मनोचिकित्सक से समझें कि असल में क्‍या होता है एंग्जायटी डिसऑर्डर

हम सभी हर रोज किसी न किसी तरह की एंग्जायटी का सामना करते हैं। पर क्या ये सभी एंग्जा‍यटी डिसऑर्डर के संकेत हैं? आइए जानते हैं मनोचिकित्सक से इसके बारे में-
चीखना आपको एंग्जा‍यटी से बाहर आने में मदद कर सकता हैैै। चित्र : शटरस्टॉक
Dr Samir Parikh Updated: 11 Oct 2023, 16:44 pm IST
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कभी न कभी हम सभी कुछ बातों को लेकर बहुत ज्यादा परेशान और चिंता का अनुभव करते हैं। कभी एग्जाम से पहले, कभी किसी प्रजेंटेशन को लेकर, कभी फ्लाइट पकड़ने में देरी हो या अपना कोई प्रियजन बीमार हो।

पर हम अपनी हर रोज की इन छोटी-बड़ी चिंताओं को एंग्जायटी डिसऑर्डर से कैसे अलग करते है। और हमें कब यह मान लेना चाहिए कि हम वाकई एंग्जायटी डिसऑर्डर के शिकार हैं ? आइए जानते हैं यह सब विस्‍तार से।

पहली बात जो हमें जान लेनी चाहिए वह यह कि एंग्जायटी डिसऑर्डर एक बहुत आम समस्या है। वास्तव में दुनिया भर में 200 मिलियन से ज्यादा लोग किसी न किसी तरह की एंग्जायटी डिसऑर्डर के शिकार हैं। इनमें जैव रासायनिक परिवर्तन शामिल हैं, जिन्हें हम कुछ न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर में आए परिवर्तन के रूप में अनुभव करते हैं।

हमारी पर्सनेलिटी, हमारे विचार, जिंदगी के अनुभवों में बहुत अहम भूमिका अदा करते हैं। ठीक इसी तरह हमारे आसपास के सोशियोकल्चर वातावरण का असर भी हम पर पड़ता है। इन सभी फैक्टर को मिलाकर यह तय होता है कि हम एंग्जायटी डिसऑर्डर के शिकार हो सकते हैं या नहीं।

एंग्जायटी : फलों और सब्जियों के कम सेवन का अर्थ है कि आपके एंग्जायटी से ग्रस्त होने के जोखिम ज्यादा हैं। चित्र: शटरस्टॉंक

एंग्जायटी के लक्षणों और खास संकेतों पर बात करने से पहले, हमें इस बारे में अच्छी तरह जान लेना चाहिए कि किस एंग्जायटी को डिसऑर्डर का नाम दिया जाता है। जिसकी वजह से किसी के कार्यव्यवहार में परेशानी उत्पन्न होने लगती है। अर्थात जब एंग्जायटी किसी के सामाजिक, पर्सनल, प्रोफेशनल, शैक्षणिक/व्यवसायिक लाइफ को प्रभावित करने लगती है।

क्या होता है एंग्जायटी डिसऑर्डर

अगर आप एंग्जायटी डिसऑर्डर की शिकार हैं, तो आप खुद को परेशान और रिलैक्स होने में दिक्कत महसूस कर सकती हैं। आप आराम भी करना चाहें, तो भी आप मानसिक रूप से परेशान ही महसूस करेंगी। कुछ न कुछ हमेशा आपके दिमाग में चलता रहेगा। आप हमेशा खुद को बिजी, परेशान और चिंता में डूबा हुआ महसूस करेंगी।

इसी के साथ एंग्जायटी के कारण कुछ व्यवहारगत दिक्कतें भी हो सकती हैं। कई बार आप खुद को संकोची महसूस करेंगी या कुछ परिस्थितियों से बचना चाहेंगी क्योंकि आपको ऐसा महसूस होगा कि आप में आत्मविश्वास नहीं है, इस सिचुएशन को फेस करने का, कि कहीं कुछ गलत न हो जाए।

इसमें कुछ शारीरिक परेशानियों के संकेत भी दिखाई देते हैं। जैसे थकान, अवसाद, सांस फूलना, चिंता और चिड़चिड़ापन। शरीर में दर्द और नींद आने में परेशानी एंग्जायटी डिसऑर्डर के सामान्य संकेत हैं। इन सब चीजों के एक साथ होने से किसी का भी जीवन प्रभावित होने लगता है। इससे उन्हें दैनिक काम और निजी जीवन में भी संघर्ष का सामना करना पड़ता है।

एंग्जायटी डिसऑर्डर में एक खास तरह का सोशल फोबिया हो जाता है। चित्र: शटरस्टॉक

सामान्य तौर पर एंग्जायटी डिसऑर्डर में कुछ खास तरह का सोशल फोबिया और चीजों को लेकर बहुत जल्दी परेशान हो जाना एंग्जायटी डिसऑर्डर के संकेत हैं। पर घबराने की बात नहीं है। सही मनोचिकित्स‍क सलाह और दवाओं की मदद से इन हालात से उबरा जा सकता है।

एंग्जायटी डिसऑर्डर की समय से पहचान कर लेना ही उससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है। अगर सही समय पर इसकी पहचान न हो पाए तो लोगों को इससे बाहर आने में काफी समय लग जाता है।

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यह आपके लिए बहुत जरूरी है।

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लेखक के बारे में

Dr. Samir Parikh is a psychiatrist and director of Department of Mental Health and Behavioral Sciences and Fortis National Mental Health Program at Fortis Healthcare ...और पढ़ें

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