एक हेल्दी रिलेशनशिप मेंटेन करने के लिए प्यार और फ्रीडम दोनों ही आवश्यक स्तंभ होते हैं। आप जितना ज्यादा अपने पार्टनर को नियंत्रित करने का प्रयास करने लगते हैं। रिश्तों में उतनी ही दूरियां आने लगती है। अधिकतर लोग इसे प्यार कहते हैं। मगर असल में ये ओबसेसिव लव डिस्ऑर्डर कहलाता है। इसमें व्यक्ति अपने पार्टनर को लेकर हर वक्त इनसिक्योर महसूस करने लगता है। उसे खोने को डर आपके दिलो दिमाग पर छायां रहता है। जो रिश्तों में दरार का कारण भी बन जाता है। जानते हैं ओबसेसिव लव डिस्ऑर्डर (Obsessive love disorder) क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी में मनोवैज्ञानिक डॉ युवराज पंत बताते हैं कि पहले स्वय को चेक कर लें कि कहीं आप ओबसेसिव लव डिस्ऑर्डर का शिकार तो नहीं है। इसे चेक करने के लिए दो बातों को जान लें। अगर आपको ऐसा लगता है कि आप अपनी जिम्मेदारियों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं, तो ये इस समस्या का प्राथमिक लक्षण हो सकता है। इसके अलावा अगर आपको ऐसा लगता है कि आप रिलेशनशिप के बगैर सर्वाइव नहीं कर पाएंगे, तो ये इस समस्या की दूसरी बड़ी निशानी है।
इस समस्या से डील करने के लिए अपने अंदर कुछ सामान्य बदलाव लेकर आना ज़रूरी है। सबसे पहले अपने काम को नज़रअंदाज न करें। अगर आप स्टूडेंट है, तो पढ़ाई में ध्यान दें। अगर आप नौकरी पेशा हैं, तो अपने काम को पूरा करें। इसके अलावा अपने जीवन की प्रथमिकताओं को तय करें और उनका उचित प्रकार से निर्वहन भी करें।
बार बार उसी शख्स के बारे में सोचना
अन्य लोगों से बात करने पर ईर्ष्या का अनुभव करना
फोन कॉल्स और कॉस्टेंट मैसेज करना
हर छोटी से छोटी बात अपने साथी से डिस्कस करना
उस पर हर वक्त अपनी नज़र बनाए रखना
जब आप किसी शख्स को लेकर ओबसेसिव फील करने लगते हैं, तो इससे आपकी वर्क प्रोडक्टिविटी कम होने लगती है।
आप अपने दोस्तों और परिवार को पूरा समय नहीं दे पाते हैं।
इसके चलते आप अपनी सभी रिस्पॉसिबिलीटीज़ को समय से पूरा करने में असमर्थ साबित होते हैं।
खुद का पूरी तरह से ख्याल नही रख पाते हैं।
दिनभर अपने लव पार्टनर को लेकर चिंतित रहने लगते हैं।
दिनभर अपने साथी पर नज़र रखने से बचने के लिए अपने आप को बिजी कर लें। ऑफिस में पूरा वक्त काम में मसरूफ रहें। इससे आपका ध्यान दूसरी ओर नहीं जाएगा। वर्क रिस्पॉसिबिल्टी बढ़ा लें। इसके अलावा अपने साथी से कम से कम बात करने का प्रयास करें। इससे उसकी नज़रों में आपकी वेल्यू भी बढ़ने लगेगी।
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कस्टमाइज़ करेंज्यादातर वक्त अपने काम और दोस्तों के साथ हैंगआउट करने में बिताएं। वीकेण्ड पर दोस्तों के साथ घूमने फिरने या मूवी देखने का प्लान अवश्य बनाएं। इससे आपका माइंड दूसरी ओर डायवर्ट होने लगेगा। दिनभर में कुछ वक्त दोस्तों के लिए निकालना ज़रूरी है। इससे आप हर वक्त अपने लव पार्टनर के बारे में सोचने से बच सकते हैं।
अगर आप हर वक्त मैसेजिंग या कॉलिंग के ज़रिए अपने पार्टनर से संपर्क में बनी रहती है, तो इसे धीरे धीरे कम करने की कोशिश करें। अपने लव पार्टनर से अपनी हर बात शेयर करने से बचना चाहिए। दिनभर में 1 से 2 बार ही कॉल करें। इससे आपका रिलेशन मज़बूत होने लगेगा। साथ ही आपका पार्टनर भी आपकी परवाह करने लगेगा।
अगर कोई व्यक्ति आपकी जिंदगी में कदम रखता है और आप उससे बहुत प्यार करने लगती हैं, तो ये पूरी तरह सही है। मगर उस शख्स के लिए अपनी फैमिली को निगलेक्ट न करें। परिवार को उतना ही वक्त दें जितना की आप पहले दे रही थी। इससे आपके अंदर ओबसेसिव लव डिस्ऑर्डर की समस्या नहीं पनप पाएगी। फैमिली का सपोर्ट आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होता है। अगर आपको वो व्यक्ति रिजेक्ट भी करता है, तो भी आप आसानी से उस स्थिति से बाहर आ पाएंगी।
समय से खाना और सोना ये दोनों ही हेल्दी लाइफस्टाइल का हिस्सा है। नींद पूरी लें, देर तक फोन पर बात करने से भी बचें। इसके अलावा पूर्ण आहार ज़रूरी है। साथ ही कुछ वक्त योग, एक्सरसाइज़ और मेडिटेशन के लिए निकाले। खुद को खुशहाल रखने के लिए लाफिंग थैरेपी भी अपना सकती है।
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