हमारा दिमाग बहुत सी फिजिकल ऐक्टिविटीज़ को कंट्रोल करता है, शरीर के विभिन्न हिस्सों से मिलने वाली सूचनाओं को दिमाग ही शरीर के हर हिस्से तक पहुंचा कर शरीर से काम कराता है। यह हमारे इमोशंस को भी नियंत्रित करता है। कहना गलत नहीं होगा कि हमारा मस्तिष्क, स्मृति, बुद्धि और रचनात्मकता का स्टोररूम है। ऐसे में ज़रूरी है कि दिमाग को एक्टिव रखने के लिए कुछ ब्रेन एक्सरसाइज़ (Brain Exercise) की जाएं। ये एक्सरसाइज न सिर्फ आपकी बुद्धि की धार को और तेज़ करेंगी, बल्कि आपको बेहतर याददाश्त बढ़ाने (Brain Exercise Benefits) में भी मदद करेगी।
यूं तो, जगने के साथ ही दिमाग काम करना शुरू कर देता, बल्कि करने के लिए उसे भरपूर एक्सरसाइज़ और ऐक्टिविटीज़ करने के लिए भी मिल ही जाती है पर कुछ गतिविधियां ऐसी भी हैं जो दिमाग के काम और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने में मदद कर सकती हैं। ये एक्टिविटीज़ दिमाग की उम्र बढ़ने से रोकने के साथ ही उसे एजिंग से बचाने में भी मदद कर सकती हैं।
नींद के दौरान भी दिमाग हमेशा सक्रिय रहता है, लेकिन कुछ गतिविधियां इसे नए तरीकों से शार्प करने और इन्वॉल्व होने में सहायता कर सकती हैं। इन एक्टिविटीज़ से आपकी याददाश्त, समझ और क्रिएटिविटी में सुधार हो सकता है।
ध्यान में आमतौर पर शांत, नियंत्रित तरीके से ध्यान केंद्रित करना शामिल है। ध्यान करने से दिमाग और शरीर दोनों को कई लाभ मिलते हैं। ध्यान दिमाग की उम्र बढ़ने को धीमा करके सूचनाओं को संसाधित करने की क्षमता को बढ़ाता है।
विज़ुअलाइज़ेशन में दिमाग मिली हुई जानकारी के आधार पर कल्पना करता है। दिमाग में छाप बना चुकी ये कल्पनाएं चित्र या एनिमेटेड दृश्यों के रूप में हो सकती हैं। ये चित्र मन को खुश कर सकते हैं। आप अपने दैनिक जीवन में विज़ुअलाइज़ेशन की आसानी से प्रैक्टिस कर सकती हैं।
उदाहरण के लिए, खाना पकाने से पहले, कल्पना कर सकती हैं कि आप क्या पकाने जा रही हैं और डिश तैयार करने के लिए किन सामग्रियों की आवश्यकता है, वह बनने के बाद कैसा दिखना चाहिए और उसका स्वाद कैसा होगा। कोशिश कीजिए कि आप जो भी कल्पना करें वह विस्तार से की जाए और कोई भी डिटेल मिस न होने पाए.
हम सबने बचपन में पहेलियां तो ज़रूर सुलझाई होंगी। ये पहेलियां आपकी बुद्धि को तेज़ बनाती हैं। क्रॉसवर्ड पज़ल्स एक लोकप्रिय गतिविधि है, जो दिमाग से कसरत कराती है। कुछ शोधों से पता चलता है कि क्रॉसवर्ड पहेली प्रीक्लिनिकल डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्ति की याददाश्त की दशा खराब होने से रोक सकती है।
शोध साबित करते हैं कि शतरंज जैसी गतिविधियां, आपके दिमाग और समझ को तेज़ बनाती हैं। खाली समय में की जा सकने वाली ये एक्सरसाइज़ आपकी मेमोरी में सुधार लाती हैं और साथ ही मिली हुई सूचनाओं को शरीर के हर हिस्से तक तेज़ी से पहुंचाने में भी मदद करती हैं।
रेगुलर फिजिकल एक्टिविटीज़ दिमाग और शरीर दोनों के लिए फायदेमंद रहती हैं। ये एक्सरसाइज़ दिमाग स्वास्थ्य के निम्नलिखित पहलुओं में सुधार करती हैं:
मेमोरी
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंमहसूस करना
मोटर स्किल्स
डांस भी एक्सरसाइज़ का ही एक रूप है, जो लय-ताल और संतुलन के साथ न सिर्फ फिजिकली बल्कि, मेंटली भी आपको शामिल करता है।
एक नया शौक चुनकर उसे करना आपको मेंटली एक्टिव बनाता है और दिमाग को नए तरीकों से एक्सरसाइज़ कराता है। ऐसे शौक जिनमें बैलेंस या एफ़िशिएन्सी की आवश्यकता होती है, वे व्यक्ति के मोटर स्किल को एक्टिव करते हैं। आप इनमें से किसी काम को अपनी नई हॉबी बना सकती हैं :
बुनाई
कढ़ाई
ड्राइंग
पेंटिंग
म्यूजिक इन्स्ट्रूमेंट बजाना सीखना
मेंटल एक्सरसाइज़ उतने ही सरल हो सकते हैं, जितना कि दिमाग को मिलने वाले रोज़मर्रा के काम। यहां दिए गए मानसिक व्यायाम आपकी मेमोरी और मेंटल इन्वॉल्वमेंट को बढ़ाने के लिए डिजाइन किए गए हैं।
दिमागी एक्सरसाइज़ दिमाग के काम को बेहतर बनाने और शरीर के विभिन्न हिस्सों के बीच संपर्क को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। यह दिमाग को उम्र से पहले बूढ़ा होने से बचाने में मदद कर सकते हैं।
दिमागी एक्सरसाइज़ के मामले के बाद लोगों के विचार, अनुभव और स्ट्रगल का लेवल अलग होने की संभावना है, जबकि की जाने वाली मेंटल एक्टिविटीज़ का लेवल और उसमें लगने वाला समय अलग-अलग हो सकते हैं।