरी है। एनसीबीआई पर मौजूद साल 2013 की एक स्टडी दावा करती है कि ये तत्व आपकी मेमोरी और सीखने में शामिल मस्तिष्क के कुछ हिस्सों में न्यूरॉन में वृद्धि करते हैं। वे मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को भी उत्तेजित कर सकते हैं।
यकीनन आप बचपन से आप अपने घर के बड़ों द्वारा यह जरूर सुनती आ रही होंगी कि बदाम के सेवन से याददाश्त तेज होती है। खैर हमारी दादी नानी की यह बात कोई सुनी सुनाई बात नहीं है। साइंस भी इस बात की पुष्टि करता है कि बदाम जैसे नट्स और बीजों में ओमेगा 3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं।
साल 2014 में हुए एक अध्ययन में अखरोट, बदाम, जैसे नट्स के सेवन से मस्तिष्क बेहतर तरीके से काम कर सकता है। नट और बीज भी एंटीऑक्सीडेंट विटामिन ई के समृद्ध स्रोत हैं, जो कोशिकाओं को मुक्त कणों के कारण होने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाता है।
कॉफी का सेवन भले ही ज्यादा छोटे बच्चों के लिए अनहेल्दी माना जाता हो, लेकिन यदि आपका बच्चा बोर्ड एग्जाम की तैयारियां में जुटा हुआ है, तो कॉफी एकाग्रता के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। कई लोग कॉफी को जागते रहने के लिए और अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए पीना पसंद करते हैं।
एनसीबीआई पर मौजूद जानकारी के अनुसार कॉफी में मौजूद कैफीन मस्तिष्क में एडीनोसिन नामक पदार्थ को ब्लॉक कर देता है, जिससे व्यक्ति को नींद आने लगती है।
एनसीबीआई की वेबसाइट पर मौजूद एक 2018 का अध्ययन भी इस बात की पुष्टि करता है की कॉफी में मौजूद कैफीन जानकारी को संशोधित करने के लिए आपकी ब्रेन पावर को बढ़ा सकता है। इस अध्ययन में शामिल शोधकर्ताओं ने पाया कि कैफीन मस्तिष्क एन्ट्रापी में वृद्धि का कारण बनता है। जब एन्ट्रापी अधिक होती है, तो मस्तिष्क अधिक जानकारी को संसाधित कर सकता है।
अंडा आपके बच्चे के लिए एक बेस्ट ब्रेकफास्ट ऑप्शन है। फिर चाहें आपके बच्चे के एग्जाम चल रहे हों या नहीं। आप अंडे से तरह-तरह के व्यंजन बनाकर उन्हें खिला सकती हैं। यह उनके ब्रेन के लिए काफी फायदेमंद है। USDA के फूड कंपोजीशन डाटाबेस पर मौजूद जानकारी के अनुसार अंडा विटामिन बी-6,विटामिन बी 12, फोलिक एसिड का अच्छा सोर्स है। हाल के शोध से पता चलता है कि ये विटामिन मस्तिष्क के संकुचन को रोक सकते हैं और संज्ञानात्मक गिरावट में देरी कर सकते हैं।
हल्दी एक आयुर्वेदिक औषधि है और पूरे कोरोना वायरस महामारी के काल में सबसे ज्यादा चर्चा में रही। यह गोल्डन स्पाइस आपके दिमाग के लिए भी कई चमत्कार कर सकता है। एनसीबीआई पर मौजूद जानकारी के अनुसार एक स्टडी में हल्दी में मौजूद सक्रिय तत्व करक्यूमिन को रक्त-मस्तिष्क की बाधा को पार करने के लिए दिखाया गया है, जिसका अर्थ है कि यह सीधे मस्तिष्क में प्रवेश कर सकता है और वहां की कोशिकाओं को लाभ पहुंचा सकता है। इसलिए लेडीज़ अपने बच्चों को रात में हल्दी वाला दूध देने का प्रयास करें।
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