गुस्सा आना स्वाभाविक है, यह एक प्रकार का इमोशनल रिएक्शन है। हर इंसान को कभी न कभी किसी न किसी बात पर गुस्सा जरूर आता है। सभी के अपने अलग-अलग ट्रिगर पॉइंट्स होते हैं। हालांकि, गुस्सा आपका बहुत नुकसान करवा सकता है। गुस्से से व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक यहां तक की भावनात्मक स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचता है। कई बार गुस्सा फाइनेंशियल नुकसान का भी कारण बन जाता है। कई लोग ऐसे हैं, जो गुस्से में अपनी चीजें तोड़ देते हैं, वहीं कुछ लोग खुद को चोट पहुंचाते हैं। इसलिए इसे मैनेज करना बहुत जरूरी है। हालांकि, यह इतना मुश्किल नहीं है जितना लगता है। यहां हम कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर गुस्से को कंट्रोल किया जा सकता है।
हेल्थ शॉट्स ने आपको नुकसान से बचाने के लिए सर गंगा राम हॉस्पिटल की सीनियर कंसल्टेंट क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर आरती आनंद से बात की।। तो चलिए जानते हैं, कुछ ऐसे एंगर मैनेजमेंट ((Anger management) एक्सरसाइज और टिप्स जो गुस्से पर नियंत्रण पाने में आपकी मदद करेंगे।
अगर आप अपने गुस्से से डील नहीं कर पाती हैं, तो यह चिंता और अवसाद का कारण बन सकता है। यह आपके रिश्तों को बिगाड़ सकता है और बीमारी के जोखिम को बढ़ा सकता है। लंबे समय तक गुस्सा करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जुड़ी हुई हैं, जिनमें शामिल हैं:
हाई ब्लड प्रेशर
हृदय संबंध समस्याएं
सिरदर्द
त्वचा संबंधी समस्याएं
पाचन संबंधी समस्याएं
अनियंत्रित गुस्सा अपराध, दुर्व्यवहार और अन्य हिंसक व्यवहार से भी जुड़ा हो सकता है।
अधिक गुस्से में आने पर आपकी सांसे तेज हो जाती हैं, और कई बार लोगों को सांस लेने में परेशानी भी हो सकती है। अपने शरीर को शांत करने और अपने गुस्से को कम करने का एक आसान तरीका है, धीरे धीरे गहरी सांस लेना। धीरे-धीरे अपनी नाक से सांस लें और अपने मुंह से सांस छोड़ दें। आवश्यकतानुसार सांस को दोहराएं।
मांसपेशियों में तनाव बॉडी स्ट्रेस का एक और संकेत हो सकता है, जिसे आप क्रोधित होने पर महसूस कर सकती हैं। ऐसे में शांत होने के लिए, आप एक मसल्स रिलैक्सेशन टेक्निक आजमा सकती हैं। इसमें बॉडी के मसल्स ग्रुप को धीरे-धीरे स्ट्रेस देना और फिर आराम देना शामिल है। आप अपनी मांसपेशियों को स्ट्रेच कर सकती हैं। अपने सिर से शुरू करें और अपने पैर की उंगलियों तक जाएं, या इसके विपरीत।
यदि आप अधिक क्रोधित हैं, तो ऐसे में खुदको शांत करने के लिए वॉक करने पर विचार करें। जोर जोर से चलना दिमाग में तनाव को कम करने में बहुत प्रभावी साबित हो सकता है। तनाव और क्रोध को दूर रखने के लिए हर दिन कुछ देर व्यायाम करने का प्रयास करें।
क्रोध पर नियंत्रण पाने के लिए आप तेज चलने के अलावा, साइकिल चला सकती हैं, और रनिंग भी एक अच्छा आईडिया है। या जब आपको लगे कि क्रोध बढ़ रहा है, तो किसी अन्य पसंदीदा शारीरिक गतिविधि में पार्टिसिपेट करें।
यदि आपने बचपन के बाद लंबे समय से रस्सी नहीं कुड़ी है, तो अब इसे दोबारा से शुरू करें। यह गुस्सा आने पर मन को शांत रखने में आपकी मदद करेगी। एरोबिक व्यायाम आपके दिल की धड़कन को तेज़ करता है, चिंता और ब्लड प्रेशर को कम कर देता है। अगर आपको रस्सी कूदना पसंद नहीं है, तो ट्रेडमिल पर दौड़ना, साइकिल चलाना या पार्क में जॉगिंग जैसी कोई दूसरी एरोबिक गतिविधि में पार्टिसिपेट करें।
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कस्टमाइज़ करेंथोड़ी देर के गुस्से में अक्सर हम कुछ ऐसा बोल देते हैं, जिसका हमे बाद में पछतावा होता है। कुछ भी कहने से पहले कुछ देर रुकें और सोचें की आप क्या बोल रही हैं। साथ ही, स्थिति में शामिल अन्य लोगों को भी ऐसा करने का मौका दें। इससे आप कुछ उल्टा नहीं बोलती हैं, और इससे स्थिति बिगड़ने से बच सकती है।
गुस्से में व्यक्ति की सोचने समझने की क्षमता कम हो जाती है। ऐसे में आपको हमेशा क्रोध को शांत होने का समय देना चाहिए, ताकि आप अपनी बात को सही तरीके से रख सकें। शांत होने के बाद सही ठंग से अपनी चिंताओं और ज़रूरतों को स्पष्ट रूप से बताएं। गुस्से के दौरान इन चीजों को फॉलो करना मुश्किल होगा, इसलिए आपको इन्हे रोजाना दिमाग में दोहराना है। ताकि जब गुस्सा आए तो आपको ये चीजें याद रह सके।
जब आप गुस्से में होती हैं, तो आपके शब्द आपके नियंत्रण में नहीं होते और आप कुछ भी उल्टा सीधा बोल सकती हैं। जिससे सामने वाले व्यक्ति का गुस्सा ट्रिगर होगा, इस प्रकार यह प्रक्रिया बढ़ती जाती है। ऐसे में अधिक नुकसान का खतरा होता है। ऐसे में जब आपको किसी पर गुस्सा आये तो आपको सबसे पहले उनसे बात बंद कर देनी चाहिए, या उनसे दुरी बना लेनी चाहिए। जब आप चुप हो जाएंगी तो आपको परिस्थिति को सही तरीके से समझने में मदद मिलेगी।
जब सब कुछ गलत लगे तो कुछ समय के लिए सही चीज़ों पर ध्यान दें। यह महसूस करना कि आपके जीवन में कितनी अच्छी चीज़ें हैं, आपको क्रोध को बेअसर करने और स्थिति को बदलने में मदद कर सकती हैं।