कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) ने हम सभी को भीतर तक तोड़कर रख दिया है। लाखों की संख्या में लोग बेरोजगार हुए और कई लोगों से अपने प्रियजनों को खोया। दूसरी लहर में हुई अप्रत्याशित मौतों से हर व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ा है। ऐसे में आने वाले साल में हमें अपनी मेंटल हेल्थ का ख्याल रखना होगा।
नए साल में कुछ सकारात्मक परिवर्तन करने के लिए हर कोई नव वर्ष के संकल्प (New year resolution) लेता है। मगर साल के अंत तक शायद कुछ ही लोग बचते हैं, जो इसे पूरा करने में सक्षम रहते हैं। न्यू इयर रेसोल्यूशन पर हुये एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि लगभग 40% अमेरिकियों ने वर्ष की शुरुआत में रेजोल्यूशन निर्धारित किए। मगर आधे से भी कम लोग छह महीने तक इसे पूरा करने में सफल हुए।
हम सभी अपने जीवन में सकारात्मक और प्रभावशाली परिवर्तन करना चाहते हैं, लेकिन हमारी उम्मीदें खुद से इतनी ज़्यादा होती हैं कि इन्हें पूरा करना मुश्किल हो जाता है।
इसलिए हमारी सलाह यही है कि उन्हें यथार्थवादी रखें। न्यू ईयर रेजोल्यूशन ऐसे होने चाहिए, जिन्हें आसानी से पूरा किया जा सके। इसमें आपको बड़े बदलाव करने की जरूरत नहीं है। बस कुछ छोटे महत्वपूर्ण कदम जिन्हें पूरा करना आसान हो, और जो आपको अपने लक्ष्य की ओर ले जाएं।
मेंटल हेल्थ 2021 का सबसे ट्रेंडिंग गूगल सर्च टॉपिक (Trending google search topic) रहा है। जिसमें लोग यह जानना चाहते हैं कि अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए वो क्या कर सकते हैं। इसलिए नए साल के आगमन से पहले, हम आपको कुछ मेंटल हेल्थ से जुड़े न्यू ईयर रेजोल्यूशन बताएंगे। जो 2022 में आपको मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद करेंगे।
नए साल में ऐसी कुछ सेल्फ केयर एक्टिविटीज करें, जो आपको खुशी देती हैं और उन्हें अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। यह डांसिंग, पेंटिंग, किताब पढ़ना या दैनिक व्यायाम या बस एक्सरसाइज़ करना भी हो सकता है।
परिवर्तन कठिन हो सकता है और इसमें अक्सर समय लगता है। अपने आप को महसूस करने की अनुमति दें और गलतियों के लिए खुद को क्षमा करें। आप यहां हैं और अपना बेस्ट दे रहे हैं, बस यही मायने रखता है।
अध्ययनों में पाया गया है कि नींद और मानसिक स्वास्थ्य आपस में जुड़े हुए हैं। वास्तव में, प्रमुख अवसाद वाले लगभग 65 से 90% लोगों को नींद की समस्या का अनुभव होता है। इस साल हर रात थोड़ा पहले सोने की कोशिश करें और अपने शरीर को वह आराम दें जिसकी उसे जरूरत है।
अपने फोन या कंप्यूटर पर बहुत अधिक समय बिताने से आपकी नींद की गुणवत्ता खराब हो सकती है। यहां तक कि आपके रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं और अवसाद और चिंता की भावनाएं भी पैदा हो सकती हैं।
इस बात से अवगत रहें कि आप ऑनलाइन कितना समय व्यतीत कर रहे हैं और इसका आपके मानसिक स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है। जब सोशल मीडिया की बात आती है, तो इन टिप्स का सकारात्मक तरीके से उपयोग करें।
अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक इसे समझना है। ऐसे ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध हैं जो सामान्य मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। आप मेंटल हेल्थ फर्स्ट एड का कोर्स भी कर सकते हैं। या अपने लिए एक काउन्सलिंग सेशन भी बुक करा सकते हैं।
यह भी पढ़ें : अबॉर्शन से बेहतर है सेफ सेक्स! जानिए क्यों आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है गर्भपात