क्या सुबह जल्दी उठने के बाद भी बिस्तर से उठना मुश्किल लगता है और देर रात तक जागने का मन करता है। क्या आप दिन में ऊर्जावान महसूस करते हैं लेकिन रात होते ही थकान और सुस्ती से भर जाते हैं। वाकई आपको लगता है कि आप कुछ गलत कर रहे हैं। दरअसल, शरीर की आंतरिक घड़ी जिसे क्रोनोटाइप कहा जाता है, वो शरीर को प्रभावित करती है। इससे शरीर में ऊर्जा का स्तर, उत्पादकता और मूड भी प्रभावित होने लगता है। ऐसे में अपने क्रोनोटाइप को समझकर दिनचर्या को बेहतर बनाने और ऊर्जा को बढ़ाया जा सकता है, ताकि शरीर हेल्दी और एक्टिव हो पाएं। अधिक जानकारी पाने के लिए और अपनी स्लीप साइकिल को खोजने के लिए क्रोनोटाइप प्रश्नोत्तरी के जवाब दें।
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