पहला प्यार। इन दो शब्दों के इर्द-गिर्द अब तक फिल्म, गाने और हमारी जिंदगी में तमाम उदाहरण और वाक्य दिखाई और सुनाई पड़ जाते हैं। पहला प्यार भुलाए नहीं भूलता, पहला प्यार कभी सफल नहीं होता- ऐसे तमाम तरह के क्लीशे कन्सेप्ट भी हमारी इसी दुनिया का हिस्सा है। अधिकतर बार पहले प्यार (first love) के सफल न होने के पीछे कोई नियति नहीं होती, बहुत साधारण से कारण हैं जो हमें दिखाई नहीं देते या हम देखना नहीं चाहते। आज हम एक्सपर्ट की मदद से उन्हीं कारणों पर बात करने वाले हैं।
दिल्ली बेस्ड फेमिली और रिलेशनशिप काउन्सलर निकिता देशमुख कहती हैं कि हम अक्सर प्यार में पड़ कर बहुत सी उम्मीदें पाल लेते हैं। हम सोचते हैं कि यह रिश्ता हमेशा के लिए रहेगा, सब कुछ परफेक्ट होगा और हम हमेशा एक-दूसरे के साथ रहेंगे। हम उस व्यक्ति के साथ अपने भविष्य की पूरी कल्पना करते हैं और यही हम अक्सर गलती करते हैं।हमारी ज़िंदगी में कोई भी रिश्ता बिना मेहनत के नहीं चलता।
हमें यह समझने की जरूरत है कि रिश्ते में दोनों पक्षों की भागीदारी जरूरी है और पहली बार प्यार (first love) में हम यह नहीं समझ पाते। हम सिर्फ उस प्यार की छांव में आराम करने की कोशिश करते हैं बिना यह देखे कि क्या यह रिश्ता असल में टिकेगा या नहीं। इन उम्मीदों का बोझ भी अक्सर रिश्तों की उम्र कम कर देता है।
जब हम पहली बार (first love) किसी से प्यार करते हैं तो हमारे पास कोई अनुभव नहीं होता। हमें यह नहीं पता होता कि एक रिश्ते में क्या सही है और क्या गलत। हम अक्सर प्यार को सिर्फ एक इमोशनल फीलिंग के रूप में देखते हैं और हमें लगता है कि यह सब कुछ सुलझा सकता है। असल में, किसी रिश्ते में प्यार (first love) के अलावा बहुत कुछ चाहिए होता है जैसे, विश्वास, समझदारी, समय देना, और बहुत कुछ। हमारे पास अनुभव नहीं होता इसलिए हम छोटी-छोटी चीजों को नजरअंदाज करते हैं जो बाद में रिश्ते में समस्याएं पैदा करती हैं। और जब वह रिश्ता टूटता है, तो हमें लगता है कि यह पहला प्यार ही था जो सब कुछ खत्म कर गया। लेकिन असल में यह अनुभव की कमी और अपरिपक्वता थी जो उस रिश्ते को खा गई।
प्यार वो होता है जिसमें दो लोग एक-दूसरे के साथ समय बिताने, एक-दूसरे को समझने, और एक-दूसरे के लिए काम करने का समय और समर्पण देते हैं। पहली बार प्यार करने के दौरान, हम कल्पना (infatuation) और आदर्श की दुनिया में जीते हैं और यही वह जगह होती है जहां हम अपनी उम्मीदों को ज़्यादा बड़ा बना लेते हैं। हमें यह समझने की जरूरत है कि प्यार में रोमांटिक फीलिंग्स के अलावा एक-दूसरे की आदतों को समझना, गलतियों को माफ करना और एक-दूसरे के साथ वक्त बिताना जरूरी होता है।
निकिता कहती हैं कि पहला प्यार (first love) अकसर हम बहुत छोटी उम्र में करते हैं और इस दौरान हमारे पास परिपक्वता का वह स्तर नहीं होता जो एक स्थिर रिश्ते के लिए जरूरी होता है। जब आप छोटे होते हैं, तो आपकी प्राथमिकताएं अलग होती हैं आपकी ज़िंदगी का अनुभव कम होता है, और आप किसी रिश्ते को पूरी तरह से समझने के लिए तैयार नहीं होते।
कभी-कभी हम एक ऐसे रिश्ते में फंस जाते हैं जो सिर्फ एक दौर के लिए होता है लेकिन हमें यह नहीं पता होता कि किसी रिश्ते को बनाए रखने के लिए सिर्फ प्यार (first love) ही काफी नहीं होता। इसके लिए समझ, मैचिंग विचारधारा और मैचिंग गोल्स चाहिए होते हैं। जैसे जैसे हम बड़े होते हैं, हमारा लक्ष्य उम्र के अनुसार बदलता जाता है और इसी राह में कम उम्र में किया हुआ प्यार, मोस्ट ऑफ द केसेस सर्वाइब नहीं कर पाता।
कभी-कभी हम पहला प्यार (first love) करते हुए उस व्यक्ति से बहुत ज़्यादा उम्मीदें लगा लेते हैं। हमें लगता है कि वह व्यक्ति हमारी सारी ज़िंदगी को संवार देगा, हमारी सारी परेशानियां दूर करेगा। पर क्या ऐसा हो पाता है? क्या किसी एक इंसान से हमारी सारी उम्मीदें पूरी हो सकती हैं? नहीं, ऐसा नहीं होता। एक रिश्ते में दोनों पक्षों का साथ और सपोर्ट ज़रूरी होता है। लेकिन पहली बार प्यार करते वक्त हम यह समझ नहीं पाते और केवल अपनी उम्मीदों के साथ उस रिश्ते (first love) को जोड़ देते हैं।
जब वह व्यक्ति हमारी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता, तो हमें लगता है कि प्यार ही गलत था। मगर असल में वह हमारी गलत उम्मीदें थीं, जो रिश्ते को टूटने की ओर ले जाती हैं। रिश्ते में दोनों व्यक्तियों को एक-दूसरे से समझ और म्यूचुअल रिस्पेक्ट की ज़रूरत होती है, न कि सिर्फ उम्मीदों का बोझ।
निकिता कहती हैं कि, देखिए कोई भी रिश्ता टूटे तकलीफ होती ही है। लेकिन ऐसी स्थिति में जब हमारी उम्र कम होता है, हमें दुनिया की समझ कम होती है और हममें सच स्वीकार करने भर की मैच्योरिटी नहीं होती, तब ये ज्यादा चोट करता है। ऐसे में हमें ये समझना होगा कि प्यार (first love) का खत्म होना जिंदगी का खत्म होना नहीं है। इसे अनुभव की तरह लेना जरूरी है।
उन कारणों से सबक लेने की जरूरत है जिसकी वजह से आपका पहला रिश्ता टूटा ताकि आप भविष्य में उन्हें न दोहराएं। इसे आप इस तरह से भी ले सकते हैं कि पहला प्यार आपको रिलेशनशिप के डूज और डोंट्स तो बता ही देता है। पहला प्यार (first love) सच्चा हो सकता है लेकिन यह जीवन का एक हिस्सा होता है न कि पूरी कहानी। इसलिए इसके खत्म होने को जिंदगी खत्म होना मान कर रुक जाना, किसी भी तरह की समझदारी नहीं है।
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